मिस्त्री परिवार ने टाटा समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन की दोबारा नियुक्ति और दो अन्य निदेशकों- विजय सिंह एवं लियो पुरी- की नियुक्ति के लिए मतदान नहीं किया। टाटा समूह की प्रमुख होल्डिंग कंपनी टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड की आज हुई बैठक में इस प्रस्ताव पर मतदान हुआ। टाटा संस में मिस्त्री परिवार की 18.4 फीसदी हिस्सेदारी है।
चंद्रा को मार्च 2021 में समाप्त वित्त वर्ष के लिए 91 करोड़ रुपये का वेतन पैकेज मिला था। टाटा संस के बोर्ड ने दूसरे कार्यकाल के लिए उनकी नियुक्ति पर मुहर लगा दी थी जो इस साल फरवरी से शुरू हो चुका है। टाटा संस के अन्य शेयरधारकों ने भी चंद्रशेखरन की दोबारा नियुक्ति के पक्ष में मतदान किया। टाटा संस में बहुलांश हिस्सेदारी रखने वाले टाटा ट्रस्ट्स ने आज तीनों प्रस्तावों के पक्ष में मतदान किया।
टाटा संस चंद्रशेखरन को मूल वेतन एवं अन्य भत्तों के अलावा कंपनी के शुद्ध मुनाफे पर कमीशन भी देती है जिसे प्रत्येक वित्त वर्ष के अंत में बोर्ड द्वारा निर्धारित किया जाता है। टाटा संस के ईजीएम नोटिस में कहा गया है कि चंद्रशेखरन को बोर्ड अथवा समिति द्वारा निर्धारित कुछ प्रदर्शन मानकों के आधार पर दीर्घावधि प्रोत्साहन योजना की भी पेशकश की जाती है।
मिस्त्री परिवार के प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार किया।
टाटा समूह और मिस्त्री परिवार के बीच लंबे समय से कानूनी लड़ाई चल रही है और मिस्त्री की पुनर्विचार याचिका फिलहाल सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है। मिस्त्री परिवार ने सार्वोच्च न्यायालय के मार्च 2021 के फैसले को चुनौती दी है। सर्वोच्च न्यायालय ने अपने उस फैसले के तहत अक्टूबर 2016 में साइरस मिस्त्री को टाटा संस के बोर्ड से बतौर चेयरमैन हटाए जाने पर सहमति जताई थी।
इसी साल फरवरी में सर्वोच्च न्यायालय ने एक खुली अदालत में मिस्त्री की पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करने के लिए सहमति जताई थी। यह मामला फिलहाल सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है।
शेयरधारकों ने पूर्व अफसरशाह विजय सिंह के पक्ष में भी मतदान किया है। सिंह को टाटा संस के बोर्ड में टाटा ट्रस्ट्स के नामित सदस्य एवं गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में 17 जून 2013 से प्रभावी तौर पर नियुक्त किया गया था।
निदेशकों के लिए सेवानिवृत्ति की उम्र संबंधी नीति के अनुरूप सिंह जुलाई 2018 में सेवानिवृत्त हो गए थे। लेकिन इस साल बोर्ड ने निदेशकों के लिए सेवानिवृत्ति के लिए उम्र संबंधी नीति में बदलाव करते हुए टाटा संस के बोर्ड में टाटा ट्रस्ट्स के नामित निदेशकों के लिए लचीला रुख अपनाया है। उसी के अनुरूप टाटा ट्रस्ट्स ने सिंह को निदेशक के तौर पर नामित किया है।
निदेशक मंडल ने पुरी को कंपनी के अतिरिक्त निदेशक एवं स्वतंत्र निदेशक के तौर पर 24 मार्च 2022 से 23 मार्च 2025 के लिए नियुक्त किया था। शेयरधारकों ने आज उनकी नियुक्ति पर भी अपनी मुहर लगा दी।
