सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र की मझोले स्तर की दिग्गज कंपनी पर्सिस्टेंट सिस्टम्स का शेयर पिछले एक साल में 5.3 प्रतिशत रिटर्न के साथ आईटी क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले शेयरों में से एक रहा है। उसका समकक्ष सूचकांक निफ्टी आईटी इसी अवधि में 16.2 प्रतिशत गिरावट का शिकार हुआ।
सितंबर तिमाही (दूसरी तिमाही) के मजबूत नतीजे और ब्रोकरेज फर्मों का अपग्रेड शेयर के लिए सकारात्मक हैं। लेकिन कमजोर व्यापक आर्थिक माहौल में विकास की गति बनाए रखने की उसकी क्षमता भविष्य में कंपनी के लिए महत्त्वपूर्ण होगी। मौजूदा स्तर पर यह शेयर अपने वित्त वर्ष 2027 के आय अनुमानों के 38 गुना प्रीमियम मूल्यांकन पर कारोबार कर रहा है।
कंपनी मध्यम और बड़ी सूचीबद्ध आईटी कंपनियों से बेहतर प्रदर्शन कर रही है। दूसरी तिमाही भी उसके लिए अलग नहीं रही। उसने तिमाही आधार पर 4.4 प्रतिशत और सालाना आधार पर 17.6 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि दर्ज की। इस वृद्धि में बैंकिंग, वित्तीय सेवा और बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र का योगदान सबसे ज्यादा रहा। सॉफ्टवेयर, हाई-टेक और उभरते उद्योगों में 3.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
हेल्थकेयर और लाइफ साइंसेज क्षेत्र में 2.2 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। भारत को छोड़कर (जहां 2.1 प्रतिशत की गिरावट आई) अधिकांश देशों में वृद्धि देखी गई। इसमें शेष विश्व में 26.6 प्रतिशत की वृद्धि सबसे अधिक रही। उसके बाद यूरोप में 7.7 प्रतिशत और उत्तर अमेरिका में डॉलर के लिहाज से 4.2 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया।
सौदे या कुल अनुबंध मूल्य 60.92 करोड़ डॉलर पर मजबूत रहा। पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में इसमें 15 प्रतिशत का इजाफा हुआ। इसमें नई बुकिंग 35.08 करोड़ डॉलर रही। इसका अर्थ है कि जून तिमाही में 1.3 गुना की तुलना में बुक-टू-बिल अनुपात 1.5 गुना रहा।
इनक्रेड रिसर्च के अभिषेक शिंदाडकर का मानना है कि मजबूत ऑर्डर और क्रियान्वयन उत्साहजनक रहा है। लेकिन इस पर अभी भी निगरानी की जरूरत है। यह विकास की गति बनाए रखने के लिए महत्त्वपूर्ण है। हालांकि, व्यापक आर्थिक परिवेश में कोई भी बड़ी गिरावट जोखिम बनी हुई है।
तिमाही में मार्जिन प्रदर्शन भी बाजार की उम्मीदों से बेहतर रहा। परिचालन लाभ मार्जिन 80 आधार अंक बढ़कर 16.3 प्रतिशत हो गया। यह मुख्य रूप से एक बड़े अनुबंध (80 आधार अंक), अनुकूल मुद्रा (60 आधार अंक) और स्वास्थ्य एवं जीवन विज्ञान से जुड़े ग्राहक में नियोजित ऑफशोरिंग (30 आधार अंक) से संबंधित सॉफ्टवेयर लाइसेंस लागत में नियोजित कमी के कारण हुआ।
संदिग्ध ऋणों के लिए ऊंचे प्रावधान (-50 आधार अंक), कम उपयोग (-20 आधार अंक) और बढ़े हुए पूंजीगत व्यय के कारण ऊंचे मूल्यह्रास और परिशोधन (-20 आधार अंक) जैसी बाधाओं ने इसकी आंशिक भरपाई की।
कंपनी ने संकेत दिया कि वह वित्त वर्ष 2027 के अंत तक 2 अरब डॉलर (वित्त वर्ष 2025 में 1.35 अरब डॉलर) के राजस्व वृद्धि की ओर तेजी से बढ़ रही है। उसे उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 में मार्जिन में सालाना आधार पर 100 आधार अंक का सुधार हो सकता है।
एमके रिसर्च ने दूसरी तिमाही के प्रदर्शन के आधार पर वित्त वर्ष 26-28 के लिए प्रति शेयर आय अनुमान में 2-3 प्रतिशत की वृद्धि की है। ब्रोकरेज ने कंपनी के लिए जोड़ें रेटिंग बरकरार रखी है, जबकि इसके कीमत लक्ष्य को 6 प्रतिशत बढ़ाकर 5,700 रुपये कर दिया है।