गौतम अदाणी एक बार फिर देश के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। इस साल की हुरुन इंडिया की सूची में उनकी संपत्ति 95 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 11,61,800 करोड़ रुपये आंकी गई है। पिछले पांच साल में उनकी संपत्ति 10,21,600 करोड़ रुपये बढ़ी है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट जैसी चुनौती के बावजूद देश के शीर्ष 10 रईसों में अदाणी समूह ने सबसे तेज बढ़ोतरी दर्ज की है। खास यह कि अदाणी समूह की लगभग सभी कंपनियों के शेयरों में पिछले साल जबरदस्त उछाल आई है।
रिपोर्ट के अनुसार अदाणी पोर्ट्स ने नए बंदरगाहों और कंटेनर टर्मिनल के प्रस्तावित अधिग्रहण और मौजूदा पोर्ट का सदुपयोग कर सबसे तेज 98 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अदाणी एनर्जी, अदाणी गैस, अदाणी ट्रांसमिशन और अदाणी पावर जैसी ऊर्जा आधारित कंपनियों के शेयरों में औसतन 76 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अदाणी ग्रुप सिक्योरिटीज से अगस्त 2024 समीक्षा में प्रतिबंध हटाने के एमएससीआई के निर्णय से अदाणी एंटरप्राइजेज अदाणी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट जैसी कंपनियों का परिसंचालन सामान्य होने के बाद इनके शेयरों में स्थिरता देखने को मिली।
हुरुन इंडिया की सूची में दूसरे नंबर पर मुकेश अंबानी और उनका परिवार कायम है। उनकी संपत्ति 10,14,700 करोड़ रुपये आंकी गई है। पिछले पांच साल में अंबानी की संपत्ति में 150 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और वह इस समय एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इससे पहले ऐलान किया था कि वह वर्ष 2030 तक 100 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन करने की योजना बना रही है। यह पहल अपने कारोबार को विविधतापूर्ण बनाने और अपनी बाजार हिस्सेदारी को और मजबूत करने तथा बीमा क्षेत्र में विस्तार की रिलायंस की व्यापक रणनीति का हिस्सा है।
शिव नादर और उनके परिवार को अमीरों की सूची में तीसरा स्थान मिला है। उनकी संपत्ति 3,14,000 करोड़ रुपये बताई गई है। उनके बाद सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले साइरस एस. पूनावाला परिवार का नंबर है, जिनकी संपत्ति 2,89,800 करोड़ रुपये है।
हुरुन इंडिया के संस्थापक और मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा कि सूची में शीर्ष 10 अमीरों में छह ऐसे हैं, जो पिछले पांच वर्षों से लगातार अपनी जगह बना रहे हैं। इससे भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि और बेहतर निवेश अवसरों का पता चलता है। देश में 29 प्रतिशत वृद्धि के साथ अरबपतियों की संख्या 334 हो गई है। इसके उलट चीन में अरबपतियों की संख्या में 25 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।
अनस कहते हैं, ‘सेवा और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों का प्रदर्शन बहुत असरदार रहा है। ये क्षेत्र ही भारतीय अर्थव्यवस्था की धुरी बन कर उभरे हैं। औद्योगिक उत्पाद क्षेत्र के उद्यमियों ने भी पिछले पांच साल में अपनी औसत संपत्ति में 47 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्शायी है। यह अन्य सभी क्षेत्रों से ज्यादा है।’
देश में 42 व्यापार समझौतों और नए विनिर्माण इकाइयों के लिए कॉरपोरेट कर में 15 प्रतिशत की कटौती से कारोबारी माहौल बेहतर हुआ है। हुरुन सूची में शामिल अमीरों की कुल संपत्ति में 56 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 28 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल भारत में हर पांचवें दिन एक नया अरबपति बना है। इस तरह देश में मौजूदा समय में अरबपतियों की संख्या 334 पहुंच गई है, जो 13 साल पहले के मुकाबले छह गुना अधिक है। सूची में शामिल सभी अमीरों की कुल संपत्ति 159 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है, जो देश की जीडीपी के आधे से भी अधिक बैठती है।
मनोरंजन क्षेत्र ने भी हुरुन सूची में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। पहली बार बॉलीवुड के बादशाह कहे जाने वाले शाहरुख खान भी इस सूची में शामिल हो गए हैं। उनकी कुल संपत्ति 7,300 करोड़ रुपये है। शाहरुख आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के सह मालिक हैं, जिसने इस वर्ष का आईपीएल खिताब अपने नाम किया। प्रोडक्शन कंपनी रेड चिली एंटरटेनमेंट के मालिक भी शाहरुख ही हैं, जिसने डंकी, जवान और डार्लिंग्स जैसी फिल्में दीं। इन्हीं प्रोजेक्ट के जरिए बॉलीवुड बादशाह अरबपतियों की जमात में अपनी जगह बनाने में कामयाब हुए हैं।
शाहरुख खान के बाद उनकी बिजनेस पार्टनर और दिग्गज अभिनेत्री जूही चावला मनोरंजन जगत से दूसरे नंबर पर हैं। उनकी संपत्ति 4,600 करोड़ रुपये है। इसके बाद सुपर स्टार हृतिक रोशन, अमिताभ बच्चन और करण जौहर का नंबर है। मनोरंजन उद्योग से 40,500 करोड़ रुपये एक साल में बढ़े हैं और सात नए अरबपति सूची में शामिल हुए हैं। पहली बार सूची में जगह बनाने वाले हृतिक रोशन की संपत्ति 2,000 करोड़ रुपये है जबकि अमिताभ बच्चन और परिवार के पास 1,600 करोड़ रुपये की संपत्ति बताई गई है। करण जौहर की संपत्ति 1,400 करोड़ रुपये है।