फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी स्विगी ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशंस प्लेसमेंट (QIP) के जरिए 10,000 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। कंपनी ने बताया कि इस प्रक्रिया में बड़े और भरोसेमंद ग्लोबल और घरेलू निवेशकों की जबरदस्त और विविध भागीदारी रही। इसमें 21 म्यूचुअल फंड, आठ घरेलू बीमा कंपनियां और 50 विदेशी निवेशक शामिल हैं। इस नई फंडिंग के बाद स्विगी के पास अब लगभग 17,000 करोड़ रुपये कैश मौजूद हैं।
कंपनी ने कहा कि यह भारतीय कंज्यूमर-टेक सेक्टर की अब तक की सबसे बड़ी डील्स में से एक है। साथ ही, यह किसी गैर-बैंकिंग कंपनी द्वारा भारत में किया गया दूसरा सबसे बड़ा QIP है। इस प्रक्रिया में घरेलू म्यूचुअल फंड, बीमा कंपनियां, सॉवरेन वेल्थ फंड और विदेशी निवेशकों से मजबूत रुचि देखने को मिली, जो स्विगी के बिजनेस पर निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।
कंपनी के मुताबिक, 80 से ज्यादा निवेशकों ने दिलचस्पी दिखाई, लेकिन शेयर आवंटन 61 निवेशकों को हुआ, जिनमें 15 से ज्यादा नए निवेशक भी शामिल हैं। इसमें प्रमुख म्यूचुअल फंड SBI MF, ICICI प्रूडेंशियल MF, HDFC MF, निप्पॉन इंडिया MF, कोटक MF, मिराए MF, एक्सिस MF और बिरला MF रहे।
घरेलू बीमा कंपनियों में ICICI प्रूडेंशियल लाइफ और HDFC लाइफ शामिल हैं। वहीं, ग्लोबल निवेशकों में कैपिटल ग्रुप, सिंगापुर सरकार, ब्लैकरॉक, नोमुरा एसेट मैनेजमेंट, टेमासेक, फिडेलिटी और गोल्डमैन सैक्स एसेट मैनेजमेंट शामिल रहे।
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स्विगी के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO श्रीहर्ष मजेटी ने कहा, “हमारे QIP को ग्लोबल और घरेलू निवेशकों से जो मजबूत समर्थन मिला, इसमें पिछले साल IPO के बाद आए नए निवेशक भी शामिल हैं। यह दिखाता है कि स्विगी के बिजनेस, अनुशासित कामकाज और लंबी अवधि की योजना पर निवेशकों का भरोसा कितना गहरा है।”
मजेटी ने कहा कि यह अतिरिक्त पूंजी कंपनी को अपने मुख्य बिजनेस को मजबूत करने, क्विक कॉमर्स (QCom) बिजनेस को बढ़ाने और वित्तीय रूप से सतर्क रहते हुए इनोवेशन में निवेश करने की आजादी देगी। फाइलिंग के अनुसार, जुटाई गई रकम में से लगभग 4,475 करोड़ रुपये QCom फुलफिलमेंट नेटवर्क के विस्तार और ऑपरेशंस में खर्च होंगे, 2,340 करोड़ रुपये ब्रांड मार्केटिंग और बिजनेस प्रमोशन पर, और 985 करोड़ रुपये टेक्नोलॉजी पर निवेश किए जाएंगे।
यह इश्यू 9 दिसंबर को शुरू हुआ और 12 दिसंबर को खत्म हुआ। शेयर की कीमत 375 रुपये रखी गई थी, जो 390.5 रुपये की फ्लोर प्राइस से 4% कम थी।
वित्त वर्ष 2025 में स्विगी का कुल कैश बैलेंस 6,695 करोड़ रुपये था, जबकि FY24 में यह 5,370 करोड़ रुपये था। इस नई फंडिंग के बाद अब कंपनी के पास लगभग 17,000 करोड़ रुपये कैश है। इटरनल के मामले में Q2 FY26 में क्लोजिंग कैश बैलेंस 18,314 करोड़ रुपये था, जो पिछले तिमाही के 18,857 करोड़ रुपये से थोड़ा कम है।