भारत में 80 और 90 के दशक में सिनेमा में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाने वाले गायक-संगीतकार बप्पी लाहिड़ी का स्वास्थ्य संबंधी कई दिक्कतों के कारण निधन हो गया। उनका इलाज कर रहे एक डॉक्टर ने बुधवार को यह जानकारी दी। लाहिड़ी ने जुहू के क्रिटिकेयर हॉस्पिटल में मंगलवार की रात को अंतिम सांस ली। वह 69 वर्ष के थे। अस्पताल के निदेशक डॉ. दीपक नमजोशी ने बुधवार को बताया, ‘लाहिड़ी करीब एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे और उन्हें सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दी गई थी, लेकिन उनकी सेहत मंगलवार को बिगड़ गई और उनके परिवार ने एक डॉक्टर को घर बुलाया। उन्हें अस्पताल लाया गया। उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कई दिक्कतें थी। उनकी देर रात ओएसए (ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया) के कारण मौत हो गई।’
गायक ने पिछले साल सितंबर में उन खबरों को खारिज कर दिया था कि उन्होंने अपनी आवाज खो दी है। उन्होंने ऐसी अफवाहों को दिल तोडऩे वाली बताया था। सोने की मोटी जंजीरें और चश्मा पहनने के लिए पहचाने जाने वाले गायक-संगीतकार ने 70-80 के दशक में कई फिल्मों के लिए संगीत रचना की जिन्हें खासी लोकप्रियता मिली। इन फिल्मों में ‘चलते-चलते’, ‘डिस्को डांसर’ और ‘शराबी’ शामिल हैं। लाहिड़ी के परिवार में उनकी पत्नी चित्राणी, पुत्री रीमा और पुत्र बप्पा लाहिड़ी हैं। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को किया जाएगा क्योंकि परिवार उनके बेटे एवं संगीतकार बप्पा लाहिड़ी के अमेरिका के लॉस एंजिलिस से लौटने का इंतजार कर रहा है। लाहिड़ी के दामाद गोविंद बंसल ने कहा, ‘अंतिम संस्कार जुहू के पवन हंस शवदाहगृह में किया जाएगा।’ लाहिड़ी के परिवार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है ‘यह हमारे लिए अत्यंत दुखद समय है। हमारे प्रिय बप्पी दा बीती रात हमें छोड़ गए। हम उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। उनका आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ रहेगा।’
