डिफेंस और एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी से जुड़ी कंपनी Apollo Micro Systems ने तेलंगाना सरकार के साथ हैदराबाद में एक बड़े ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट के लिए एमओयू (MoU) साइन किया है। इस घोषणा के बाद भी दोपहर 2.54 बजे के आसपास कंपनी के शेयर 3.92% गिरकर ₹239.10 पर कारोबार कर रहे थे। कंपनी के शेयर पिछले पांच ट्रेडिंग सेशंस से लगातार गिर रहे हैं और इस अवधि में लगभग 15% का नुकसान हुआ है। हालांकि शेयर 200-दिन की मूविंग एवरेज से ऊपर है, लेकिन 5-दिन, 20-दिन, 50-दिन और 100-दिन की मूविंग एवरेज से नीचे ट्रेड कर रहा है।
कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि यह नया ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट लगभग ₹1500 करोड़ के निवेश से बनाया जाएगा। इसका उद्देश्य कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग और एक्सप्लोसिव फिलिंग क्षमता को बढ़ाना है, जो सरकार के आत्मनिर्भर भारत विजन के अनुरूप है।
कंपनी के अनुसार, यह प्रोजेक्ट वॉरहेड्स, रॉकेट मोटर्स, छोटे, मध्यम और बड़े कैलिबर की आर्टिलरी सिस्टम और गोला-बारूद के निर्माण पर केंद्रित होगा। इसके साथ ही यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार की जरूरतों को पूरा करेगा।
Apollo Micro Systems ने कहा कि यह नया प्रोजेक्ट उनकी उत्पादन क्षमता को कई गुना बढ़ाएगा, सप्लाई चेन को और मजबूत करेगा और स्वदेशी defensa तकनीकों के पोर्टफोलियो को और व्यापक बनाएगा। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर K. Reddy ने कहा कि यह प्रोजेक्ट भारत में बढ़ रही रक्षा (डिफेंस) की ज़रूरतों को पूरा करने में मदद करेगा और कंपनी की तरक्की को और तेज करेगा।
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Apollo Micro Systems बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स का हिस्सा है और पिछले एक साल में इसने 135% से ज्यादा रिटर्न दिया है। तीन साल में यह स्टॉक 800% से अधिक और पांच साल में 1700% से अधिक चढ़ चुका है। यानी यह सचमुच एक मल्टीबैगर साबित हुआ है।