बेची जाने वाली पॉलिसियों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट के बावजूद अक्टूबर में जीवन बीमा कंपनियों के न्यू बिजनेस प्रीमियम में बेहतरीन वृद्धि दर्ज की गई है। कंपनियों का एनबीपी अक्टूबर में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 13.16 प्रतिशत बढ़कर 30,347 करोड़ रुपये हो गया, जिसमें निजी क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनियों के कारोबार में आई तेजी की अहम भूमिका है।
लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल के आंकड़ों के मुताबिक सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का प्रीमियम सालाना आधार पर 9.48 प्रतिशत बढ़कर 17,131 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि निजी क्षेत्र के बीमाकर्ताओं का न्यू बिजनेस प्रीमियम सालाना आधार पर 18 प्रतिशत बढ़कर 13,216.51 करोड़ रुपये हो गया है।
कंपनियों ने बीमा नियामक से संशोधित मानक लागू करने की तिथि बढ़ाने का अनुरोध किया था, जिसकी अनुमति नहीं मिली। ज्यादातर कंपनियां 80 प्रतिशत पॉलिसियों को नए मानकों के मुताबिक करने में कामयाब रहीं।
विश्लेषकों के मुताबिक 1 अक्टूबर 2024 से प्रभावी नए सरेंडर मूल्य मानकों के बावजूद टर्म इंश्योरेंस और यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूलिप) में वृद्धि हुई, जिससे प्रीमियम में वृद्धि को आधार मिला है।