दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में अभी तक कोरोनावायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के 10 मामले सामने आए हैं और संदेह के आधार पर 40 लोगों को लोकनायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में भर्ती कराए गए 40 लोगों में से 38 कोरोनावायरस से संक्रमित हैं। जैन ने कहा, ‘दिल्ली में अभी तक ओमीक्रोन स्वरूप के 10 मामले सामने आए हैं। इनमें से एक को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।’
मंत्री ने बताया कि कई अंतरराष्ट्रीय यात्री इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर कोरोनावायरस से संक्रमित पाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘ ऐसे आठ लोगों को आज ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’ जैन ने मंगलवार को कहा था कि ‘ओमीक्रोन’ के मामले अभी सामुदायिक स्तर पर नहीं फैले हैं और स्थिति अभी नियंत्रण में है। ‘ओमीक्रोन’ के सभी मरीजों की हालत भी स्थिर है। इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में कोरोनावायरस के ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप से संक्रमित पाए गए पहले व्यक्ति को एलएनजेपी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। तंजानिया से दो दिसंबर को दिल्ली लौटे 37 वर्षीय व्यक्ति इससे संक्रमित पाए गए थे, जबकि उनका पूर्ण टीकाकरण हो चुका था।
गुजरात में एक महिला संक्रमित
गुजरात में मेहसाणा जिले की विजयपुर तहसील के एक गांव की 41 वर्षीय महिला स्वास्थ्यकर्मी गुरुवार को कोरोनावायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित पाई गईं। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद गुजरात में ‘ओमीक्रोन’ के कुल मामलों की संख्या पांच हो गई है।
राज्यों के पास कोविड-19 रोधी टीकों की 16.42 करोड़ से अधिक खुराकें उपलब्ध
देश के विभिन्न राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के पास अभी कोविड-19 रोधी टीकों की 16.42 करोड़ से अधिक खुराकें मौजूद हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के पास कोविड-19 रोधी टीकों की 16.42 करोड़ से अधिक खुराकें अब भी उपलब्ध हैं, जिनका इस्तेमाल किया जाना बाकी है। इन्हें 141.80 करोड़ से अधिक खुराकें मुहैया कराई जा चुकी हैं। मंत्रालय ने कहा कि केंद्र पूरे देश में कोविड-19 टीकाकरण की गति को तेज करने तथा इसके दायरे का विस्तार करने को लेकर प्रतिबद्ध है।
मंत्रालय ने कहा कि टीके की अधिक खुराकों की उपलब्धता के माध्यम से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में टीकाकरण अभियान को तेज किया गया है। इसके अलावा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टीके की उपलब्धता के बारे में नियमित रूप से सूचित किया जाता है ताकि उनके द्वारा बेहतर योजना बनाई जा सके और टीका आपूर्ति शृंखला को सुव्यवस्थित किया जा सके। भाषा