2025 में भारत में क्रिप्टोकरेंसी को अपनाने में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। CoinSwitch की एक रिपोर्ट ‘India’s Crypto Portfolio: How India Invests’ के अनुसार, अब क्रिप्टो निवेश का सबसे बड़ा हिस्सा छोटे शहरों और कस्बों से आ रहा है, न कि सिर्फ बड़े महानगरों से। रिपोर्ट 2.5 करोड़ से ज्यादा यूजर्स के डेटा पर आधारित है। इसमें बताया गया है कि जहां शुरुआत में क्रिप्टो अपनाने में मेट्रो शहरों की अहम भूमिका थी, वहीं 2025 में यह भागीदारी पूरे देश में ज्यादा समान रूप से फैल गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, टियर-3 और टियर-4 शहरों का योगदान सबसे ज्यादा रहा, इन शहरों का कुल क्रिप्टो कारोबार में 43.4% हिस्सा है। इसके बाद टियर-2 शहरों की हिस्सेदारी 32.2% रही। इससे पता चलता है कि अब छोटे शहरों और गांवों के पास के इलाकों में भी लोग डिजिटल पैसा (क्रिप्टो) समझने और अपनाने लगे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘टियर-1 शहर आज भी अहम योगदान दे रहे हैं, लेकिन अब क्रिप्टो भागीदारी पूरे देश में फैल चुकी है और इस विस्तार के केंद्र में भारत है।’
CoinSwitch के को-फाउंडर आशीष सिंघल ने कहा कि पिछले एक साल में दुनिया भर में क्रिप्टो को लेकर बड़े बदलाव हुए हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में अब क्रिप्टो को गंभीरता से लिया जा रहा है, जिससे साफ है कि डिजिटल पैसा अब दुनिया की बड़ी आर्थिक व्यवस्था का हिस्सा बन रहा है। भारत के बारे में उन्होंने कहा कि भारत लगातार तीसरे साल दुनिया में सबसे ज्यादा लोगों द्वारा क्रिप्टो अपनाने वाला देश बना हुआ है। उन्होंने साफ किया कि यह कोई अचानक हुआ बदलाव नहीं है, बल्कि यह धीरे-धीरे बढ़ने वाला मजबूत चलन है, जो युवाओं की संख्या, मोबाइल और इंटरनेट की समझ, और पैसे से जुड़ी जागरूकता बढ़ने की वजह से हो रहा है।
अगर राज्यों की बात करें तो उत्तर प्रदेश सबसे आगे रहा। यहां से कुल क्रिप्टो निवेश का 13% आया। यूपी के लोगों ने अलग-अलग तरह के क्रिप्टो में पैसा लगाया। लेकिन बिटकॉइन यहां सबसे ज्यादा पसंद किया गया। इसके बाद महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर रहा, जहां से 12.1% निवेश हुआ। यहां के लोगों ने ज्यादा सुरक्षित और बड़े क्रिप्टो में पैसा लगाया। महाराष्ट्र में बिटकॉइन और XRP सबसे ज्यादा खरीदे गए। दक्षिण भारत में कर्नाटक का योगदान 7.9% रहा। बेंगलुरु जैसे टेक शहर की वजह से यहां लोग पहले से डिजिटल चीजें समझते हैं। यहां भी बिटकॉइन और XRP लोगों की पहली पसंद रहे। दिल्ली-एनसीआर से 7.4% निवेश आया। यहां के निवेशकों ने सोच-समझकर पैसा लगाया और बिटकॉइन को सबसे ज्यादा चुना।
इसके अलावा हरियाणा (6%), राजस्थान (5.9%), पश्चिम बंगाल (5.3%), आंध्र प्रदेश (5%), तमिलनाडु (4.9%) और बिहार (4.3%) में भी क्रिप्टो अपनाने की रफ्तार तेज रही। रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे साफ होता है कि अब भारत में क्रिप्टो सिर्फ कुछ बड़े शहरों तक सीमित नहीं रहा। छोटे शहर और कस्बे अब क्रिप्टो की बढ़त में सबसे अहम भूमिका निभा रहे हैं। यानी 2025 में भारत में क्रिप्टो का फैलाव पूरे देश में हो चुका है और इसका असली सहारा छोटे शहरों के लोग बन रहे हैं।