facebookmetapixel
Stocks To Watch Today: Reliance Jio, Vodafone Idea, Oil India समेत इन स्टॉक्स पर रखें नजर, दिख सकता है एक्शनIT Sector Q2 Preview: सितंबर तिमाही में कैसा रहेगा IT कंपनियों का प्रदर्शन? ब्रोकरेज रिपोर्ट्स का एनालिसिसअब निवेश में नहीं होगा धोखा! SEBI की नई @valid UPI सुविधा से पेमेंट होगा सुरक्षित, जानें डीटेल्ससरकार को घरेलू विनिर्माण को स्वार्थी ताकतों से बचाना चाहिएEditorial: विषाक्त कफ सिरप से बच्चों की मौत ने नियामकीय सतर्कता पर उठाए सवालभारतीय IT कंपनियों के लिए एच-1बी वीजा मसला एक झटका, लेकिन यहां अवसर भीवित्त वर्ष 27 तक घरेलू गैस की मांग बढ़ेगी, कीमतों में आएगी कमी: राजेश मेदिरत्ता2050 तक भारत में तेल की मांग दोगुनी होकर 90 लाख बैरल प्रतिदिन होने का अनुमानभारत-चिली वार्ता तेजी से आगे बढ़ रहा, 2025 तक व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने का लक्ष्यमहिंद्रा ऐंड महिंद्रा : पूरी रफ्तार से दौड़ रही बोलेरो की उत्पादन क्षमता

भारतीय दवा बाजार ने सितंबर में दर्ज की मजबूत वृद्धि, 7.3% का हुआ इजाफा

एंटी-नियोप्लास्टिक दवाओं में 16 प्रतिशत की बिक्री वृद्धि देखी गई, यूरोलॉजी दवाएं 14 प्रतिशत से अधिक बढ़ीं और वैक्सीन की मात्रा में 12.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई

Last Updated- October 06, 2025 | 11:07 PM IST
pharmaceutical

फार्मारैक के आंकड़ों में कहा गया है कि भारतीय दवा बाजार (आईपीएम) ने सितंबर में मजबूत वृद्धि दर्ज की है। बाजार की कुल बिक्री सितंबर में 20,886 करोड़ रुपये तक पहुंच गई जो पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में 7.3 प्रतिशत अधिक है।

मधुमेह-रोधी, हृदय और श्वसन संबंधी चिकित्साओं ने इस वृद्धि को रफ्तार दी। हृदय संबंधी दवाओं का मूल्य 13 प्रतिशत बढ़कर 2762 करोड़ रुपये हो गया जबकि मधुमेह-रोधी दवाओं की बिक्री 10 प्रतिशत बढ़कर 1889 करोड़ रुपये हो गई। इससे दीर्घाव​धि देखभाल चिकित्साओं की मजबूत मांग का पता चलता है। श्वसन संबंधी उपचारों की बिक्री में 15.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई और बिक्री 1,703 करोड़ रुपये तक पहुंच गई जो इन्हेलर तथा इससे संबंधित दवाओं की बढ़ती जरूरत को दर्शाता है।

अन्य चिकित्सा सेगमेंट ने भी भारतीय दवा बाजार के प्रदर्शन में सकारात्मक योगदान दिया। एंटी-नियोप्लास्टिक दवाओं में 16 प्रतिशत की बिक्री वृद्धि देखी गई, यूरोलॉजी दवाएं 14 प्रतिशत से अधिक बढ़ीं और वैक्सीन की मात्रा में 12.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो क्रमशः 511 करोड़ रुपये, 371 करोड़ रुपये और 203 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। इससे सभी स्पे​शियल्टी और प्रीवेंटिव थेरेपी में मजबूत विस्तार का पता चलता है। गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल और पेन/एनाल्जेसिक जैसे खंडों में मामूली गिरावट आई। हालांकि समग्र मूल्य वृद्धि सकारात्मक रही, जो मुख्य रूप से मूल्य निर्धारण और प्रीमियम उत्पादों पर केंद्रित थी।

कंपनियों में सन फार्मा 8.4 प्रतिशत हिस्सेदारी और 8.8 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि के साथ बाजार में अग्रणी रही। उसके बाद एबट, मैनकाइंड, सिप्ला और एल्केम का स्थान रहा जिन्होंने क्रमशः 3.7 प्रतिशत, 4.7 प्रतिशत, 9.2 प्रतिशत और 9.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। शीर्ष 20 कंपनियों में मिश्रित रुझानों के बावजूद अधिकांश ने मूल्य में दो अंक की वृद्धि दर्ज की।

First Published - October 6, 2025 | 11:01 PM IST

संबंधित पोस्ट