देश के सबसे लंबे समुद्री पुल मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) के उद्धाटन से पहले राज्य सरकार ने मुंबईकरों को बड़ी राहत देते हुए टोल टैक्स में 50 फीसदी की छूट का ऐलान किया है। एमटीएचएल का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर अटल सेतु रखा गया है। इसका उद्धाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 जनवरी को करेंगे।
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल की बैठक में आज फैसला लिया गया है अटल सेतु पर अब 250 रुपये टोल लिया जाएगा जबकि इसके पहले मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) ने टोल की दर 500 रुपये तय की थी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 जनवरी को देश के सबसे लंबे समुद्री पुल अटल सेतु (एमटीएचएल) का उद्घाटन करेंगे। मुंबई के सेवरी और रायगढ़ जिले के न्हावा शेवा क्षेत्र के बीच 21.8 किलोमीटर लंबे पुल पर 250 रुपये टोल शुल्क वसूलने के फैसले को मंजूरी दी गई।
शिंदे ने कहा कि उद्घाटन के बाद यात्रा में केवल 15-20 का समय लगेगा जिसमें अभी दो घंटे का समय लगता है। इस पुल से इससे जुड़े क्षेत्रों में आर्थिक विकास संभव हो सकेगा।
यह समुद्री पुल मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा जो राज्य के दो सबसे बड़े शहरों को जोड़ता है। छह लेन वाले इस पुल का 16.5 किलोमीटर लंबा हिस्सा समुद्र के ऊपर है, जबकि 5.5 किलोमीटर हिस्सा जमीन पर है।
इस समुद्री पुल के निर्माण योजना मुंबई में 70 के दशक की शुरुआत में बनाई गई थी। जो मुंबई को नवी मुंबई से सीधा जोड़े। लेकिन इस योजना की फाइलें एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर धूल खाती रहीं। फिर अप्रैल 2018 में इस परियोजना की जमीनी शुरुआत हुई, काम को गति मिली और यह ड्रीम ब्रिज आकार लेने लगा और अब बनाकर तैयार हो गया।
50 साल पुराना सपना अब सच होने जा रहा है। फिर इस परियोजना का निर्माण 2018 में शुरु हुआ था और इसे 2022 तक पूरा होना था, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसमें देरी हुई।
भारत के सबसे लंबे समुद्री पुल का उद्घाटन 25 दिसंबर को होना था, लेकिन यह तय समय सीमा से चूक गया। पुल ने पिछले एक पखवाड़े में आयोजित भार वहन क्षमता परीक्षणों को पास कर लिया है और वाहनों के आवागमन के लिए खोले जाने के लिए तैयार है।
मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक पर प्रतिदिन 100 किमी प्रति घंटे की गति सीमा के साथ 70,000 से अधिक वाहनों का आवागमन होने की उम्मीद है।
17,843 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित ये 6-लेन एक्सप्रेस वे वाहन की खराबी का पता लगाने और कंट्रोल रूम को अलर्ट करने के लिए AI कैमरों से भी लैस होगा।