अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज ने शुक्रवार को बताया कि वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में उसका मुनाफा 54 फीसदी बढ़कर 390 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी ने 254 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। इस तिमाही में कंपनी ने कुल आय 5,592 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 4,944 करोड़ रुपये थी। पूरे वित्त वर्ष 2025 की बात करें तो अपोलो का मुनाफा 61 फीसदी बढ़कर 1,446 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 899 करोड़ रुपये था। वहीं, सालाना आय 19,059 करोड़ रुपये से बढ़कर 21,794 करोड़ रुपये हो गई।
अपोलो हॉस्पिटल्स के चेयरमैन प्रथाप सी रेड्डी ने कहा कि कंपनी का फोकस विकास और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं पर है। इस साल पुणे, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु और दिल्ली NCR में नए अस्पताल शुरू होंगे। कई और अस्पताल भी बनने की प्रक्रिया में हैं। ये सभी अस्पताल आधुनिक मेडिकल तकनीक से लैस होंगे, ताकि लोगों को विश्वस्तरीय इलाज मिल सके।
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रेड्डी ने बताया कि अगले पांच साल में कंपनी 8,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश करेगी। इससे 4,300 नए बेड्स जोड़े जाएंगे, जिनमें से 2,000 बेड्स का काम शुरू हो चुका है। इससे देशभर में लोगों को बेहतर इलाज आसानी से मिल सकेगा। कंपनी ने बेंगलुरु के सरजापुर में 500 बेड का मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल बनाने के लिए जमीन खरीदने की योजना को मंजूरी दी है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 944 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा, एक मौजूदा 200 बेड के अस्पताल को खरीदने की भी योजना है, जिसे 90-120 दिनों में शुरू कर दिया जाएगा। इसकी लागत 285 करोड़ रुपये होगी।
कंपनी के बोर्ड ने 2024-25 के लिए 5 रुपये अंकित मूल्य वाले प्रत्येक शेयर पर 10 रुपये (200%) का अंतिम लाभांश देने की सिफारिश की है। शुक्रवार को अपोलो के शेयर BSE पर 0.68 फीसदी बढ़कर 6,878.20 रुपये पर बंद हुए।