Startup Mahakumbh 2024: राष्ट्रीय राजधानी के प्रगति मैदान में भारत मंडपम स्टार्टअप कंपनियों के महाकुंभ की मेजबानी करने जा रहा है। वहां सोमवार से शुरू हो रहे तीन दिन के स्टार्टअप महाकुंभ के दौरान भारत की ये कंपनियां दुनिया भर में सुर्खियां बटोरेंगी।
पीक 15 (Peak XV) के प्रबंध निदेशक रंजन आनंद ने कहा, ‘भारत आज हर क्षेत्र में नवोन्मेष कर रहा है और दुनिया के लिए भी नवाचार ला रहा है। हमने निर्णायक बिंदु पार कर लिया है और भारत पहले ही दुनिया में तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप तंत्रा वाला देश बन चुका है। अब वक्त आ गया है कि हम दुनिया को अपनी क्षमता दिखाएं।’
यह कार्यक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब स्टार्टअप क्षेत्र के लिए निवेश का सूखा खत्म होने की उम्मीद जगी है। 2023 में भारतीय स्टार्टअप में आने वाला निवेश 72 फीसदी घटकर 7 साल में सबसे कम रहा। मार्केट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ट्रैक्सन के आंकड़ों के अनुसार इस दौरान स्टार्टअप को महज 7 अरब डॉलर का निवेश मिला, जबकि 2022 में 25 अरब डॉलर का निवेश हुआ था।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के DPIIT विभाग के सचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा, ‘आज स्टार्टअप तंत्र के मामले में भारत दुनिया के अग्रणी देशों में है। नवोन्मेष के मामले में भारत दुनिया में 40वें स्थान पर है और हमारा लक्ष्य इससे आगे बढ़ना है। हमारा उद्देश्य स्टार्टअप महाकुंभ को न केवल बड़ा आयोजना बनाना है बल्कि इसे वार्षिक आयोजन बनाना है, जो भारतीय स्टार्टअप तंत्र के विकास को गति दे सके।’
कार्यक्रम में 50 यूनिकॉर्न और 500 इन्क्यूबेटर सहित 1,000 से अधिक स्टार्टअप एवं निवेशक शामिल होने की उम्मीद है। 23 देशों के 5,000 प्रतिनिधिमंडल और 50,000 कारोबारी आगंतुक भी इस महाकुंभ में शिरकत कर सकते हैं।
आयोजन समिति के सदस्य और केकेआर इंडिया के पूर्व मुख्य कार्याधिकारी संजय नायर ने कहा, ‘यह आयोजन दुनिया को दिखाएगा कि भारतीय स्टार्टअप तंत्र परिपक्व हो गया है। यह स्टार्टअप को पूंजी निवेश करने वालों से जुड़ने का भी मौका दे रहा है।’
आयोजन का मुख्य विषय ‘भारत इनोवेट्स’ है और इसमें मेंटॉरशिप क्लीनिक, पिच प्रतिस्पर्धाएं तथा मल्टी-ट्रैक जैसे कार्यक्रम होंगे, जिसमें लीडरशिप चर्चा, समूह परिचर्चा, कार्यशालाएं और स्टार्टअप के साथ ही भावी उद्यमियों की गतिविधियां भी देखने को मिलेंगी।
आनंदन ने कहा, ‘भारतीय स्टार्टअप ईकोसिस्टम को समृद्ध और जीवंत तरीके से प्रदर्शित करने की इस पहल के लिए सभी का एक साथ आना रोमांचक पल होगा।’
नायर ने कहा कि इसमें न केवल महानगरों के स्टार्टअप शामिल होंगे बल्कि देश भर के छोटे-मझोले शहरों और जिलों के भी कई स्टार्टअप इसमें शिकरत करेंगे। उन्होंने कहा कि एक यह व्यापक मंच है जिसमें स्टार्टअप को अपनी क्षमता प्रदर्शित करने का मौका मिल रहा है।
उद्योग संगठनों एसोचैम, नैसकॉम, बूटस्ट्रैप इन्क्यूबेशन और एडवाइजरी फाउंडेशन, टीआईई तथा इंडियन वेंचर ऐंड अल्टरनेट कैपिटल एसोसिएशन की अगुआई में यह कार्यक्रम भारतीय स्टार्टअप ईकोसिस्टम की विविधता को प्रदर्शित करेगा।
एस्सेल में पार्टनर प्रशांत प्रकाश ने कहा, ‘हम जिस क्षेत्रीय विविधता को दिखाने का प्रयास कर रहे हैं और वह भारतीय स्टार्टअप तंत्र का महत्त्वपूर्ण पहलू है।’
लेटसिंथेसिस के संस्थापक और मुख्य कार्याधिाकरी रंजन नवानी ने कहा कि भारत में वीडियो गेमिग का बाजार अप्रत्याशित तौर पर बढ़ रहा है। स्टार्टअप महाकुंभ जैसे मंच से इसे और बढ़ावा मिलेगा।