facebookmetapixel
₹4 करोड़ कम, लेकिन RR चुना! जानिए क्यों Jadeja ने CSK को कहा अलविदा75% का तगड़ा डिविडेंड! फॉर्मा कंपनी का निवेशकों को बड़ा तोहफा, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्ते25 की उम्र में रचा इतिहास! मैथिली ठाकुर बनीं बिहार की सबसे कम उम्र की MLA; जानें पिछले युवा विजेताओं की लिस्टDividend Stocks: अगले हफ्ते 50 से अधिक कंपनियां बाटेंगी डिविडेंड, शेयधारकों को मिलेगा अतिरिक्त मुनाफाBonus Stocks: हर एक पर पांच शेयर फ्री! ऑटो सेक्टर से जुड़ी कंपनी का निवेशकों को गिफ्ट, रिकॉर्ड डेट फिक्सBihar Election Results: महागठबंधन की उम्मीदें क्यों टूटीं, NDA ने डबल सेंचुरी कैसे बनाई?इंडिगो 25 दिसंबर से नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 10 शहरों के लिए शुरू करेगी घरेलू उड़ानेंDelhi Weather Update: सावधान! दिल्ली-NCR में जहरीली हवा का कहर, IMD ने कोल्ड-वेव अलर्ट जारी कियाNowgam Blast: फरीदाबाद में जब्त विस्फोटकों के कारण श्रीनगर में पुलिस थाने में धमाका; 8 की मौत, 27 घायलDecoded: 8वें वेतन आयोग से कर्मचारी और पेंशनरों की जेब पर क्या असर?

जम्मू कश्मीर के बिजली कर्मियों ने खत्म की हड़ताल

Last Updated- December 11, 2022 | 10:42 PM IST

सरकार के साथ कई दौर की बातचीत और पिछले दो दिनों से कई क्षेत्रों में बिजली कटौती के बाद जम्मू कश्मीर में बिजली विभाग के कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया।
मंडलायुक्त राघव लैंगर की ओर से जारी किए गए नोटिस में कहा गया है कि यह निर्णय लिया गया है कि विभाग सामान्य स्थिति बहाल करेगा और सरकार उनकी मांगों पर काम करेगी। इस नोटिस पर जेऐंडके पावर एम्पलोयीज ऐंड इंजीनियर्स कोऑर्डिनेशन कमिटी (जेकेपीईईसीसी) का हस्ताक्षर है।
बिजनेस स्टैंडर्ड ने इस नोट की समीक्षा की है। इसमें कहा गया है, ‘यह निर्णय किया गया है कि जेऐंडके पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (जेकेपीटीसीएल) और पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पीजीसीआईएल) के बीच प्रस्तावित संयुक्त उद्यम के निर्णय को स्थगित कर दिया जाएगा। जेकेपीईईसीसी के सदस्यों को शामिल कर बनाई गई समिति आगे की कार्रवाई के लिए सिफारिशें करेगी।’ नोट में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि वेतनमान को नियमित किया जाएगा। इसमें कहा गया है, ‘जेकेपीडीडी, जेकेएसपीडीसीएल, जेकेपीटीसीएल के सेवारत कर्मचारियों को सुरक्षित किया जाएगा। ये तीनों कंपनियां विद्युत विभाग की इकाई हैं।’
तीनों इकाइयों के कर्मचारियों ने इस केंद्र शासित प्रदेश में बिजली वितरण का निजीकरण करने के जेऐंडके विद्युत विकास विभाग के कदम और साथ ही पारेषण इकाई जेकेपीटीसीएल का पीजीसीआईएल में विलय का विरोध करने के लिए हड़ताल किया था। कर्मचारियों के इस कदम से केंद्र शासित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बिजली कटौती और सर्विसिंग में देरी की नौबत आ गई जिससे पूरी तरह से अंधेरे की स्थिति उत्पन्न हो गई। राजनीतिक नेताओं ने इस स्थिति की आलोचना की है। जेऐंडके नैशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं जम्मू में हूं जहां पर पड़ोसी के घर कल से ही बिजली नहीं आ रही है। यही हाल समूचे जम्मू कश्मीर का है।’

First Published - December 21, 2021 | 11:29 PM IST

संबंधित पोस्ट