facebookmetapixel
IT Sector Q2 Preview: सितंबर तिमाही में कैसा रहेगा IT कंपनियों का प्रदर्शन? ब्रोकरेज रिपोर्ट्स का एनालिसिसअब निवेश में नहीं होगा धोखा! SEBI की नई @valid UPI सुविधा से पेमेंट होगा सुरक्षित, जानें डीटेल्ससरकार को घरेलू विनिर्माण को स्वार्थी ताकतों से बचाना चाहिएEditorial: विषाक्त कफ सिरप से बच्चों की मौत ने नियामकीय सतर्कता पर उठाए सवालभारतीय IT कंपनियों के लिए एच-1बी वीजा मसला एक झटका, लेकिन यहां अवसर भीवित्त वर्ष 27 तक घरेलू गैस की मांग बढ़ेगी, कीमतों में आएगी कमी: राजेश मेदिरत्ता2050 तक भारत में तेल की मांग दोगुनी होकर 90 लाख बैरल प्रतिदिन होने का अनुमानभारत-चिली वार्ता तेजी से आगे बढ़ रहा, 2025 तक व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने का लक्ष्यमहिंद्रा ऐंड महिंद्रा : पूरी रफ्तार से दौड़ रही बोलेरो की उत्पादन क्षमतासितंबर में सेवा क्षेत्र की गति सुस्त, PMI गिरकर 60.9 पर; निर्यात और मांग पर असर पड़ा

भारत में स्टारलिंक को सैटेलाइट इंटरनेट लाइसेंस, 5G-6G में दिखी तेज रफ्तार

Elon Musk की Starlink को भारत में सैटेलाइट इंटरनेट लाइसेंस मिला, 5G-6G और डिजिटल ग्रोथ में भारत ने रफ्तार पकड़ी।

Last Updated- August 01, 2025 | 7:01 AM IST
Starlink india
Representative Image

ईलॉन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्टारलिंक को भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने की मंजूरी मिल गई है। इसके साथ ही स्पेक्ट्रम अलॉटमेंट और गेटवे सेटअप का ढांचा भी तैयार है, ताकि सेवाओं की लॉन्चिंग में कोई दिक्कत न हो। यह जानकारी केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को दी। यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब देश में पहली बार मोबाइल कॉल किए जाने के 30 साल पूरे हो रहे हैं। सिंधिया ने कहा कि स्टारलिंक को यूनिफाइड लाइसेंस मिल गया है। स्पेक्ट्रम अलॉटमेंट और गेटवे की रूपरेखा तैयार है, जिससे सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं का रोलआउट आसानी से हो सके। स्टारलिंक के साथ ही भारती ग्रुप समर्थित यूटेलसैट वनवेब और जियो एसईएस भी अपने सैटकॉम सर्विसेज शुरू करने के लिए स्पेक्ट्रम अलॉटमेंट का इंतजार कर रही हैं।

सिंधिया ने कहा कि पिछले 11 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की डिजिटल यात्रा ऐतिहासिक रही है। टेलीफोन कनेक्शन अब 1.2 अरब हो गए हैं, जबकि इंटरनेट सब्सक्रिप्शन करीब 286% बढ़कर 97 करोड़ हो गए। ब्रॉडबैंड कनेक्शन 2014 के 6 करोड़ से बढ़कर 94.4 करोड़ हो गए, यानी 1,450% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। मोबाइल डेटा की कीमतें 96.6% घटीं और अब सिर्फ ₹8.9 प्रति GB में डेटा उपलब्ध है, जिससे भारत दुनिया में सबसे सस्ता डेटा देने वाला देश बन गया है।

सिंधिया ने बताया कि बीएसएनएल का रिवाइवल भी बड़ी उपलब्धि है। 18 साल में पहली बार बीएसएनएल ने लगातार दो साल मुनाफा कमाया—वित्त वर्ष 2024-25 में ₹262 करोड़ और ₹280 करोड़। 83,000 से ज्यादा 4G साइट्स लगाई गईं, जिनमें से 74,000 चालू हैं। एआई-आधारित मॉनिटरिंग और फाइबर फॉल्ट 12 घंटे में ठीक करने जैसी सुविधाओं ने सेवा को बेहतर बनाया है। भारत का 5G रोलआउट भी रिकॉर्डतोड़ रहा है। 99.6% जिलों में 5G पहुंच गया है, 4.74 लाख 5G टावर और 30 करोड़ यूजर्स हैं। भारत दुनिया में सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति 5G डेटा यूज करने वाला देश बन गया है, जहां एक यूजर हर महीने औसतन 32 GB डेटा इस्तेमाल कर रहा है। भारत 6G पेटेंट फाइलिंग में भी दुनिया के टॉप 6 देशों में शामिल है।

यह भी पढ़ें: भारत में स्टारलिंक केवल 20 लाख यूजर्स को दे सकेगा इंटरनेट कनेक्शन, BSNL पर नहीं पड़ेगा कोई असर: सरकार

उन्होंने बताया कि प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम से ₹4,305 करोड़ का निवेश आया, जिससे ₹85,391 करोड़ की बिक्री और 28,000 नई नौकरियां बनीं। विदेशी निवेश भी तीन गुना बढ़कर $282 मिलियन से $710 मिलियन हो गया है।

टेलीकॉम इंडस्ट्री बॉडी COAI के डायरेक्टर जनरल एसपी कोच्चर ने कहा कि 1995 में देश की पहली मोबाइल कॉल के बाद से भारत का टेलीकॉम सेक्टर पूरी तरह बदल गया है। आज भारत 1.2 अरब सब्सक्राइबर के साथ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टेलीकॉम बाजार है और यहां दुनिया के सबसे सस्ते टैरिफ उपलब्ध हैं। एक भारतीय ग्राहक अब हर महीने औसतन 21 GB डेटा इस्तेमाल करता है। भारत ने 2G से 5G तक का सफर पूरा कर लिया है और अब 99% से ज्यादा जिलों में 5G कवरेज है।

HFCL के मैनेजिंग डायरेक्टर महेंद्र नाहटा ने कहा कि भारत ने 2G और 3G में दुनिया के साथ कदम मिलाया, 4G में पकड़ बनाई और 5G में दुनिया का सबसे तेज रोलआउट किया। अब भारत 6G तकनीक में भी ग्लोबल स्टैंडर्ड तय करने की तैयारी कर रहा है। GX ग्रुप के CEO परितोष प्रजापति ने कहा कि PLI जैसी योजनाओं से भारत सिर्फ टेक्नोलॉजी का उपभोक्ता नहीं रहेगा, बल्कि डिजाइन, डेवलप और मैन्युफैक्चर भी करेगा। आने वाले 30 साल आत्मनिर्भर भारत के नाम होंगे।

(-भाषा इनपुट के साथ)

First Published - August 1, 2025 | 7:01 AM IST

संबंधित पोस्ट