देश की सबसे बड़ी डिपॉजिटरी नैशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी (NSDL) ने बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल कर दिया है।
NSDL अपना IPO लाने की तैयारी में है, जिसके लिए इसने सेबी के पास अर्जी दी है। आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) में IDBI Bank, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और यूनियन बैंक (Union Bank) अपनी हिस्सेदारी कम करने पर विचार कर रहे हैं। NSDL IPO में कोई नया शेयर जारी नहीं करेगा।
NSDL की प्रतिद्वंद्वी सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (CDSL) 2017 में IPO लेकर आई थी। NSDL पूरी तरह से BSE पर लिस्टेड होगी। CDSL का मार्केट कैप (mcap) 12,290 करोड़ रुपये है और यह केवल NSE पर लिस्टेड है।
जून 2023 तक NSDL ने 338 लाख करोड़ रुपये की अंडरलाइंग एसेट (सिक्योरिटी, जिसपर डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट आधारित होता है) के साथ 3.23 करोड़ डीमैट खातों को संभाला। कंपनी विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) द्वारा रखी गई लगभग सभी एसेट्स को डीमैटरियलाइज्ड रूप में संभालती है।
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जबकि CDSL कहीं अधिक 8.8 करोड़ एक्टिव डीमैट अकाउंट्स को संभालता है। इसकी निगरानी में एसेट 45 लाख करोड़ रुपये है।
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ICICI Securities, Axis Capital, HSBC, IDBI Capital, मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) और एसबीआई कैप्स (SBI Caps) IPO को संभालने वाले इनवेस्टमेंट बैंक हैं।