टाटा समूह की प्रमुख होल्डिंग कंपनी टाटा संस को वित्त वर्ष 2025 के लिए समूह की कंपनियों से प्राप्त लाभांश आय में गिरावट दिख सकती है। टाटा संस की लाभांश आय और समूह की सूचीबद्ध कंपनियों से शेयर पुनर्खरीद के जरिये होने वाली आय वित्त वर्ष 2025 में 3.5 फीसदी घटकर 36,514 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है जो एक साल पहले 37,832 करोड़ रुपये रही थी। यह टाटा संस की लाभांश आय में पिछले नौ वर्षों में पहली सालाना गिरावट होगी। इससे पहले वित्त वर्ष 2016 में उसकी लाभांश आय में गिरावट दर्ज की गई थी। उस साल कंपनी की आय 42.5 फीसदी घटकर 6,898 करोड़ रुपये रह गई थी, जो इसके एक साल पहले 11,993 करोड़ रुपये थी।
विश्लेषकों का कहना है कि अगर टाटा संस की लाभांश आय में गिरावट होती है तो उसका असर ई-कॉमर्स, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण एवं विमानन जैसे समूह के कारोबार में उसके निवेश पर दिख सकता है। अपनी पहचान जाहिर न करने की शर्त पर एक विश्लेषक ने कहा, ‘टाटा संस की लाभांश आय में कमी का असर नई परियोजनाओं (जैसे ई-काॅमर्स, विमानन) में उसकी निवेश क्षमता पर पड़ेगा। उनमें से अधिकतर परियोजनाएं फिलहाल घाटे में चल रही हैं। अगर टीसीएस वित्त वर्ष 2026 के लिए लाभांश भुगतान बढ़ाती है तो स्थिति बदल सकती है।’
टाटा संस की एकल परिचालन आय वित्त वर्ष 2024 में 25.3 फीसदी बढ़कर 43,767 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले 34,917 करोड़ रुपये थी। इसमें करीब 95 फीसदी योगदान लाभांश आय और टीसीएस के शेयर पुनर्खरीद का था। टाटा संस का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2024 में 34,654 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले के मुकाबले 56.6 फीसदी अधिक है।
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टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज से लाभांश भुगतान में कटौती के कारण टाटा संस की लाभांश आय में गिरावट दिख सकती है। टीसीएस वित्त वर्ष 2025 के लिए कुल 46,612 करोड़ रुपये का इक्विटी लाभांश दे रही है, जो वित्त वर्ष 2024 के लिए 47,467 करोड़ रुपये के कुल भुगतान (शेयर पुनर्खरीद सहित) से 3.9 फीसदी कम है। ऐसे में टाटा संस को टीसीएस से प्राप्त लाभांश आय वित्त वर्ष 2025 में घटकर 32,722 करोड़ रुपये रह सकती है।
टीसीएस में टाटा संस की 71.74 फीसदी हिस्सेदारी है। वित्त वर्ष 2025 में टीसीएस ने कोई शेयर पुनर्खरीद नहीं नहीं की, जबकि वित्त वर्ष 2024 में उसने करीब 21,000 करोड़ रुपये की शेयर पुनर्खरीद की थी। इसका असर वित्त वर्ष 2025 के लिए टाटा संस की आय एवं मुनाफे पर दिख सकता है। वित्त वर्ष 2025 के लिए टीसीएस ने करीब 76 फीसदी लाभांश भुगतान पहली तीन तिमाहियों के दौरान अंतरिम लाभांश के रूप में और जनवरी में एक विशेष लाभांश के रूप में किया था।
टीसीएस अभी भी टाटा संस के लिए राजस्व का सबसे बड़ा स्रोत है। वित्त वर्ष 2025 के लिए समूह की सूचीबद्ध कंपनियों से होने वाली कुल लाभांश आय में टीसीएस का योगदान 89.6 फीसदी है जो वित्त वर्ष 2024 में 90 फीसदी रहा था। टाटा स्टील 3.9 फीसदी योगदान के साथ दूसरे पायदान पर है और उसके बाद 2.4 फीसदी के साथ टाटा मोटर्स का स्थान है। टाटा संस की कुल लाभांश आय में समूह की अन्य कंपनियों का कुल योगदान महज 4 फीसदी होगा। टाटा मोटर्स वित्त वर्ष 2025 के लिए कुल 2,208 करोड़ रुपये का लाभांश दे रही है जो वित्त वर्ष 2024 के मुकाबले 4 फीसदी कम है। टाटा स्टील और टाइटन कंपनी का लाभांश भुगतान वित्त वर्ष 2025 में एक साल पहले के स्तर पर बरकरार है।
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टाटा समूह की सूचीबद्ध 14 कंपनियों में से 7 कंपनियों ने वित्त वर्ष 2025 के लिए अपने लाभांश भुगतान में वृद्धि की है। उदाहरण के लिए, ट्रेंट ने वित्त वर्ष 2024 के लिए 114 करोड़ रुपये का लाभांश भुगतान किया था जो वित्त वर्ष 2025 में 56.3 फीसदी बढ़कर 178 करोड़ रुपये हो गया है। समूह की अन्य कंपनियों ने भी वित्त वर्ष 2025 के लिए लाभांश भुगतान में उल्लेखनीय वृद्धि की है। इनमें टाटा कम्युनिकेशंस (49.7 फीसदी), इंडियन होटल्स (28.6 फीसदी), वोल्टास (27.3 फीसदी), टाटा पावर (12.5 फीसदी) और टाटा कंज्यूमर (10.6 फीसदी) शामिल हैं।