क्वांटिटेटिव ट्रेडिंग ऐंड इन्वेस्टमेंट फर्म अल्फाग्रेप सिक्योरिटीज ने म्युचुअल फंड लाइसेंस के लिए बाजार नियामक सेबी के पास जून में आवेदन जमा कराया है। सेबी की तरफ से मिली अद्यतन जानकारी के मुताबिक, जून के आखिर में छह कंपनियां म्युचुअल फंड लाइसेंस पाने की दौड़ में थीं।
अल्फाग्रेप के अलावा कोस्मिया फाइनैंशियल होल्डिंग्स ने भी कोस्मिया इन्वेस्टमेंट के नाम से दोबारा आवेदन जमा कराया है। जियो फाइनैंशियल सर्विसेज और ब्लैकरॉक फाइनैंशियल के संयुक्त उद्यम ने 19 अक्टूबर, 2023 को आवेदन जमा कराया था और वह चार कंपनियों में से एक है जो नियामक से सैद्धांतिक मंजूरी की प्रतीक्षा कर रही है।
सेबी दो हिस्सों में एमएफ लाइसेंस देता है। पहला, सैद्धांतिक मंजूरी और फिर अंतिम पंजीकरण। जियो फाइनैंशियल के अलावा नई आवेदक कैपिटलमाइंड फाइनैंशियल सर्विसेज भी लाइसेंस पाने की दौड़ में है।
ऐंजल वन और यूनिफि कैपिटल (जिसे फरवरी 2023 व नवंबर 2023 में सैद्धांतिक मंजूरी मिली) अंतिम मंजूरी की प्रतीक्षा कर रही है। कंपनियां सैद्धांतिक मंजूरी के बाद अपनी-अपनी एएमसी का गठन शुरू करती हैं। ऐंजल वन ने एएमसी के सीईओ के लिए हेमेन भाटिया को चुना है। वह पहले निप्पॉन इंडिया एएमसी के साथ थे।