BS BFSI Summit 2023: साल के बहुप्रतीक्षित कार्यक्रमों में से एक ‘बिज़नेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई समिट 2023’ का आगाज आज यानी सोमवार को मुंबई में हुआ। इस दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन यानी आज समिट में MF CIO पैनल में वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति पर अपने विचार साझा किए।
BS BFSI इनसाइट समिट में आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्यूचुअल फंड के CIO, महेश पाटिल ने कहा, “बड़ा जोखिम वैश्विक स्तर पर है। भारत में स्थिर और टिकाऊ रिकवरी हुई है। भारतीय अर्थव्यवस्था अच्छी गति से बढ़ती रह सकती है।”
उन्होंने आगे कहा, ‘’भारत को अधिकांश बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए, हमारे बाजारों को भी ऐसा ही करना चाहिए। यह गिरावट पर खरीदारी का बाजार है।” पाटिल ने कहा, “यहां से भारतीय अर्थव्यवस्था को तेजी से आगे बढ़ना चाहिए। 6.5 फीसदी की दर से बढ़ने के लिए पर्याप्त संभावनाएं हैं।”
निप्पॉन इंडिया MF के CIO शैलेश राज भान ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी से बड़ी कंपनियां भारत की सबसे छोटी से छोटी कंपनियों से भी सस्ती उपलब्ध हैं। यह दिखाता है कि बाजार में इस समय कितना उथल-पुथल है।
भान ने कहा, आज चुनौती निकट अवधि की उम्मीदों की है, चाहे वह कमाई की हो, चाहे रिटर्न की उम्मीद की हो। “लोग उच्च रिटर्न की उम्मीद के साथ इक्विटी फंड में निवेश कर रहे हैं। यह एक चुनौती है।”
लोकसभा चुनावों और बाजार पर इसके प्रभाव को लेकर MF CIO पैनल की राय एक-दूसरे से जुदा रही। एक्सिस MF के CIO आशीष गुप्ता का मानना है कि बाजार और लोकसभा चुनावों के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है। गुप्ता ने कहा, बाजार को चिंता है कि लंबी अवधि में क्या होगा? SBI म्यूचुअल फंड के CIO राजीव राधाकृष्णन ने कहा, चुनावों से अस्थिरता हो सकती है, लेकिन अंत में, यह काफी हद तक मैक्रोज़ ही हैं जो बाजार की चाल को परिभाषित करते हैं।
आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्यूचुअल फंड के CIO महेश पाटिल ने कहा, चुनाव नतीजों से अल्पकालिक अस्थिरता आती है लेकिन मध्यम अवधि में इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वहीं, PPFAS MF CIO राजीव ठक्कर ने कहा ने कहा कि अगर समूह में आम सहमति है तो इसके विपरीत कदम उठाएं।
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BS BFSI इनसाइट समिट में MF CIO पैनल बैंक/वित्तीय, फार्मा, यूटिलिटीज, ऊर्जा और दूरसंचार सेक्टरों पर बुलिश है। आदित्य बिड़ला सन लाइफ MF के CIO महेश पाटिल ने कहा ने कहा कि भारत में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर गति पकड़ रहा है। बैंक क्षेत्र के लिए मूल्यांकन उचित दिख रहा है।
जेफरीज के इक्विटी रणनीति के वैश्विक प्रमुख क्रिस्टोफर वुड ने भारत के विकास को लेकर महत्वपूर्ण बात कही। रफ्तार पकड़ रहे देश के विकास को लेकर वुड ने कहा कि भारत की विकास गाथा इस समय दुनिया में सबसे बेहतर है। वहीं वैश्विक स्तर पर बात करते हुए क्रिस्टोफर वुड ने चीन की आर्थिक मंदी का जिक्र करते हुए कहा, ‘चीन की समस्या आर्थिक कम और मनोवैज्ञानिक अधिक है।’
बाजार और बाजार की चाल को निर्धारित करने वाले फैक्टर्स को लेकर वुड ने कहा कि बााजार को संचालित करने वाली दो भावनाएं लालच और भय हैं। उन्होंने आगे कहा कि बाजार में अधिकांश समय यह भावना लालच होती है।
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इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत दो दशक पहले भारत के हसरतों से भरे युवाओं में क्रेडिट कार्ड और ईएमआई संस्कृति शुरू करने और बढ़ाने में अग्रणी रहे दिग्गज बैंकर केवी कामत के साथ बातचीत से शुरू हुई।
केवी कामथ ने कहा, “कोविड-19 के बाद और यूरोपीय संघ की स्थिति के बाद, हमने मुद्रास्फीति में वृद्धि देखी। भारत की प्रतिक्रिया नपी-तुली थी। यूरोपीय संघ ने बिल्कुल भी कुछ नहीं किया।” समिट में रैपिड फायर बातचीत में उन्होंने कहा कि मेरी चिंता इस बात को लेकर है कि बहुत सारी बाहरी चीज़ें अर्थव्यवस्था पर असर डाल रही हैं। पिछले कुछ वर्षों में, हमने उनमें से कई का सामना किया है। पहले, कोविड में चिकित्सा आपातकाल था, और फिर भू-राजनीतिक मुद्दे।