भारत के ब्लूमबर्ग ग्लोबल एग्रीगेट इंडेक्स में शामिल होने की संभावना बढ़ती जा रही है। बड़े विदेशी निवेशकों यानी लार्ज फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPIs) ने कहा है कि भारत का बॉन्ड बाजार अब अच्छा और आसानी से चलने वाला है। इसी वजह से माना जा रहा है कि ब्लूमबर्ग कंपनी जनवरी 2026 तक यह ऐलान कर सकती है कि भारत को अपने बड़े इंडेक्स में शामिल किया जाएगा।
ब्लूमबर्ग इंडेक्स सर्विसेज ने निवेशकों से पूछा था कि क्या भारत के FAR सरकारी बॉन्ड को उनके बड़े ग्लोबल इंडेक्स में शामिल किया जाए। इस बारे में बात करने वाले बड़े विदेशी निवेशकों ने कहा कि अब भारत के बाजार में आना-जाना और काम करना पहले से आसान हो गया है। इसी वजह से ज्यादातर निवेशक चाहते हैं कि भारत को इस इंडेक्स में शामिल किया जाए।
निवेशकों का कहना है कि भारत के सरकारी बॉन्ड पर मिलने वाला फायदा कई देशों, खासकर चीन से ज्यादा है। चीन के 10 साल वाले बॉन्ड पर सिर्फ 1.8–1.9% तक ही फायदा मिलता है, जबकि भारत में इससे ज्यादा रिटर्न मिलता है। इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की कीमत (लगभग ₹88.6–₹88.8) निवेशकों को भारत में पैसा लगाने का अच्छा मौका देती है। वे इसे एक सही समय मान रहे हैं।
भारत को इस इंडेक्स में लगभग 1% का हिस्सा मिल सकता है। अगर ऐसा हुआ, तो करीब 25 बिलियन डॉलर (लगभग 2.2 लाख करोड़ रुपये) का विदेशी पैसा अगले 10 महीनों में भारत में आ सकता है। इससे पहले भी, जब भारत जेपी मॉर्गन के दूसरे बॉन्ड इंडेक्स में शामिल हुआ था, तब भी लगभग इतनी ही बड़ी रकम भारत में आई थी।
निवेशकों से राय देने की आखिरी तारीख 30 नवंबर है। इसके बाद ब्लूमबर्ग जनवरी में सबकी राय देखकर अपना फैसला बताएगा। अगर ब्लूमबर्ग भारत को इंडेक्स में लेने का फैसला करता है, तो असली शामिल होने की प्रक्रिया फैसले के 10–12 महीने बाद शुरू होगी।
भारत के FAR सरकारी बॉन्ड पहले से ही ब्लूमबर्ग के दूसरे इंडेक्स – एमर्जिंग मार्केट लोकल करेंसी गवर्नमेंट इंडेक्स में शामिल हैं। इन्हें 31 जनवरी 2025 से उनकी पूरी कीमत के 10% हिस्से के साथ रखा जाएगा। इससे यह उम्मीद और मजबूत होती है कि भारत आगे भी वैश्विक बॉन्ड बाजारों में अपनी जगह और बढ़ा सकता है।