Reliance Industries Share: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयरों में गुरुवार (20 नवंबर) तेजी देखने को मिली। तेल से लेकर रिटेल सेक्टर में करने वाली कंपनी के शेयर बीएसई पर इंट्रा-डे ट्रेड में 1.8 प्रतिशत बढ़कर 1,546.30 रुपये तक पहुंच गए। यह निफ्टी के शीर्ष तीन बढ़ने वाले शेयरों में शामिल रहा और इंडेक्स का सबसे बड़ा सकारात्मक कंट्रीब्यूटर भी बना। शेयर में यह मजबूती कंपनी के ऑयल-टू-केमिकल्स और न्यू एनर्जी बिजनेस को लेकर कई ब्रोकरेज हाउसों की ताजा सकारात्मक टिप्पणियों के बाद देखने को मिली है। ब्रोकरेज का कहना है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों को नए एनर्जी बिजनेस से बढ़ावा मिल सकता है।
Motilal Oswal
मोतीलाल ओसवाल ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) पर ‘BUY’ रेटिंग दी है। साथ ही स्टॉक पर 1,765 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह शेयर 16 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे सकता है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर बुधवार को 1518 रुपये पर बंद हुए।
कंपनी के आगामी न्यू एनर्जी बिजनेस से मिलने वाली अनुकूल परिस्थितियों का हवाला देते हुए ब्रोकरेज ने अपनी रिपोर्ट (19 नवंबर) में कहा कि उसने रिलायंस के न्यू एनर्जी सेगमेंट का मूल्यांकन बढ़ाकर 174 रुपये प्रति शेयर कर दिया है। यह बदलाव बैटरी मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस को अपने मॉडल में शामिल करने के बाद किया गया है।
UBS
ब्रोकरेज हॉउस यूबीएस ने भी रिलायंस इंडस्ट्रीज पर 1,820 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 1,820 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। इस तरह, शेयर निवेशकों को 20% का रिटर्न दे सकता है।
ब्रोकरेज का कहना है कि मजबूत रिफाइनिंग मार्जिन के चलते O2C आय में सुधार होने की उम्मीद है। ब्रोकरेज के अनुसार, सिंगापुर बेंचमार्क वर्तमान में उन वास्तविक मार्जिनों को नहीं दर्शा रहा है जो डीजल-प्रधान रिफाइनरों को मिल रहे हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सितंबर 2025 तिमाही के दौरान दूरसंचार एवं डिजिटल सेवा कारोबार के दमदार प्रदर्शन और तेल से लेकर रसायन (ओ2सी) कारोबार में सुधार के कारण आय में वृद्धि दर्ज की। खुदरा कारोबार की आय में तेज वृद्धि की बदौलत दूसरी तिमाही में कंपनी की आय को दम मिला।
तिमाही के दौरान कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 9.7 फीसदी बढ़कर 18,165 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 16,563 करोड़ रुपये था। मगर वह वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के 26,994 करोड़ रुपये से 32.7 फीसदी कम रहा। ।
आरआईएल का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में ब्लूमबर्ग के लगभग 18,900 करोड़ रुपये के अनुमान से थोड़ा कम रहा। मगर कंपनी की शुद्ध बिक्री ब्लूमबर्ग के लगभग 2.49 लाख करोड़ रुपये के अनुमान से अधिक रही।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधित फैसले करने से पहले अपने एक्सपर्ट से परामर्श कर लें।)