प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
2025 एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले क्रिकेट मैच को लेकर उत्साह तो हमेशा की तरह चरम पर है, लेकिन इस बार विज्ञापन दरों में 15 से 20 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है। पहले जहां भारत-पाकिस्तान मैच के लिए टीवी पर 10 सेकंड के विज्ञापन स्लॉट की कीमत 10 से 15 लाख रुपये तक होती थी, वहीं इस बार ये दरें कम हो गई हैं। दो इंडस्ट्री एग्जिक्यूटिव्स ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि इस गिरावट की कई वजहें हैं, जिनमें रियल मनी गेमिंग (आरएमजी) सेक्टर पर हालिया बैन और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव शामिल हैं।
एशिया कप टूर्नामेंट 9 सितंबर से शुरू हुआ है, लेकिन इसमें यूएई, हॉन्गकॉन्ग, बांग्लादेश और ओमान जैसे देशों के मैचों को दर्शकों का ज्यादा रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा। इसकी वजह से टूर्नामेंट की शुरुआत कुछ फीकी रही है। डीडीबी मुद्रा ग्रुप की कंपनी मुद्रामैक्स के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सरफराज अंसारी बताते हैं कि भारत-पाकिस्तान मैच के लिए विज्ञापन की दरें आमतौर पर बहुत बढ़ जाती हैं, लेकिन इस बार टूर्नामेंट की सुस्त शुरुआत ने रुझान को बदल दिया है।
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (एसपीएनआई), जो 2031 तक एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के मैचों के मीडिया राइट्स होल्डर हैं, ने विज्ञापन बिक्री का नया तरीका अपनाया है। एक सूत्र के मुताबिक, उन्होंने सात अहम मैचों (जिनमें भारत के मैच शामिल हो सकते हैं) के लिए 10 सेकंड के विज्ञापन स्लॉट की फ्लैट रेट 16 लाख रुपये रखी है। इसमें बाकी सभी गैर-भारत मैच भी शामिल हैं। यह दर मौजूदा टूर्नामेंट के लिए तय की गई है।
ये औसत दरें स्टैंडअलोन भारत-पाक मैचों के लिए हैं। पैकेज और मीडिया राइट्स ओनर के आधार पर इनमें थोड़ा बदलाव हो सकता है।
कनेक्टेड टीवी (सीटीवी) के लिए विज्ञापन की दरें इस टूर्नामेंट में 20 से 24 लाख रुपये प्रति 10 सेकंड के स्लॉट के आसपास हैं। एनवी कैपिटल के मैनेजिंग पार्टनर विवेक मेनन कहते हैं कि ये दरें पहले की तरह ही स्थिर हैं, लेकिन गेमिंग कंपनियों की गैरमौजूदगी ने विज्ञापन के बाजार को बड़ा झटका दिया है। गेमिंग कंपनियां क्रिकेट में सबसे ज्यादा विज्ञापन देने वालों में से थीं।
डिजिटल प्लेटफॉर्म की बात करें तो प्री-रोल विज्ञापनों की दरें 10 सेकंड के लिए 275 रुपये हैं। भारत के मैचों के लिए ये दर 500 रुपये और भारत-पाकिस्तान मैच के लिए 750 रुपये प्रति 10 सेकंड है।
इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि हाल में जीएसटी से जुड़े सरकारी ऐलान और फेस्टिव सीजन की शुरुआत के चलते कई नए ब्रांड्स विज्ञापनों में पैसा खर्च कर रहे हैं। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, एफएमसीजी, मोबाइल हैंडसेट, ऑटोमोबाइल, डेकोरेटिव पेंट्स, फाइनेंशियल सर्विसेज, इंश्योरेंस और टायर जैसी कंपनियां इस रविवार के भारत-पाकिस्तान मैच में बड़े पैमाने पर विज्ञापन दे रही हैं।
विवेक मेनन ने ये भी बताया कि भारतीय क्रिकेट टीम के लिए इस बार कोई लीड स्पॉन्सर नहीं होने से भी विज्ञापन दरों पर असर पड़ा है। वहीं, सोचीयर्स के को-फाउंडर सिद्धार्थ देवनानी का कहना है कि बड़े ब्रांड्स इस मौके को भुनाने के लिए तैयार हैं। उनका मानना है कि भारत-पाकिस्तान मैच का रोमांच इतना खास होता है कि बड़े ब्रांड्स इसमें हिस्सा लेने से पीछे नहीं हटेंगे।
इस बार का एशिया कप कई मायनों में अलग है। जहां एक तरफ क्रिकेट प्रेमी भारत-पाकिस्तान मैच का इंतजार कर रहे हैं, वहीं विज्ञापन बाजार में बदलाव साफ दिख रहा है। गेमिंग सेक्टर पर बैन और टूर्नामेंट की धीमी शुरुआत ने माहौल को थोड़ा प्रभावित किया है, लेकिन बड़े ब्रांड्स अब भी इस बड़े मौके को छोड़ना नहीं चाहते।