चीन के विदेश मंत्री वांग यी अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान सोमवार शाम को विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महीने के अंत में चीन यात्रा का खाका तैयार किया जा सके। वांग मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ भी सीमा के मसले पर विशेष प्रतिनिधियों (एसआर) की 24वें दौर की वार्ता करेंगे। इसके बाद शाम को वह प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे। वांग और डोभाल सीमा वार्ता के लिए नामित विशेष प्रतिनिधि हैं।
वांग और जयशंकर की प्रस्तावित बैठक में सीमा पर तनाव कम करने, दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानों की बहाली, सभी नामित व्यापारिक बिंदुओं अर्थात् उत्तराखंड में लिपुलेख दर्रा, हिमाचल प्रदेश में शिपकी ला दर्रा और सिक्किम में नाथुला दर्रा के माध्यम से सीमा व्यापार दोबारा शुरू करने जैसे कुछ प्रमुख मुद्दे है, जिन पर चर्चा होने की संभावना है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, वांग मंगलवार को शाम 5:30 बजे प्रधानमंत्री के 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर उनसे मुलाकात करेंगे। मोदी 29 अगस्त से शुरू होने वाली अपनी जापान यात्रा के बाद 31 अगस्त और 1 सितंबर को उत्तरी चीन के शहर थ्यानचिन में शांघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए यात्रा करेंगे। थ्यानचिन में प्रधानमंत्री मोदी शिखर सम्मेलन के मौके पर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक करने वाले हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल पिछले साल दिसंबर में चीन गए थे और वांग के साथ एसआर वार्ता की थी। उसके बाद से जयशंकर बहुपक्षीय मंचों पर वांग से मिलते रहे हैं।
उन्होंने बीते महीने जुलाई में पेइचिंग में चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात की थी, जबकि डोभाल उनसे पिछली बार जून में मिले थे। बीते साल 23 अक्टूबर को कजान में आयोजित मोदी-शी की बैठक ने जून 2020 के गलवान घाटी सैन्य संघर्षों के बाद उपजे तनाव को दूर करने में मदद की और देपसांग और डेमचोक के लिए समझौते सहित दोनों देशों के बीच संबंधों के सामान्यीकरण का मार्ग प्रशस्त किया। वांग की यात्रा को इसलिए भी महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के ‘टैरिफ’ लगाने संबंधी निर्णय से भारत-अमेरिका संबंधों में बढ़ते तनाव के बीच हो रही है।