सरकार चाहे लाख कोशिश कर ले, लेकिन मुद्रास्फीति की दर में कमी लाना फिलहाल संभव नजर नहीं आ रहा है।
देश के थोक मूल्य सूचकांक में दाल का योगदान 0.6 फीसदी, फल व सब्जी का 2.9 फीसदी, अंडे व मीट का 2.2 फीसदी तो चीनी का 3.6 फीसदी है। बीते एक माह के भीतर इन सभी चीजों की कीमत में अच्छी खासी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है।
खाद्य तेल का योगदान थोक मूल्य सूचकांक में 2.7 फीसदी है और इसमें भी पाम ऑयल को छोड़कर अन्य सभी तेलों की कीमतों में कोई गिरावट दर्ज नहीं की गयी है।
सब्जी : दिल्ली के केंद्रीय भंडार के मूल्यों के मुताबिक 28 अगस्त को भिंडी की कीमत 22 रुपये प्रति किलोग्राम, बैगन 24 रुपये, करेला 18 रुपये, तोरी 24 रुपये, हरी मिर्च 75 रुपये, बंधगोभी 18.90 रुपये, अरबी 20 रुपये, फ्रेंच बीन 60 रुपये, शिमला मिर्च 42 रुपये, पालक 18 रुपये तो सीताफल 8.75 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचे जा रहे हैं।
25 जुलाई को भिंडी की कीमत 16 रुपये प्रति किलोग्राम, बैगन 18 रुपये, करेला 12 रुपये, तोरी 18 रुपये, हरी मिर्च 25 रुपये, बंधगोभी 12 रुपये अरबी 15 रुपये, फ्रेंच बीन 26 रुपये, पालक 10 रुपये तो सीताफल 3.50 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर थे। यानी कि हर सब्जी की कीमत में प्रति किलोग्राम कम से कम 5 रुपये का इजाफा है।
आजादपुर मंडी के थोक सब्जी विक्रेता के मुताबिक सब्जी की कीमत के लिए बरसात व बाढ़ मुख्य रूप से जिम्मेदार है। हिमाचल प्रदेश व पंजाब बाढ़ की चपेट में हैं तो दिल्ली व हरियाणा में बारिश के कारण सब्जी की फसल नष्ट हो चुकी है। सामान्य दिनों के मुकाबले आवक महज 40 फीसदी रह गयी है।
फल : सेब की औसत कीमत में भी अगस्त माह के दौरान लगभग 350 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गयी है। पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले तो इसकी कीमत में 800 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी है। केले की कीमत में भी एक माह के दौरान 20-25 फीसदी का इजाफा है। अंडों के दाम में भी पिछले 15 दिनों के दौरान 30-40 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है।
मछली की कीमत में भी बीते 15 दिनों के दौरान देश भर के औसत भाव में प्रति क्विंटल 800 रुपये की बढ़ोतरी हो गयी है। अगस्त महीने के पहले सप्ताह में मछली की औसत कीमत 6447 रुपये प्रति क्विंटल थी जो अंतिम सप्ताह में 7195 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गयी।
चीनी के भाव में तो पिछले साल के मुकाबले 400 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा हो चुका है। सिर्फ इस साल के अगस्त महीने के दौरान इसकी कीमत उछलकर 1887 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गयी है।
खाद्य तेल : जहां तक खाद्य तेलों का सवाल है तो सिर्फ पाम ऑयल की कीमत में पिछले माह के मुकाबले लगभग 18 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट है। पाम ऑयल का आयात फिलहाल सिर्फ सरकार की तरफ से हो रहा है। सरसों तेल तेजी के साथ 73-75 तो सोयाबीन तेल 67-69 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर कायम है।