facebookmetapixel
खरीदारी पर श्राद्ध – जीएसटी की छाया, मॉल में सूने पड़े ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोरएयरपोर्ट पर थर्ड-पार्टी समेत सभी सेवाओं के लिए ऑपरेटर होंगे जिम्मेदार, AERA बनाएगा नया नियमकाठमांडू एयरपोर्ट से उड़ानें दोबारा शुरू, नेपाल से लोगों को लाने के प्रयास तेजभारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर पटरी पर, मोदी-ट्रंप ने बातचीत जल्द पूरी होने की जताई उम्मीदApple ने उतारा iPhone 17, एयर नाम से लाई सबसे पतला फोन; इतनी है कीमतGST Reforms: इनपुट टैक्स क्रेडिट में रियायत चाहती हैं बीमा कंपनियांमोलीकॉप को 1.5 अरब डॉलर में खरीदेंगी टेगा इंडस्ट्रीज, ग्लोबल मार्केट में बढ़ेगा कदGST 2.0 से पहले स्टॉक खत्म करने में जुटे डीलर, छूट की बारिशEditorial: भारत में अनुबंधित रोजगार में तेजी, नए रोजगार की गुणवत्ता पर संकटडबल-सर्टिफिकेशन के जाल में उलझा स्टील सेक्टर, QCO नियम छोटे कारोबारियों के लिए बना बड़ी चुनौती

Stock Market: इजरायल- ईरान तनाव के बीच बाजार में दो साल की बड़ी साप्ताहिक गिरावट, जोखिम वाली एसेट बेच रहे विदेशी निवेशक

उठापटक मापने वाला इंडेक्स इंडिया VIX 7.3 फीसदी बढ़कर 14.1 पर पहुंच गया। उधर इसी हफ्ते हॉन्ग कॉन्ग का हैंगसैंग 10.2 फीसदी और चीन का शांघाई कंपोजिट 8.1 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ।

Last Updated- October 04, 2024 | 9:51 PM IST
stock market crash

बाजार में गिरावट का सिलसिला आज भी जारी रहा और बेंचमार्क सूचकांक करीब 1 फीसदी नीचे बंद हुए। बीते दो साल में सूचकांकों के प्रदर्शन के लिहाज से यह सबसे खराब हफ्ता रहा। प​श्चिम ए​शिया में संघर्ष गहराने से वै​श्विक निवेशक जो​खिम वाली संप​त्तियां बेच रहे हैं और तेल के दाम में तेजी देखी जा रही है। इस बीच चीन में सरकारी प्रोत्साहन के दम पर बाजार चढ़ने से विदेशी निवेशकों का रुख उसकी ओर होने का खटका बढ़ गया है।

सेंसेक्स और निफ्टी इस हफ्ते करीब 4.5 फीसदी नुकसान पर बंद हुए, जो जून 2022 के बाद किसी सप्ताह बेंचमार्क सूचकांकों में सबसे बड़ी गिरावट है। आज भी सेंसेक्स 809 अंक या 0.9 फीसदी की गिरावट के साथ 81,689 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में लगातार पांचवें दिन गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी भी 236 अंक नुकसान के साथ 25,015 पर बंद हुआ।

कारोबार के दौरान दोनों सूचकांक चढ़ गए थे मगर आज के ऊंचे स्तर से करीब 2-2 फीसदी गिर गए। बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण आज 4.2 लाख करोड़ रुपये घटकर 461 लाख करोड़ रुपये रह गया। इस हफ्ते बाजार पूंजीकरण में कुल 17 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है।

बाजार में उठापटक मापने वाला सूचकांक इंडिया वीआईएक्स 7.3 फीसदी बढ़कर 14.1 पर पहुंच गया। उधर इसी हफ्ते हॉन्ग कॉन्ग का हैंगसैंग 10.2 फीसदी और चीन का शांघाई कंपोजिट 8.1 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ।

इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के कारण निवेशकों को कच्चे तेल के दामों की चिंता हो रही है। भारत के आयात पर होने वाले कुल खर्च में कच्चे तेल की बड़ी हिस्सेदारी होती है। अगर जवाबी कार्रवाई में इजरायल ने ईरान के तेल संयंत्रों पर हमला कर दिया तो बाजार में रोजाना 15 लाख बैरल कम तेल पहुंचेगा।

निवेशकों को डर है कि ऐसा हुआ तो ईरान होर्मुज स्ट्रेट में रास्ता रोक सकता है। दुनिया को मिलने वाला करीब एक तिहाई तेल इसी रास्ते से होकर गुजरता है। तनाव बढ़ने के साथ पिछले छह दिन में कच्चा तेल 11.6 फीसदी बढ़कर 79.1 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है।

बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर 2,387 शेयर गिरकर और 1,563 चढ़कर बंद हुए। एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज में 1.5-1.5 फीसदी गिरावट आई और सेंसेक्स की गिरावट में सबसे ज्यादा हाथ इन्हीं दोनों का रहा। रिलायंस का शेयर पिछले एक हफ्ते में 9 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है।

First Published - October 4, 2024 | 9:51 PM IST

संबंधित पोस्ट