वैश्विक कंपनियों की तरफ से छंटनी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। IT कंपनियों में आई मंदी की मार अब टेलीकॉम कंपनियों तक भी पहुंच गई है। ब्रिटेन की सबसे बड़ी ब्रॉडबैंड और मोबाइल प्रोवाइडर बीटी ग्रुप (BT Group) ने अब तक की सबसे बड़ी छंटनी (Layoff) का ऐलान किया है। और यह संख्या है 55,000। इसके पहले इस कंपनी को टक्कर देने वाली वोडाफोन ने भी मंगलवार को 10,000 कर्मचारियों को बाहर निकालने का ऐलान किया था।
40 फीसदी से ज्यादा कर्मचारियों को बाहर निकाले जाने का ऐलान करते हुए ब्रिटेन के सबसे बड़ा ब्रॉडबैंड और मोबाइल प्रोवाइडर ग्रुप, बीटी ग्रुप (Britain Broadband provider BT Group) ने गुरुवार को कहा कि उनकी कंपनी 2030 तक 55,000 कर्मचारियों की छंटनी करेगा।
बता दें कि बीटी ग्रुप में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या इस समय 130,000 है। ग्रुप ने बताया कि वित्त वर्ष 2030 के अंत तक वह इन कर्मचारियों की संख्या घटाकर 75,000 से 90,000 के बीच कर देगा। ग्रुप ने यह भी बताया कि उनके साथ काम करने वाले करीब 30,000 कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम कर रहे हैं।
Layoff के पीछे AI बड़ी वजह
40 फीसदी से ज्यादा BT Group की तरफ से नौकरियों में छंटनी के पीछे बड़ी वजह AI भी है। कंपनी के बॉस फिलिप जॉनसेन ने कहा कि 2030 तक फाइबर रोलऑउट का काम पूरा कर लिया जाएगा और कंपनी ज्यादा से ज्यादा कामों के लिए AI टेक्नोलॉजी को अपनाने लगेगी। इसके बाद कंपनी को बहुत कम कर्मचारियों की जरूरत होगी और यह कम लागत के साथ काम कर सकेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी इसके साथ ही 3G सर्विस भी पूरी तरह से बंद कर देगी।
कंपनी के बॉस फिलिप जानसेन की देखरेख में कंपनी एक नैशनल फाइबर नेटवर्क बनाने पर काम कर रही है और इसके साथ ही साथ यह हाई-स्पीड 5G मोबाइल सर्विसेज को भी रोल आउट कर रही है।
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जानसेन ने कहा कि डिजिटल नेटवर्क चलाने के लिए करीब 10,000 नेटवर्क इंजीनियरों की जरूरत कम हो जाएगी वहीं, जबकि ऑटोमेशन और AI जैसी टेक्नोलॉजी की वजह से भी करीब 10,000 कर्मचारियों की जरूरत नहीं होगी।
क्या मंदी है वजह?
पूरे साल के कंपनी के फाइनैंशियल रिजल्ट पर जानसेन ने कहा कि BT Group ने मंदी और आर्थिक अस्थिरता के बावजूद बेहतर परफॉर्म किया है। इस दौरान कंपनी ने अपने नेटवर्क में बढ़ोतरी की और उसे 7.9 बिलियन पाउंड (10 बिलियन डॉलर) के साथ समायोजित कोर आय (adjusted core earnings) में 5 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि यह इजाफा मार्केट की अपेक्षाओं के मुताबिक है।
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लेकिन नकदी पूंजीगत व्यय (cash capital expenditure) में वृद्धि के कारण कंपनी के मुक्त नकदी प्रवाह (free cash flow) में 5 फीसदी की कमी आई है और यह अब गिरकर 1.3 बिलियन पाउंड हो गया है।