वाहन दिग्गज टाटा मोटर्स का समेकित शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में 51 फीसदी घटकर 8,470 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष की समीक्षाधीन तिमाही में करीब 9,000 करोड़ रुपये की आस्थगित कर देनदारियों और तिमाही के दौरान 566 करोड़ रुपये के असाधारण मद की वजह से कंपनी के समेकित शुद्ध लाभ पर दबाव पड़ा।
वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में कंपनी का राजस्व सालाना आधार पर सिर्फ 0.5 फीसदी तक बढ़कर 118,927 करोड़ रुपये रहा। चौथी तिमाही में एबिटा 4.1 फीसदी घटकर 16,700 करोड़ रुपये रह गया, जबकि कर एवं असाधारण व्यय पूर्व लाभ 2,500 करोड़ रुपये तक बढ़कर 12,100 करोड़ रुपये रहा। टीएमएल के ग्रुप सीएफओ पी बी बालाजी ने कहा कि चौथी तिमाही का पीएटी कम रहा क्योंकि पिछले साल करीब 9,000 करोड़ रुपये की कर देनदारी स्थगित थी, जबकि पीबीटी में बढ़ोतरी हुई थी। समेकित आधार पर ऑटोमोटिव कारोबार अब कर्ज मुक्त है, जिससे ब्याज लागत कम हो रही है। कंपनी के निदेशक मंडल ने 6 रुपये प्रति शेयर के लाभांश का सुझाव दिया है, जिसे शेयरधारकों की मंजूरी मिलनी बाकी है। टाटा मोटर्स का शेयर मंगलवार को बीएसई पर 1.76 फीसदी गिरकर बंद हुआ।
दोपहिया वाहन बनाने वाली हीरो मोटोकॉर्प का वित्त वर्ष 2025 में एक साल पहले के मुकाबले शुद्ध लाभ 16.9 फीसदी बढ़कर 4,376 करोड़ रुपये रहा। कंपनी की इलेक्ट्रिक स्कूटर की दमदार मांग और निर्यात में मजबूत वृद्धि होने से शुद्ध लाभ को बल मिला है। भारतीय वाहन विनिर्माता संघ (सायम) के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025 में हीरो मोटोकॉर्प ने 2,89,688 वाहनों का निर्यात किया, जो एक साल पहले के मुकाबले 44.17 फीसदी की दमदार वृद्धि है। मगर घरेलू बिक्री में मामूली वृद्धि दर्ज की गई, जिसमें थोक वृद्धि वित्त वर्ष 2025 में मामूली रूप से 3.5 फीसदी बढ़कर 56.09 लाख गाड़ियों की हुई। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के आंकड़े दर्शाते हैं कि कंपनी ने कैलेंडर वर्ष 2024 में 43,695 इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री, जो एक साल पहले के मुकाबले उल्लेखनीय रूप से 292 फीसदी की वृद्धि है। कंपनी के कार्यकारी निदेशक और कार्यवाहक मुख्य कार्य अधिकारी विक्रम एस कस्बेकर ने कहा, ‘साल के दौरान हमारी सफलता प्रीमियम, स्कूटर और ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) श्रेणी में मजबूत वृद्धि के कारण थी, जिसे कई नए उत्पादों की पेशकश से बल मिला। निर्यात की संख्या उद्योग के रुझानों से आगे निकल गई और हमने नए वैश्विक बाजारों में प्रवेश करते हुए पूरे भारत में अपने प्रीमियम खुदरा पदचिह्न का और विस्तार किया।’
दवा कंपनी सिप्ला का बीते वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 30 प्रतिशत बढ़कर 1,222 करोड़ रुपये रहा है। सिप्ला ने मंगलवार को जनवरी-मार्च 2025 तिमाही के वित्तीय नतीजों की सूचना शेयर बाजार को दी। एक साल पहले की समान तिमाही में उसे 939 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ हुआ था। सिप्ला ने कहा कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी परिचालन आय बढ़कर 6,730 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 6,163 करोड़ रुपये थी। इस बीच, सिप्ला के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 13 रुपये प्रति शेयर के अंतिम लाभांश और कंपनी के 90 साल पूरे होने पर तीन रुपये प्रति शेयर के विशेष लाभांश को मंजूरी दी है। इस तरह दो रुपये अंकित मूल्य वाले प्रत्येक शेयर पर कुल लाभांश 16 रुपये हो गया है।
ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन (जीएसके) फार्मास्युटिकल्स ने वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के दौरान समेकित शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 35 प्रतिशत की वृद्धि का मंगलवार को ऐलान किया और यह बढ़कर 262.87 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 194.48 करोड़ रुपये था। कंपनी का परिचालनगत राजस्व वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के 929.80 करोड़ रुपये की तुलना में सालाना आधार पर 4.8 प्रतिशत बढ़कर 974.37 करोड़ रुपये हो गया। तिमाही आधार पर कंपनी के शुद्ध लाभ में 14.3 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि राजस्व में 2.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
सुवेन लाइफ साइंसेज लिमिटेड का वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में एकीकृत शुद्ध घाटा बढ़कर 43.95 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी को राजस्व में गिरावट और अधिक व्यय के कारण घाटा हुआ। सुवेन लाइफ साइंसेज लिमिटेड का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में एकीकृत शुद्ध घाटा 26.54 करोड़ रुपये दिया था। कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी परिचालन आय घटकर 1.47 करोड़ रुपये रही। कुल व्यय बढ़कर 46.63 करोड़ रुपये हो गया। समूचे वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का एकीकृत शुद्ध घाटा बढ़कर 160.75 करोड़ रुपये हो गया। परिचालन आय भी घटकर 6.66 करोड़ रुपये पर आ गई।
