महंगे मकानों की कितनी रही हिस्सेदारी?तीसरी तिमाही में सबसे अधिक महंगे यानी एक करोड़ या इससे अधिक कीमत वाले मकान बिके हैं। नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के मुताबिक तीसरी तिमाही में 40,328 महंगे मकान बिके। जिनकी कुल बिके मकानों में 46 फीसदी हिस्सेदारी रही। साथ ही सालाना आधार पर तीसरी तिमाही में इन महंगे मकानों की बिक्री में 41 फीसदी इजाफा हुआ है। तीसरी तिमाही में इन मकानों की हिस्सेदारी में बड़ी तेजी देखी गई है। पिछले साल की तीसरी तिमाही में महंगे मकानों की हिस्सेदारी 35 फीसदी थी। जाहिर है साल भर में इनकी हिस्सेदारी 10 फीसदी बढ़ गई।
किफायती और मध्यम कीमत वाले मकानों की बिक्री घटी
महंगे मकानों की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ने के बीच किफायती और मध्यम कीमत वाले मकानों की बिक्री में कमी आई है। नाइट फ्रैंक इंडिया की इस रिपोर्ट के अनुसार किफायती यानी 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले मकानों की बिक्री 2024 की जुलाई-सितंबर अवधि में 14 फीसदी घटकर 20,769 रह गई। मिड सेगमेंट यानी 50 लाख से एक करोड़ रुपये कीमत वाले मकानों की बिक्री इस अवधि में 13 फीसदी गिरकर 26,011 रह गई।
मांग बढ़ने के साथ मकानों की कीमतों में भी इजाफा
नाइट फ्रैंक इंडिया के मुताबिक 2024 की तीसरी तिमाही के दौरान देश के 8 प्रमुख शहरों में मकानों की कीमत में एक से 10 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई है। मकान सबसे अधिक 10 फीसदी बेंगलूरु में महंगे हुए है, जबकि सबसे कम एक फीसदी अहमदाबाद में। मकान के दाम हैदराबाद व मुंबई में 6-6 फीसदी, चेन्नई व पुणे में 5-5 फीसदी बढ़े हैं। एनसीआर में मकान की कीमत 3 फीसदी, जबकि कोलकाता में 2 फीसदी बढ़ी है। नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, “ एक करोड़ रुपये या इससे अधिक महंगे मकान कुल बिक्री का प्राथमिक चालक बना हुआ है और इसकी कुल बिक्री में हिस्सेदारी बढ़कर 46 फीसदी हो गई है। आगे भी मकानों की बिक्री में तेजी जारी रहने की उम्मीद है।