विमानन कंपनी स्पाइसजेट के इंजन पट्टादाताओं ने सोमवार को कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह के उस अनुरोध को अस्वीकृत कर दिया, जिसमें उन्होंने अपना बकाया राशि चुकाने के लिए 25 लाख डॉलर मूल्य के अपने शेयरों को गिरवी रखने की पेशकश की थी। नकदी संकट से जूझ रही विमानन कंपनी ने अदालत से कहा कि अगर कंपनी 30 सितंबर तक भुगतान नहीं कर पाती है तो सिंह अपने शेयर को गिरवी रखने के लिए भी तैयार हैं।
विमानन कंपनी के वकील ने कहा, ‘हम कोई शर्त नहीं रख रहे हैं। अगर हम अब से 30 सितंबर तक भुगतान नहीं कर पाते हैं तो अदालत तत्काल इसके लिए आदेश पारित कर सकती है।’
मगर पट्टेदारों ने कहा कि वे ऐसी कंपनी के शेयर को गिरवी नहीं रखना चाहते हैं तो अस्थिर है। इसलिए हम अनुरोध को अस्वीकार कर रहे हैं। न्यायालय ने कहा कि पट्टेदार शेयरों की अस्थिरता के प्रति अनिश्चित हैं और सिंह से पूछा गया कि क्या वह गिरवी के लिए शेयरधारिता दोगुना कर सकते हैं।
पट्टेदारों ने अदालत को बताया, ‘हम उन्हें अपने तीन इंजन वापस करने के लिए 15 दिन का वक्त दे सकते हैं। वे एक दिन में विमानों से इंजन हटा सकते हैं और हम इंजन का जायजा बी ले सकते हैं ताकि इंजन की स्थिति के बारे में स्पष्टता मिल सके।’
अपनी संपत्ति के डेप्रिसिएशन का हवाला देते हुए पट्टादाताओं ने विमानन कंपनी को बंद करने और इंजन वापस करने की मांग की है। मगर स्पाइसजेट ने कहा कि ऐसा संभव नहीं है क्योंकि ऐसा करने से परिचालन प्रभावित हो सकता क्योंकि बुकिंग की जा चुकी है। मामले की अगली सुनवाई 14 अगस्त को होगी।