facebookmetapixel
प्री-इंस्टॉल नहीं रहेगा संचार साथी, सरकार ने आदेश लिया वापसIndiGo की 2 दिन में 300 उड़ान रद्द, नए FDTL नियमों और पायलट कमी ने ऑपरेशन को प्रभावित कियालुढ़कता रुपया 90 के पार पहुंचा, व्यापार करार में अनि​श्चितता, FPI की निकासी से बढ़ा दबावEditorial: कमजोर रुपया निर्यात में मददगार, लेकिन भुगतान संतुलन पर बढ़ रहा दबावदलहन उत्पादन बढ़ाने की इच्छा कम: प्रतिस्पर्धी फसलों के मुकाबले कमजोर मुनाफारक्षा साझेदारी की कसौटी: भारत-रूस शिखर वार्ता से भविष्य के रिश्तों की परीक्षा2025 में इलेक्ट्रिक दोपहिया बिक्री 10% बढ़ी; टीवीएस, बजाज और एथर के बीच कड़ा मुकाबलापहले घरेलू मांग पूरी करने पर ध्यान देगी टीपी लिंक इंडिया, जल्द शुरू करेगी मैन्युफैक्चरिंगJSW-JFE का बनेगा ज्वाइंट वेंचर, ₹15,750 करोड़ में जापानी कंपनी खरीदेगी BPSL के स्टील कारोबार में 50% हिस्सेदारीमार्वल टेक्नॉलजी की R&D पावर बना भारत, 90% से ज्यादा प्रोडक्ट लाइन में दे रहा योगदान: नवीन बिश्नोई

भारत-चिली वार्ता तेजी से आगे बढ़ रहा, 2025 तक व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने का लक्ष्य

भारत और चिली वर्ष 2025 तक व्यापक व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए निवेश, खनिज, डिजिटल सेवाओं और एमएसएमई पर वार्ता तेज कर रहे हैं

Last Updated- October 06, 2025 | 11:11 PM IST
Trade
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

भारत और चिली वार्ता को तेजी से आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। इस मामले के जानकार व्यक्ति ने बताया कि इस वार्ता का लक्ष्य वर्ष के अंत तक व्यापक व्यापार समझौते को अंतिम रूप देना है।

वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारियों का दल तीसरे दौर की वार्ता के लिए 25 अक्टूबर को सैंटियागो, चिली जाएगा। इस मामले की जानकारी देने वाले व्यक्ति ने बताया कि भारत महत्त्वपूर्ण खनिजों के लिए अलग चैप्टर चाहता है। उन्होंने बताया, ‘बाजार पहुंच के मामले में भी विचार-विमर्श होना है। ऑफर लिस्ट को अंतिम रूप दे दिया गया है और इसका शीघ्र आदान-प्रदान होगा – अगले दौर की वार्ता से पहले (अक्टूबर में)।’

दोनों देशों ने नई दिल्ली में पांच वर्ष पहले समग्र आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) के पहले दौर की बातचीत की थी। दोनों देशों के बीच मौजूदा वरीयता व्यापार समझौते के आधार पर इस समझौते को बनाने का लक्ष्य है। इसमें डिजिटल सेवाओं, निवेश संवर्द्धन व समन्वय, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) और महत्त्वपूर्ण खनिजों सहित व्यापक मुद्दों को शामिल किया जाना है। इससे आर्थिक समन्वय व सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। चिली के साथ व्यापक व्यापार समझौता, बढ़ते भू राजनीतिक ध्रुवीकरण के बीच व्यापार साझेदारी में विविधता लाने की रणनीति का हिस्सा है। 

First Published - October 6, 2025 | 11:11 PM IST

संबंधित पोस्ट