निफ्टी 50 इंडेक्स (Nifty 50) 1,500 अंक (करीब 6 फीसदी) से ज्यादा की बढ़त के बाद पिछले साल के रिकॉर्ड स्तर से महज 1.5 फीसदी पीछे है। विश्लेषकों का कहना है कि बाजार जरूरत से ज्यादा खरीदारी के दौर से गुज़र रहा है, जो अल्पकालिक एकीकरण की अवधि का संकेत है।
बजाज ब्रोकिंग रिसर्च ने एक नोट में कहा, हमें उम्मीद है कि इंडेक्स 25,600-26,100 के दायरे में कारोबार करेगा, जिससे जरूरत से ज्यादा खरीदारी की स्थिति नरम होगी। 26,100 से ऊपर की निरंतर बढ़त आने वाले हफ्तों में इसके 26,500 की ओर बढ़ने का रास्ता खोल सकती है। नीचे की ओर 25,500-25,700 का दायरा मजबूत समर्थन का काम कर सकता है और इस क्षेत्र की ओर किसी भी गिरावट को खरीदारी के मौके के रूप में देखा जा सकता है। निफ्टी आखिरी बार 25,795 पर बंद हुआ था।