अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने शनिवार को रूस के खिलाफ कड़े कदम उठाने की बात कही। उन्होंने कहा कि वह रूस पर बड़ी सख्ती (प्रतिबंध) लगाने को तैयार हैं। लेकिन इसके लिए एक शर्त रखी। ट्रंप चाहते हैं कि नाटो के सभी देश रूस से तेल खरीदना पूरी तरह बंद करें। साथ ही, सभी नाटो देश रूस पर अपने स्तर से प्रतिबंध लगाएं। ट्रंप ने यह बात अपनी सोशल मीडिया साइट ट्रुथ सोशल पर कही। उन्होंने इसे नाटो देशों और दुनिया के लिए एक पत्र बताया।
ट्रंप ने यह भी सुझाव दिया कि नाटो देश चीन पर 50 से 100 फीसदी तक टैरिफ (आयात शुल्क) लगाएं। उनका मानना है कि इससे रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग को खत्म करने में मदद मिलेगी। ट्रंप का कहना है कि चीन का रूस पर काफी प्रभाव है। अगर नाटो ऐसा करता है, तो यह जंग जल्द खत्म हो सकती है।
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ट्रंप ने नाटो देशों द्वारा रूस से तेल खरीदने को “हैरान करने वाला” बताया। उनका कहना है कि इससे नाटो की मोलभाव करने की ताकत कमजोर होती है। यूरोपीय कमीशन जल्द ही रूस के खिलाफ 19वें दौर के प्रतिबंधों की घोषणा करने वाला है। लेकिन हंगरी और स्लोवाकिया जैसे कुछ देश अभी भी रूसी तेल खरीद रहे हैं। फ्रांस और जर्मनी चाहते हैं कि कमीशन रूस की तेल कंपनियों और उन तीसरे देशों पर सख्ती करे, जो रूस के तेल व्यापार में मदद कर रहे हैं।
ट्रंप ने हाल ही में रूस के यूक्रेन पर सबसे बड़े हवाई हमले के बाद भी प्रतिबंधों की धमकी दी थी। लेकिन अभी तक उन्होंने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इससे यूक्रेन नाराज है। ट्रंप ने पिछले महीने अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि वह रूस पर प्रतिबंध लगाने को तैयार हैं, बशर्ते नाटो देश भी साथ दें।
ट्रंप ने यह भी कहा कि अगर नाटो उनके सुझावों को मानता है, तो यूक्रेन-रूस जंग जल्द खत्म हो सकती है। उन्होंने नाटो को चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो वह उनका समय बर्बाद नहीं करेंगे।