घने कोहरे के चलते पूरे उत्तर भारत में हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दिल्ली समेत पूरे क्षेत्र में 220 उड़ानें रद्द हो गईं और सैंकड़ों का मार्ग बदलना पड़ा। विमानन उद्योग से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि कम दृश्यता के कारण अकेले दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 68 उड़ानें रद्द की गईं। यहां से प्रतिदिन लगभग 1,360 विमानों का संचालन होता है। कोहरे और बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए राजधानी दिल्ली में स्कूलों में कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए पढ़ाई हाइब्रिड से ऑनलाइन मोड में बदलने के निर्देश दिया गया है।
उच्चतम न्यायालय के बाद सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी वकीलों और पक्षकारों को मामलों की सुनवाई के लिए ‘हाइब्रिड मोड’ में पेश होने की सलाह दी है।
राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में अत्यधिक कोहरे के कारण हवाई और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित रहा। हरियाणा और उत्तर प्रदेश की कई प्रमुख सड़कों पर घने कोहरे में दर्जनों गाडि़यां टकरा गईं, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।
हवाई अड्डे का संचालन करने वाले डायल ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘हमारे अधिकारी यात्रियों की सहायता करने और सभी टर्मिनलों पर आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं।’ इंडिगो ने एक बयान में कहा, ‘घने कोहरे के कारण कम दृश्यता ने दिल्ली और उत्तरी भारत के अन्य हवाई अड्डों पर परिचालन को बुरी तरह प्रभावित किया है।’ कोहरे के कारण कंपनी की लगभग 170 उड़ानें रद्द हुईं। एयर इंडिया ने यात्रियों को घर से निकलने से पहले उड़ान की स्थिति का पता लगाने का परामर्श जारी किया है।
दिल्ली में सोमवार को धुंध छाई रही और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 498 दर्ज किया गया जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। दिल्ली के 38 निगरानी केंद्रों पर वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई, जबकि दो केंद्रों पर यह ‘बेहद खराब’ रही।
कोहरे को देखते हुए दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार, दिल्ली के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में नर्सरी से कक्षा-5 तक कक्षाएं ऑनलाइन चलेंगी। शारीरिक कक्षाएं अगले आदेश तक बंद कर दी गई हैं।
राष्ट्रीय राजधानी की पुलिस ने 6,000 से अधिक यातायात कर्मियों को प्रदूषण और ठंड के प्रतिकूल प्रभावों से बचाने के लिए व्यापक शीतकालीन सुरक्षा योजना तैयार की है।
(साथ में एजेंसियां)