facebookmetapixel
AI से इतर रोटेशन ट्रेड में भारत बनेगा बड़ा फायदेमंद बाजार, CLSA का दावाटाटा मोटर्स पर मंडराया सेंसेक्स से बाहर होने का खतरा, इंडिगो ले सकती है जगहUnemployment Rate: अक्टूबर में बेरोजगारी दर 5.2% पर स्थिर, गांवों में सुधार लेकिन शहरी क्षेत्रों में बढ़ा दवाबभारत में Demat Boom… पर क्यों 85% परिवार अभी भी मार्केट में नहीं आते?Explainer: नया डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन (DPDP) नियम क्या है इसका आपके ऊपर क्या प्रभाव पड़ने वाला है?शेख हसीना को फांसी की सजा के बाद बोला भारत: हम बांग्लादेश के लोगों के हित में खड़े हैंFD से भी ज्यादा ब्याज! पोस्ट ऑफिस की इन 5 बड़ी सेविंग स्कीम्स में निवेश कर आप बना सकते हैं तगड़ा फंडअक्टूबर में निर्यात 11.8% घटकर 34.38 अरब डॉलर रहा; व्यापार घाटा बढ़कर 41.68 अरब डॉलर पर पहुंचाटैक्स सिस्टम में होगा ऐतिहासिक बदलाव! नए इनकम टैक्स कानून के तहत ITR फॉर्म जनवरी से होंगे लागूक्या पेंशनर्स को अब DA और दूसरे लाभ नहीं मिलेंगे? सरकार ने वायरल मैसेज की बताई सच्चाई

अहम पड़ाव पर है निफ्टी-50

Last Updated- August 17, 2020 | 12:16 AM IST

 
शुक्रवार को बाजार में बैंकिंग शेयरों की अगुआई में अचानक तेज बिकवार्ली  । 50 शेयरों वाले निफ्टी सूचकांक ने 11,300 के स्तर को तोड़ दिया, लेकिन उसके ऊपर टिके रहने में नाकाम रहा और अंत में 11,178 के स्तर पर बंद हुआ। तकनीकी विश्लेषकों ने कहा, बाजार में सकारात्मक रफ्तार तब तक बनी रह सकती है जब तक यह इंडेक्स 11,100 के ऊपर टिका रहे। सैमको सिक्योरिटीज की वरिष्ठ शोध विश्लेषक निराली शाह ने कहा, ऊपर प्रतिरोध का स्तर 11,380 है, हालांकि 10,900 का स्तर तोडऩे पर बढ़त का रुख नहीं बना रह पाएगा और उसके बाद ज्यादा संभावना तेज गिरावट की होगी। बाजार के विशेषज्ञों ने कहा, भारत व अमेरिका में बॉन्ड का बढ़ता प्रतिफल बाजार के लिए अवरोध के रूप में काम करेगा। सुंदर सेतुरामन

येस बैंक के अंडरराइटर ने की कमाई
पिछले हफ्ते येस बैंक का शेयर अप्रत्याशित तौर पर 36 फीसदी उछल गया जबकि निफ्टी बैंक इंडेक्स में मामूली गिरावट दर्ज हुई। शुक्रवार को हालांकि इस शेयर पर लोअर सर्किट ग गया, लेकिन पिछले हफ्ते के फायदे ने 15,000 करोड़ रुपये के एफपीओ में आवेदन करने वालों के चेहरे पर रौनक ला दी। एसबीआई कैपिटल मार्केट्स (एसबीआई कैप्स) को भी खुशी हुई क्योंकि अंडरराइटर के तौर पर उसे एफपीओ के न बिके शेयर खरीदने पड़े थे। एसबीआई कैप्स को सामान्य से ज्यादा शेयर खरीदने पड़ गए क्योंकि यूपीआई के इस्तेमाल से आवेदन करने वाले कई खुदरा निवेशकों के आवेदन खारिज हो गए थे। एक सूत्र ने कहा, प्रक्रियागत खामियों के कारण यूपीआई के जरिए मिलने वाले खुदरा निवेशकों के 200 करोड़ रुपये के आवेदन खारिज हो गए। इससे एसबीआई कैप्स का अंडरराइटिंग बोझ बढ़ गया। हालांकि इन्वेस्टमेंट बैंक शायद अब शिकायत नहीं कर रहा होगा कि शेयर एफपीओ कीमत से 25 फीसदी ऊपर है। एसबीआई कैप्स को भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं मिला। समी मोडक

फोकस्ड फंडों में सकारात्मक निवेश
संकेंद्रित दांव और सीमित तौर पर विशाखन आजमाने वाला फोकस्ड फंड एकमात्र इक्विटी श्रेणी है, जहां जुलाई में सकारात्मक निवेश नजर आया। इक्विटी फंडों से जुलाई में शुद्ध रूप से 2,400 करोड़ रुपये से ज्यादा की निकासी हुई। चार साल में यह पहला मौका है जब इक्विटी योजनाओं में निवेश का प्रवाह नकारात्मक रहा। सलाहकारों ने कहा, फोकस्ड फंडों को लेकर निवेशकों का रुझान बढ़ रहा है क्योंकि ऐसे फंड बाजार में सुधार के दौरान उम्दा प्रदर्शन कर सकते हैं। एक सलाहकार ने कहा, अच्छी तरह से बनाया गया फोकस्ड इक्विटी पोर्टफोलियो से निवेशकों को बाजार में गिरावट से होने वाले नुकसान को कवर करने में मदद मिल सकती है। किसी समय में फोकस्ड फंड में 30 से ज्यादा शेयर नहीं हो सकते। किसी अन्य इक्विटी फंड को इस तरह की सीमा से चिपके रहने की जरूरत नहीं होती है। जश कृपलानी

First Published - August 17, 2020 | 12:16 AM IST

संबंधित पोस्ट