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नवंबर में थोक महंगाई शून्य से नीचे, WPI -0.32 प्रतिशत पर रही; खाद्य तेल व दलहन पर निगरानी जरूरीई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी फ्लिपकार्ट का मुख्यालय सिंगापुर से भारत आएगा, NCLT ने दी मंजूरीघने कोहरे और गंभीर प्रदूषण से उत्तर भारत में 220 उड़ानें रद्द, दिल्ली में कक्षाएं ऑनलाइन चलेंगीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे अम्मान, भारत-जॉर्डन द्विपक्षीय संबंधों में प्रगाढ़ता का नया अध्यायपहली छमाही की उठापटक के बाद शांति, दूसरी छमाही में सेंसेक्स-निफ्टी सीमित दायरे में रहेडॉलर के मुकाबले लगातार फिसलता रुपया: लुढ़कते-लुढ़कते 90.80 के रिकॉर्ड निचले स्तर तक पहुंचाभारत के निर्यात ने रचा रिकॉर्ड: 41 महीने में सबसे तेज बढ़ोतरी से व्यापार घाटा 5 महीने के निचले स्तर परमनरेगा बनेगा ‘वीबी-जी राम जी’, केंद्र सरकार लाने जा रही है नया ग्रामीण रोजगार कानूनGST कटौती का असर दिखना शुरू: खपत में तेजी और कुछ तिमाहियों तक बढ़ती रहेगी मांगविदेशी कोषों की बिकवाली और रुपये की कमजोरी का असर: शेयर बाजार मामूली गिरावट के साथ बंद
लेख

जल संकट के हल में अहम प्रकृति और जनता का साथ

आजादी के बाद से भारत की जल नीति प्राथमिक रूप से बड़े बांध बनाने और भूजल उत्खनन पर केंद्रित रही है। नई राष्ट्रीय जल नीति (एनडब्ल्यूपी) जिसका मसौदा पहली बार स्वतंत्र विशेषज्ञों की एक समिति ने तैयार किया है, उसका कहना है कि भविष्य में देश के विभिन्न हिस्सों में इस नीति को अपनाने की […]

अन्य समाचार

सत्ता और विपक्ष के मझधार में फंसी जलयुक्त शिवार योजना

महाराष्ट्र की पूर्ववर्ती सरकार की सबसे चर्चित योजना जलयुक्त शिवार मौजूदा महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार के निशाने पर है। महाराष्ट्र सरकार मराठवाड़ा में हाल की भारी बारिश से हुए जलभराव की वजह जलयुक्त शिवार योजना को बता रही है, तो पूर्ववर्ती सरकार के मुखिया इसकी वजह योजना पर लगाई गई रोक को बता रहे […]

लेख

ऑयल पाम की खेती से पर्यावरण को होगी अपूरणीय क्षति

तीसरे विश्व की अर्थव्यवस्था की एक विशिष्ट पहचान है उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) में खाद्य उत्पादों पर अधिक जोर देना। गरीब देशों में लोग अपनी आय का बड़ा हिस्सा खानेपीने की वस्तुओं पर खर्च करते हैं। भारत के सीपीआई में खाद्य एवं पेय पदार्थों की हिस्सेदारी 45 फीसदी है। अमेरिकी सूचकांकों में यह हिस्सेदारी 10-15 […]

ताजा खबरें

प्रदूषण रोकने के लिए कमर कस रहीं सरकारें

प्रदूषण वाले दिनों के पहले भारत की हवा की गुणवत्ता चर्चा में है और केंद्र व राज्य सरकारें उत्तर भारत में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोकने की कवायद में जुटी हैं। हवा की गुणवत्ता पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के नए दिशानिर्देशों के मुताबिक पूरा देश पूरे साल के दौरान वायु प्रदूषण […]

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महामारी के बीच ईएसजी निवेश की बढ़ रही लोकप्रियता

कोविड-19 महामारी के बीच भारत में ईएसजी (पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासनिक) निवेश की लोकप्रियता बढ़ रही है। वैश्विक रूप से ऐसे निवेश में वृद्घि और बिजनेस रेस्पोंसिबिलिटी ऐंड सस्टेनेबिलिटी रिपोर्टिंग (बीआरएसआर) के साथ भारत में सस्टेनेबिलिटी संबंधित जानकारियों में सुधार से ईएसजी निवेश की गति तेज होने की संभावना है। बीआरएसआर वित्त वर्ष 2023 से […]

कंपनियां

ईएसजी रेटिंग ढांचे के हक में नहीं सेबी

पर्यावरण, सामाजिक व गवर्नेंस (ईएसजी) के मामले में अव्वल कंपनियां निवेशकों की पसंदीदा बनने के बावजूद बाजार नियामक सेबी ने ईएसजी रेटिंग्स को लेकर नियमों का ढांचा बनाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। नियामकीय सूत्रों के मुताबिक, रेटिंग के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले विस्तृत आंकड़ों के साथ-साथ अन्य तरजीही मानकोंं की दरकार होती […]

कमोडिटी

ईएसजी व उत्सर्जन में कमी इस्पात कंपनियों के लिए अवसर व चुनौती

पिछले कुछ वर्षों के दौरान इस्पात उद्योग मं स्थिरता के मानदंडों में लगातार सुधार हुआ है लेकिन पर्यावरण पर प्रभाव की तीव्रता के लिए एक व्यापक योजना को लागू करने की जरूरत है। ईवाई इंडिया की एक रिपोर्ट में ऐसा कहा गया है। लेखा फर्म ने ‘टुआड्र्स ग्रीनर स्टील- स्टीयरिंग द ट्रांजिशन’ शीर्षक से यह […]

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घर से काम के कारण कार्बन उत्सर्जन में कमी

घर से काम करने और यात्रा न करने से आखिरकार पर्यावरण के लिए भी कुछ अच्छा हुआ है। अनअर्थइनसाइट द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार एक मीट्रिक बेंचमार्किंग और मार्केट इंटेलिजेंस फर्मों ने पाया है कि साल के दौरान कार्बन उत्सर्जन में अनुमानित 85 प्रतिशत की गिरावट आई है। कार्बन उत्सर्जन लगभग तीन लाख […]

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दिल्ली में इस साल लगेंगे 33 लाख पौधे

दिल्ली के पर्यावरण एवं वन मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस से दिल्ली में वृहद वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत करेगी। इस दौरान लोगों को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली जड़ी-बूटी के पौधे लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। केंद्र सरकार ने इस साल 18 लाख पौधे लगाने का […]

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कोविड ने बनाया लोगों को पर्यावरण सरोकारी

कोविड-19 वैश्विक महामारी के मद्देनजर उपभोक्ता स्थायित्व पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। एक स्थायी भविष्य के लिए वे अपनी जेब से भुगतान करने अथवा अपने वेतन में कटौती भी करने के लिए तैयार दिख रहे हैं। आईबीएम इंस्टीच्यूट फॉर वैल्यू (आईबीवी) के एक ताजा सर्वेक्षण से यह खुलासा हुआ है। यह सर्वेक्षण नौ […]