देश के बड़े वाणिज्यिक बैंकों द्वारा की जाने वाली नई नियुक्तियों में वित्त वर्ष 2025 के दौरान काफी गिरावट आई है। ऐसा खास तौर पर बैंकों के खुदरा कारोबार में देखा गया है। कारोबार की वृद्धि में नरमी, शाखाओं के सीमित विस्तार और बेहतर एट्रिशन रेट (नौकरी छोड़ने की दर) को इसका प्रमुख कारण माना जा रहा है।
बैंकों की वार्षिक रिपोर्ट के आंकड़ों से पता चलता है कि देश के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी बैंक ने वित्त वर्ष 2025 में 49,713 पेशेवरों को नियुक्त किया। एक साल पहले यानी वित्त वर्ष 2024 में उसने 89,115 और वित्त वर्ष 2023 में 85,000 से अधिक नियुक्तियां की थीं। इसी प्रकार देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने वित्त वर्ष 2025 में महज 1,770 नियुक्तियां कीं, जबकि वित्त वर्ष 2024 में उसने 10,661 लोगों और वित्त वर्ष 2023 में 8,595 लोगों को नियुक्त किया था। निजी क्षेत्र के ऐक्सिस बैंक ने वित्त वर्ष 2025 में 31,674 लोगों को नियुक्त किया, जबकि एक साल पहले 40,724 लोगों को नियुक्त किया था।
टीमलीज सर्विसेज के मुख्य कार्याधिकारी (स्टाफिंग) कार्तिक नारायण के अनुसार, बैंकों की नियुक्ति में नरमी का एक बड़ा कारण पिछले 18 महीनों के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक का सख्त रुख है। उन्होंने कहा, ‘पर्सनल लोन, होम लोन, वाहन ऋण और गोल्ड लोन जैसे क्षेत्रों में वृद्धि की रफ्तार सुस्त रही है। ऐसे में बैंक नए लोगों को काम पर रखने के बारे में सतर्क रुख अपना रहे हैं। ज्यादातर नियुक्तियां केवल रिक्त पदों के लिए की जा रही हैं, नए पदों के लिए नहीं।’
बेमौसम बारिश ने रोजमर्रा के इस्तेमाल की वस्तु (एफएमसीजी) क्षेत्र को भी प्रभावित किया है। खास तौर पर एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर जैसे उत्पादों की बिक्री में नरमी दिख रही है। इससे बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र में उपभोक्ता फाइनैंस से संबंधित सेल्स टीम में नियुक्तियां प्रभावित हुई हैं।
एचडीएफसी बैंक ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि वित्त वर्ष 2025 नियुक्तियों के लिहाज से सुदृढ़ीकरण का वर्ष था। इस दौरान बैंक ने विस्तार योग्य, समावेशी और भविष्य के लिहाज से नियुक्तियों का प्रयास तेज किया। बैंक ने कहा, ‘हमारा ध्यान प्रतिभाओं की दक्षता बढ़ाने और लागत में कमी लाने, एआई के जरिये भर्ती प्रक्रिया को बेहतर करने और प्रतिभाओं का लगातार प्रवाह बनाए रखने के लिए निवेश करने पर था।’
बैंक ने कहा कि रोजगार के लिए तैयार मॉडल का विस्तार उसकी एक रणनीतिक प्राथमिकता थी। इसे कारोबार की जरूरतों के आधार पर पहले दिन से ही ताजा प्रतिभाओं को काम पर लगाने के लिहाज से डिजाइन किया गया है। वित्त वर्ष 2025 के आखिर में एचडीएफसी बैंक के कर्मचारियों की संख्या 2,14,521 थी। नई शाखाएं खोलने के मोर्चे पर भी एचडीएफसी बैंक की रफ्तार सुस्त रही।
एचडीएफसी बैंक ने वित्त वर्ष 2025 में 700 से अधिक शाखाएं खोलीं जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा 900 शाखाओं का था। वित्त वर्ष 2023 में उसने रिकॉर्ड 1,479 शाखाएं खोली थीं जिनमें से अधिकतर शाखाएं ग्रामीण एवं कस्बाई इलाकों में थीं। दूसरी ओर, ऐक्सिस बैंक ने वित्त वर्ष 2025 में 500 नई शाखाएं खोलीं, जबकि उसने वित्त वर्ष 2024 में 475 और वित्त वर्ष 2023 में 145 शाखाएं खोली थीं। बैंक ने कहा कि उसने वित्त वर्ष 2025 में परिसरों से 10,000 से अधिक लोगों को नियुक्त किया।
ऐक्सिस बैंक ने वित्त वर्ष 2025 के लिए अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा, ‘बैंक ने दो नई साझेदारी की है। पहली ग्रामीण एवं कस्बाई इलाकों में उभरती मांग को पूरा करने के लिए और दूसरी एक डिजिटल सेवा प्रदाता के जरिये नई प्रतिभा पूल को भुनाने के लिए।’ साल के आखिर में उसके कर्मचारियों की कुल संख्या 1,04,543 थी। इस बीच, बैंकिंग क्षेत्र में एट्रिशन रेट कम हो गई है। बड़े बैंकों ने कम एट्रिशन रेट की जानकारी दी है। उनका कहना है कि कर्मचारियों के साथ लगाव के बेहतर कार्यक्रमों के कारण ऐसा हुआ है।
एचडीएफसी बैंक की एट्रिशन रेट वित्त वर्ष 2024 में 26.9 फीसदी से घटकर वित्त वर्ष 2025 में 22.6 फीसदी रह गई। इसी प्रकार, ऐक्सिस बैंक की एट्रिशन रेट 28.8 फीसदी से घटकर 25.5 फीसदी रह गई। वित्त वर्ष 2023 में यानी वैश्विक महामारी के बाद इन दोनों बैंकों का एट्रिशन रेट क्रमशः 34.2 फीसदी और 34.8 फीसदी रही थी।
एसबीआई का कहना है कि वह भर्ती से इतर आंतरिक करियर विकास को प्राथमिकता देता और यह सुनिश्चित करता है कि बैंक में आगे बढ़ने के लिए कर्मचारियों के पास पर्याप्त अवसर हों। बैंक ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा, ‘एसबीआई ने सोशल मीडिया, हेड-हंटर्स, कंसल्टेंट्स और आकर्षक वीडियो कैंपेन का लाभ उठाकर पारंपरिक विज्ञापनों से इतर प्रतिभाओं की भर्ती के लिए अपनी रणनीति का विस्तार किया है।’
एसबीआई ने कहा, ‘बैंक सूचना प्रौद्योगिकी, सूचना सुरक्षा, जोखिम (जलवायु सहित), धन प्रबंधन आदि क्षेत्रों में खास विशेषज्ञता लाने के लिए बाहर से नियुक्ति पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इसके अलवा बैंक ने खेलों का समर्थन करने और कार्यस्थल पर एथलेटिक भावना को पेशेवर उत्कृष्टता के साथ मिलाने के लिए खिलाड़ियों की भर्ती शुरू की है।’ एसबीआई की एट्रिशन रेट 2 फीसदी से भी कम है और उसके कर्मचारियों की कुल संख्या 2,36,226 है।