सार्वजनिक क्षेत्र की गैस कंपनी गेल (इंडिया) लिमिटेड का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही में छह प्रतिशत घटकर 2,049.03 करोड़ रुपये रहा है। मुख्य रूप से पेट्रोरसायन कारोबार में नुकसान और गैस विपणन मार्जिन कम होने से कंपनी का लाभ घटा है। गेल ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी मार्च तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 2,176.97 करोड़ रुपये था। वहीं 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में यह 3,867.38 करोड़ रुपये था। गेल की परिचालन आय वित्त वर्ष 2024-25 में पांच प्रतिशत बढ़कर 1.37 लाख करोड़ रुपये रही। जबकि शुद्ध लाभ 28 प्रतिशत बढ़कर 11,312 करोड़ रुपये रहा। निदेशक मंडल ने एक रुपये प्रति शेयर अंतिम लाभांश की सिफारिश की है। यह 6.50 रुपये प्रति शेयर अंतरिम लाभांश के अलावा है। और पढ़ें
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी आदित्य बिड़ला कैपिटल का मार्च तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 30 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ 865 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1,245.41 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। आदित्य बिड़ला कैपिटल ने मंगलवार को शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही में इसकी कुल आय बढ़कर 12,239 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 10,803 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने कहा कि उसके निदेशक मंडल ने गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) सहित ऋण प्रतिभूतियां जारी कर 1,65,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। एक अलग बयान में कंपनी ने कहा कि उसका कुल ऋण पोर्टफोलियो 31 मार्च, 2025 तक सालाना आधार पर 27 प्रतिशत बढ़कर 1,57,404 करोड़ रुपये हो गया। इसके साथ ही कंपनी की कुल प्रबंधन-अधीन परिसंपत्तियां 31 मार्च, 2025 तक सालाना आधार पर 17 प्रतिशत बढ़कर 5,11,260 करोड़ रुपये हो गईं।
प्रौद्योगिकी कंपनी सीमेंस का शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 37 प्रतिशत से अधिक घटकर 408 करोड़ रुपये रहा है। मुख्य रूप से स्थिर और अन्य लागत बढ़ने से कंपनी का मुनाफा नीचे आया है। कंपनी का अक्टूबर से सितंबर के वित्त वर्ष का अनुसरण करती है। सीमेंस ने मंगलवार को बयान में कहा कि कंपनी का शुद्ध लाभ 31 मार्च, 2024 को समाप्त तिमाही में 649 करोड़ रुपये था। सीमेंस ने कहा कि लागत के अलावा, 2023-24 की दूसरी तिमाही में संपत्ति बिक्री से 192 करोड़ रुपये के असाधारण लाभ से मुनाफा बढ़ा था। कंपनी की परिचालन आय मार्च तिमाही में 4,259 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 4,152 करोड़ रुपये थी। सीमेंस के नए ऑर्डर 44 प्रतिशत बढ़कर 5,305 करोड़ रुपये रहे। यह आंकड़ा एक साल पहले इसी तिमाही में 3,697 करोड़ रुपये था।
मध्य श्रेणी की आईटी कंपनी हैपिएस्ट माइंड्स को वित्त वर्ष 26 के दौरान राजस्व में दो अंकों की वृद्धि का भरोसा है, हालांकि वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में उसे ग्राहकों की कमी देखने को मिली हो। 31 मार्च को समाप्त तिमाही के दौरान कंपनी का परिचालन राजस्व 6.3 करोड़ डॉलर रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 25.6 प्रतिशत अधिक है। पिछली तिमाही के मुकाबले राजस्व स्थिर रहा। विनिर्माण क्षेत्र में ग्राहकों की कमी की वजह से ऐसा हुआ। मार्जिन भी घटकर 14.6 प्रतिशत रह गया, जबकि तीसरी तिमाही के दौरान यह 17.5 प्रतिशत था। कंपनी को उम्मीद है बैंकिंग वित्तीय सेवा (बीएफएस) और स्वास्थ्य देखभाल कारोबार इस साल उसकी वृद्धि के संचालक रहेंगे, भले ही व्यापक आर्थिक हालात की अनिश्चितता बरकरार रहे और ग्राहक खर्च में नरमी रहे।
वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में भारती एयरटेल का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 432 फीसदी बढ़कर 11,022 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 2,071.6 करोड़ रुपये था। पिछले साल जुलाई में लागू ऊंची दूरसंचार दरों की वजह से भी कंपनी को शानदार मुनाफा दर्ज करने में मदद मिली है। हालांकि तिमाही आधार पर मुनाफा तीसरी तिमाही के 14,781 करोड़ रुपये की तुलना में 25.4 प्रतिशत घटा है। कंपनी ने वृद्धि के लिए भारत में मजबूत गति तथा अफ्रीका में निरंतर स्थिर मुद्रा वृद्धि को जिम्मेदार बताया है। परिचालन से समेकित राजस्व चौथी तिमाही में 47,876 करोड़ रुपये रहा, जो पूर्ववर्ती वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के 45,129 करोड़ रुपये की तुलना में 6.08 फीसदी अधिक है।
मार्च तिमाही में, कंपनी का भारतीय राजस्व 36,735 करोड़ रुपये रहा जो 28.8 फीसदी तक की वृद्धि है। राजस्व में बड़ा योगदान देने वाले मोबाइल सेवा खंड में चौथी तिमाही में 20.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। कंपनी का एआरपीयू (प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व) पूर्ववर्ती तिमाही के समान 245 रुपये पर मजबूत बना रहा। पिछले साल जुलाई में शुल्क वृद्धि की वजह से एआरपीयू अब तेजी से बढ़ा है।