प्राइवेट सेक्टर के दूसरे सबसे बड़े बैंक ICICI Bank ने बीती जून तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। बैंक ने शनिवार को बताया कि जूम तिमाही में उसका स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट 15.5% बढ़कर 12,768.21 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 11,059.11 करोड़ रुपये था। बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में भी 10.6% की बढ़ोतरी हुई और यह 21,635 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल 19,553 करोड़ रुपये थी।
बैंक ने बताया कि उसका नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) जून 2025 तिमाही में 4.34% रहा, जो मार्च 2025 में 4.41% और पिछले साल की जून तिमाही में 4.36% था। इसके अलावा, कोर ऑपरेटिंग प्रॉफिट 13.6% बढ़कर 17,505 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 15,412 करोड़ रुपये था। बैंक ने प्रोविजन (टैक्स को छोड़कर) में भी इजाफा किया, जो इस तिमाही में 1,815 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल यह 1,332 करोड़ रुपये था। पिछले साल की तिमाही में अल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट फंड (AIF) से जुड़े 389 करोड़ रुपये के प्रोविजन रिलीज शामिल थे।
ट्रेजरी गेन में भी अच्छी बढ़ोतरी देखी गई, जो इस बार 1,241 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में 613 करोड़ रुपये थी। यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज और इक्विटी में रियलाइज्ड और मार्क-टू-मार्केट गेन से हुई।
बैंक की औसत जमा राशि में 11.2% की बढ़ोतरी हुई और यह 15,33,241 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। करंट अकाउंट और सेविंग्स अकाउंट (कासा) का अनुपात 38.7% रहा। घरेलू लोन पोर्टफोलियो में 12% की बढ़ोतरी हुई और यह 13,31,196 करोड़ रुपये हो गया। बैंक की एसेट क्वालिटी भी स्थिर रही। ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (NPA) अनुपात 1.67% तक सुधर गया, जो पिछले साल 2.15% था।
नेट NPA अनुपात 0.41% रहा, जो पिछले साल 0.43% था। नॉन-परफॉर्मिंग लोन्स पर प्रोविजनिंग कवरेज अनुपात 75.3% रहा। जून 2025 तक बैंक का कुल कैपिटल एडेक्वेसी अनुपात 16.97% और कॉमन इक्विटी टियर-1 (CET1) अनुपात 16.31% रहा, जो नियामकीय जरूरतों से काफी ऊपर है।
बिजनेस बैंकिंग में शानदार 29.7% की सालाना और 3.7% की तिमाही बढ़ोतरी देखी गई। रिटेल लोन पोर्टफोलियो 6.9% बढ़ा और कुल लोन का 52.2% हिस्सा रहा। हालांकि, ग्रामीण क्षेत्र में लोन में 0.4% की सालाना और 1.5% की तिमाही गिरावट आई।