केंद्र सरकार कोविड-19 और मौसमी इंफ्लूएंजा के बढ़ते मामलों के बीच अस्पतालों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए 10 और 11 अप्रैल को राष्ट्रव्यापी समीक्षा की योजना बना रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से शनिवार को जारी एक संयुक्त परामर्श के अनुसार, सभी जिलों के सार्वजनिक व निजी स्वास्थ्य केंद्रों के इस कवायद में भाग लेने की उम्मीद है।
इसका उद्देश्य दवाओं, अस्पतालों में बिस्तरों, चिकित्सा उपकरणों और मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता की समीक्षा करना है। परामर्श में कहा गया है कि 27 मार्च को होने वाली डिजिटल बैठक में राज्यों को समीक्षा के बारे में सटीक विवरण दिया जाएगा।
संयुक्त परामर्श में कहा गया है कि पिछले कुछ सप्ताह में कुछ राज्यों में कोविड-19 जांचों में कमी आई है और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा निर्धारित मानक (प्रति दस लाख की आबादी पर 140 जांच) की तुलना में वर्तमान जांच स्तर अपर्याप्त हैं।
संयुक्त परामर्श में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के 10 और 16 मार्च के दिशानिर्देशों को जारी रखने का निर्देश दिया गया है। इन दिशानिर्देशों में देश में सांस संबंधी बीमारियों के फैलने और राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 से निपटने के बारे में जानकारी दी गई है।