देश का एकमात्र गैस एक्सचेंज, इंडियन गैस एक्सचेंज (आईजीएक्स) को उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में घरेलू गैस की मांग में तेजी आएगी। साथ ही 2027 तक कीमतें नरम होकर 8 से 9 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमबीटीयू) तक आ जाएंगी। आईजीएक्स के प्रबंध निदेशक और सीईओ, राजेश मेदिरत्ता ने शुभांगी माथुर के साथ बातचीत में कहा कि लंबे मॉनसून के कारण बिजली क्षेत्र से मांग कमजोर रहने के बावजूद एक्सचेंज पर कारोबार की मात्रा में मौजूदा वित्त वर्ष में 15-20 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है। संपादित अंश:
घरेलू गैस की मांग अब तक सुस्त रही है। मांग को लेकर आगे क्या अपेक्षाएं हैं?
घरेलू मांग निश्चित रूप से बढ़ेगी, लेकिन यह गैस की कीमतों पर भी निर्भर होगा। कीमतें अभी भी 12 से 13 डॉलर प्रति मीट्रिक मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमएमबीटीयू) के स्तर से नीचे नहीं आ रही हैं। इसकी वजह से पिछले 6 महीने में खपत में वृद्धि नहीं दिखी है। आने वाले समय में कीमतों में नरमी आएगी, जिससे मांग बढ़ेगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखें तो खासकर कतर और अमेरिका में द्रवीकरण क्षमता बढ़ रही है, जिस पर अंतिम निवेश निर्णय (एफआईडी) हो चुके हैं। 50 प्रतिशत से अधिक नई द्रवीकरण क्षमताएं तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) के लिए विकसित की जा रही हैं। हमें उम्मीद है कि 2026-27 में आपूर्ति अधिक होने से गैस की कीमतें कम होंगी।
गैस की कीमतों पर आपका क्या विचार है?
इस वर्ष (2025) में यह 11 से 13 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू की सीमा में होगा। 2026 में यह अभी भी दो अंकों में रह सकता है, लेकिन 2027 के बाद कीमत एक अंक में 8 से 9 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू रह सकती हैं।
किस क्षेत्र से गैस की मांग अधिक रहेगी?
लंबे मॉनसून के कारण इस साल बिजली की मांग सुस्त थी। इसलिए गैस की खपत में वृद्धि नहीं हुई। लेकिन आगे चलकर मांग बढ़नी चाहिए, क्योंकि सिटी गैस वितरण (सीजीडी) और एलएनजी खंड बढ़ते रहेंगे। सीजीडी पहले से ही चल रहा है और कुल गैस की मात्रा में समग्र कमी के बावजूद इस क्षेत्र में लगभग 10 प्रतिशत की मांग वृद्धि है। सीजीडी सेग्मेंट अन्य क्षेत्रों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। एलएनजी की ढुलाई और एलएनजी बंकरिंग नए क्षेत्रों के रूप में आ सकते हैं। इससे मांग में वृद्धि होगी।
वित्त वर्ष 2026 में आईजीएक्स पर कारोबार को लेकर आपका क्या नजरिया है?
पहले छह महीनों में पिछले वर्ष की तुलना में पहले ही 70 प्रतिशत अधिक मात्रा में कारोबार हो चुका है। यह एक अच्छी वृद्धि रही है। अगली छमाही में भी हम मात्रा के हिसाब से बेहतर कारोबार की उम्मीद कर रहे हैं। वित्त वर्ष 2026 में हम पिछले साल की समान अवधि की तुलना में मात्रा के हिसाब से में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। इस साल पहली छमाही में हमने 5.5 एमएमएससीएमडी कारोबार किया है।
आपने हाल ही में आईजीएक्स पर 3 महीने और 6 महीने के अनुबंध शुरू किए हैं। एक साल के अनुबंधों की शुरुआत कब हो रही है?
साल की शुरुआत में हमने 3 महीने और 6 महीने के अनुबंध शुरू किए। हमने एक साल का अनुबंध भी शुरू करने की योजना बनाई थी, लेकिन पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) ने शुरू में केवल 3 और 6 महीने के अनुबंध शुरू करने की सलाह दी। इसके अनुभव के आधार पर हम एक साल के अनुबंधों की शुरुआत भी कर सकते हैं। मार्च में हमने हितधारकों से परामर्श किया और प्रतिक्रिया मिली कि बाजार प्रतिभागियों को एक साल के अनुबंधों की भी आवश्यकता है। हम हितधारकों की सलाह के अनुसार अनुमोदन के लिए फिर से आवेदन करेंगे, जिसमें एक साल के अनुबंध भी होंगे। हम बाजार प्रतिभागियों के साथ फिर से परामर्श करने की योजना बना रहे हैं और फिर हम अक्टूबर के अंत तक एक साल के अनुबंधों के लिए पीएनजीआरबी में फिर से आवेदन करेंगे।
आईजीएक्स पर शुरू किए गए अनुबंधों पर बाजार की कैसी प्रतिक्रिया रही है?
3 महीने, 6 महीने और लघु पैमाने पर तरलीकृत प्राकृतिक गैस सहित नए अनुबंधों पर प्रतिक्रिया औसत रही है। हमने कुछ अनुबंध किए हैं, लेकिन यह और अधिक होना चाहिए था। इस बाजार खंड को अभी बढ़ना बाकी है।
कोई नया उत्पाद लाने की योजना बना रहे हैं?
हम कुछ उत्पादों पर काम कर रहे हैं। हम एलएनजी ट्रेडिंग पर भी विचार कर रहे हैं। हम एलएनजी एकत्रीकरण पर भी काम कर रहे हैं।
ग्रीन सर्टिफिकेट लॉन्च करने में कोई प्रगति है?
हम कंप्रेस्ड बायोगैस के लिए ग्रीन सर्टिफिकेट पर काम कर रहे थे। हम पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय या पीएनजीआरबी से दिशानिर्देशों का इंतजार कर रहे हैं।
आईजीएक्स आईपीओ पर क्या अपडेट है?
हम इस पर काम कर रहे हैं।