facebookmetapixel
Amazon Now बनाम Blinkit-Swiggy: कौन जीतेगा भारत में Quick Commerce की जंग?Adani Group की यह कंपनी बिहार में करेगी $3 अरब का निवेश, सोमवार को शेयरों पर रखें नजर!Stock Split: अगले हफ्ते तीन कंपनियां करेंगी स्टॉक स्प्लिट, निवेशकों को मिलेगा बड़ा फायदा; जानें रिकॉर्ड डेटCBIC ने कारोबारियों को दी राहत, बिक्री के बाद छूट पर नहीं करनी होगी ITC वापसी; जारी किया नया सर्कुलरNepal Crisis: नेपाल में अगला संसदीय चुनाव 5 मार्च 2026 को होगा, राष्ट्रपति ने संसद को किया भंगट्रंप का नया फरमान: नाटो देश रूस से तेल खरीदना बंद करें, चीन पर लगाए 100% टैरिफ, तभी जंग खत्म होगी1 शेयर बंट जाएगा 10 टुकड़ों में! ऑटो सेक्टर से जुड़ी इस कंपनी ने किया स्टॉक स्प्लिट का ऐलान, रिकॉर्ड डेट तयElon Musk की कंपनी xAI ने 500 कर्मचारियों को अचानक निकाला, Grok ट्रेनर्स सकते में!भारत-पाक मैच की विज्ञापन दरों में 20% की गिरावट, गेमिंग सेक्टर पर बैन और फेस्टिव सीजन ने बदला बाजारFY26 में 3.2% रहेगी महंगाई, RBI से दर कटौती की उम्मीद: Crisil

ट्रंप का नया फरमान: नाटो देश रूस से तेल खरीदना बंद करें, चीन पर लगाए 100% टैरिफ, तभी जंग खत्म होगी

ट्रंप ने नाटो देशों द्वारा रूस से तेल खरीदने को "हैरान करने वाला" बताया, उनका कहना है कि इससे नाटो की मोलभाव करने की ताकत कमजोर होती है

Last Updated- September 13, 2025 | 8:07 PM IST
Donald Trump
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप | फाइल फोटो

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने शनिवार को रूस के खिलाफ कड़े कदम उठाने की बात कही। उन्होंने कहा कि वह रूस पर बड़ी सख्ती (प्रतिबंध) लगाने को तैयार हैं। लेकिन इसके लिए एक शर्त रखी। ट्रंप चाहते हैं कि नाटो के सभी देश रूस से तेल खरीदना पूरी तरह बंद करें। साथ ही, सभी नाटो देश रूस पर अपने स्तर से प्रतिबंध लगाएं। ट्रंप ने यह बात अपनी सोशल मीडिया साइट ट्रुथ सोशल पर कही। उन्होंने इसे नाटो देशों और दुनिया के लिए एक पत्र बताया।

ट्रंप ने यह भी सुझाव दिया कि नाटो देश चीन पर 50 से 100 फीसदी तक टैरिफ (आयात शुल्क) लगाएं। उनका मानना है कि इससे रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग को खत्म करने में मदद मिलेगी। ट्रंप का कहना है कि चीन का रूस पर काफी प्रभाव है। अगर नाटो ऐसा करता है, तो यह जंग जल्द खत्म हो सकती है।

Also Read: G-7 पर ट्रंप बना रहे दबाव, रूसी तेल खरीद को लेकर भारत-चीन पर लगाए ज्यादा टैरिफ

नाटो देशों की रूस पर निर्भरता

ट्रंप ने नाटो देशों द्वारा रूस से तेल खरीदने को “हैरान करने वाला” बताया। उनका कहना है कि इससे नाटो की मोलभाव करने की ताकत कमजोर होती है। यूरोपीय कमीशन जल्द ही रूस के खिलाफ 19वें दौर के प्रतिबंधों की घोषणा करने वाला है। लेकिन हंगरी और स्लोवाकिया जैसे कुछ देश अभी भी रूसी तेल खरीद रहे हैं। फ्रांस और जर्मनी चाहते हैं कि कमीशन रूस की तेल कंपनियों और उन तीसरे देशों पर सख्ती करे, जो रूस के तेल व्यापार में मदद कर रहे हैं।

ट्रंप ने हाल ही में रूस के यूक्रेन पर सबसे बड़े हवाई हमले के बाद भी प्रतिबंधों की धमकी दी थी। लेकिन अभी तक उन्होंने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इससे यूक्रेन नाराज है। ट्रंप ने पिछले महीने अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि वह रूस पर प्रतिबंध लगाने को तैयार हैं, बशर्ते नाटो देश भी साथ दें।

ट्रंप ने यह भी कहा कि अगर नाटो उनके सुझावों को मानता है, तो यूक्रेन-रूस जंग जल्द खत्म हो सकती है। उन्होंने नाटो को चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो वह उनका समय बर्बाद नहीं करेंगे। 

First Published - September 13, 2025 | 6:27 PM IST

संबंधित पोस्ट