चारो तरफ क्रेडिट संकट की चिंताओं के बीच अब भारत को अपने बैंकों के कर्ज के बारे में गारंटी देनी पड़ सकती है। यह बात सबसे बड़े बांड फंड पैसेफिक इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी (पिम्को)ने कही है। इस बाबत पिम्को में जापान इकाई के एशिया-प्रशांत क्रेडिट रिसर्च प्रमुख कोयो ओजेकी ने कहा कि भारत कम से […]
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चारो तरफ क्रेडिट संकट की चिंताओं के बीच अब भारत को अपने बैंकों के कर्ज के बारे में गारंटी देनी पड़ सकती है। यह बात सबसे बड़े बांड फंड पैसेफिक इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी (पिम्को)ने कही है। इस बाबत पिम्को में जापान इकाई के एशिया-प्रशांत क्रेडिट रिसर्च प्रमुख कोयो ओजेकी ने कहा कि भारत कम से […]
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रिजर्व बैंक ने होम, उपभोक्ता, कॉरपोरेट, और पर्सनल लोन सस्ता करने का रास्ता साफ कर दिया है। जिसके तहत रिजर्व बैंक ने नकद आरक्षित अनुपात में 2.5 फीसदी कटौती और कर्जमाफी की पहली किस्त बैंकों को मुहैया कर बैंकिंग तंत्र में 1,45,000 करोड़ रुपये का प्रवाह करने के बाद इस राह पर अपने कदम अग्रसर किए […]
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विश्वव्यापी मंदी ने चकाचौंध होटल उद्योग की भी बत्तियां गुल कर दी है। जगमगाने वाले होटल अब टिमटिमाने लगे हैं। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के प्रमुख होटलों में यात्रियों की संख्या में 20-30 फीसदी की गिरावट आ चुकी हैं तो मध्य प्रदेश, दिल्ली एवं चंडीगढ़ के होटल भी आने वाले समय में इस प्रकार की […]
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आवास, उपभोक्ता, निगमित तथा व्यक्तिगत कर्ज आने वाले दिनों में सस्ते हो सकते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर में एक फीसदी की कटौती के बाद बैंकों ने यह संकेत दिए हैं। रिजर्व बैंक ने बैंकों के लिए अपनी अल्पकालिक कर्ज दर (रेपो दर) को एक प्रतिशत घटाकर आठ प्रतिशत कर दिया है। इस […]
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एनडीटीवी को दिए गए एक विशेष इंटरव्यू में अमेरिकन कंपनी जीई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जेफरी इमेल्ट ने कहा कि वे किसी भी अवसर को लपकने के लिए तैयार हैं। अस्थिरता के समय किसी को भी सिर्फ किसी अनहोनी के लिए तैयार रहना चाहिए। एनडीटीवी की संवाददाता श्वेता राजपाल ने फेयरीफिल्ड स्थित जीई ग्लोबल […]
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वैश्विक वित्तीय संकट का असर भारत पर कम से कम पड़े, इसके लिए सरकार विभिन्न नीतिगत उपायों पर चर्चा कर रही है। इन उपायों में से बैंकिंग क्षेत्र में सुधार, उद्योगों का विनियंत्रण, घाटे में चल रही सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों की नीलामी, रिटेल क्षेत्र में विदेशी निवेश की अनुमति, श्रम कानून में संशोधन और […]
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कंज्यूमर डयूरेबल्स और वाहन ऋण में आई भारी गिरावट के कारण कुल खुदरा क्षेत्रों(आवासीय ऋण, वाहन ऋण, व्यक्तिगत ऋण आदि) को दिए जानेवाला कर्ज जून 2008 में गिरावट के साथ 14 प्रतिशत तक के स्तर पर पहुंच गया। उल्लेखनीय है कि यह जून 2007 में 23 प्रतिशत के स्तर पर था। हाल में बैंकों द्वारा […]
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वैश्विक मंदी के मोर्चे पर चारों ओर से तीर झेल रही सरकार को एक बार फिर महंगाई ने बख्श दिया है। तेल और विनिर्मित उत्पादों की कीमतों में गिरावट के चलते महंगाई दर चार अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के दौरान गिरकर 11.44 फीसदी पर पहुंच गई। मुद्रास्फीति के आंकड़े गुरुवार दोपहर बाद ही जारी कर […]
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बाजार में नकदी की किल्लत को दूर करने के लिए सरकार हर तरफ उपाय कर रही है, ताकि मंदी का असर गहरा न हो। इसी कवायद में रिजर्व बैंक की ओर से बुधवार को नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में 1 फीसदी और कटौती की घोषणा की गई। रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने कहा […]
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