विदेशी निवेशकों के बीच भारतीय क्विक सर्विस रेस्टोरेंट (QSR) इंडस्ट्री में निवेश की होड़ मची है। ये निवेशक भारतीय कंपनियों का अधिग्रहण कर रहे हैं क्योंकि युवा आबादी ज्यादा होने और खरीदने की क्षमता बढ़ने के कारण ये फर्म भी तेजी से बढ़ रही हैं। मूल्यांकन बढ़ने के साथ ही इनके राजस्व में भी इजाफा हो रहा है।
बैंकरों का कहना है कि प्राइवेट इक्विटी (PE) फर्म एवरस्टोन कैपिटल (Everstone Capital) भारत में बर्गर किंग की फ्रैंचाइज चलाने वाली कंपनी रेस्टोरेंट ब्रांड्स एशिया (RBA) में अपनी 41 फीसदी हिस्सेदारी बेचने जा रही है। कंपनी इसके लिए जुबिलैंट फूडवर्क्स (Jubilant Foodworks) या अमेरिका की निजी इक्विटी फर्म एडवेंट इंटरनैशनल (Advent International) की अगुआई वाले कंसोर्टियम से बातचीत कर रही है। शेयर भाव के हिसाब से RBA में एवरस्टोन (Everstone) की हिस्सेदारी का मूल्य आज करीब 2,453 करोड़ रुपये है। सौदा वर्तमान मूल्य पर हुआ तो ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार QSR उद्योग में यह अभी तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण होगा।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक क्लाउड किचन फर्म रेबेल फूड्स प्राइवेट (Rebel Foods Private) ने सॉवरिन वेल्थ फंड कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (Qatar Investment Authority) की अगुआई में कुछ निवेशकों से 17.5 करोड़ डॉलर की पूंजी जुटाई है।
अगस्त 2021 में क्रिएडर कैपिटल ग्रुप (Creador Capital Group), टीआर एडवाजर्स (TR Advisors), न्यू क्वेस्ट कैपिटल पार्टनर्स (NewQuest Capital Partners) ने पिज्जा हट चलाने वाली सफायर फूड्स (Sapphire Foods) में इसके IPO से ठीक पहले निवेश किया था।
बैंकरों ने कहा कि जुबिलैंट ले पास भारत में डॉमिनोज पिज्जा (Domino’s Pizza) की फ्रैंचाइज पहले ही है और वह RBA में हिस्सेदारी खरीदने में सफल रही तो उसके पास भारतीय रेस्टोरेंट उद्योग में एक कंसोर्टियम हो जाएगा। एडवेंट एक अन्य निजी इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक के साथ खुली पेशकश ला सकती है।
सौदे की खबर से बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में लिस्टेड RBA का शेयर 13 फीसदी बढ़त के साथ 121 रुपये पर बंद हुआ। सौदे के बाद बाजार नियामक सेबी के अधिग्रहण नियमों के मुताबिक अल्पांश शेयरधारकों के लिए खुली पेशकश लाई जाएगी।
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एडवेंट ने इस पर टिप्पणी करने से मना कर दिया। जुबिलैंट फूडवर्क्स और एवरस्टोन को ईमेल भेजा गया, लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं आया।
बैंकरों के अनुसार जुबिलैंट को अधिग्रहण की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है। आरबीए का अधिग्रहण कंपनी के लिए उचित हो सकता है क्योंकि उसका मार्जिन अभी सिकुड़ रहा है।
विश्लेषकों के मुताबिक कच्चे माल की लागत बढ़ने से जुबिलैंट का सकल मार्जिन पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 160 आधार अंक घट गया है। 393 शहरों में 1,816 डॉमिनोज स्टोर चलाने वाली जुबिलैंट को RBA के अधिग्रहण से इस मोर्चे पर मजबूती मिल सकती है।
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रेटिंग फर्म ICRA के अनुसार कोविड-19 की पाबंदियां हटने के बाद वित्त वर्ष 2024 में QSR इंडस्ट्री की आय वित्त वर्ष 2023 की तुलना में 20 से 25 फीसदी बढ़ सकता है। क्विक सर्विस रेस्टोरेंट क्षेत्र की शीर्ष पांच फर्में अगले दो साल में 2,300 नए स्टोर खोल सकती हैं, जिन पर करीब 5,800 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। यह आंकड़ा कोविड से पहले के दौर से करीब दोगुना है।