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लेखक : बीएस संपादकीय

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

देशी रक्षा उपकरणों को बढ़ावा देना ठीक, मगर सेना की संतुलित तैयारी भी जरूरी

पिछले लगभग तीन वर्षों से रक्षा मंत्रालय रक्षा उपकरणों की खरीद में ‘आत्मनिर्भरता’ को बढ़ावा देने का प्रयत्न कर रहा है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए मंत्रालय विशेष हथियारों और रक्षा उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगा रहा है। दिसंबर 2020 में मंत्रालय ने सबसे पहले कुछ खास रक्षा प्रणालियों की लाइन रिप्लेसमेंट यूनिट्स […]

आज का अखबार, संपादकीय

एक्सपोर्ट केवल कुछ हाई इनकम देशों तक सीमित न रखे भारत

ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार का ध्यान उच्च-आय वाले देशों को अधिक मूल्यवान वस्तुओं का निर्यात बढ़ाने और राजकोषीय घाटा कम करने पर है। उपलब्ध आंकड़ों को देखने से तो यही लगता है कि इस नीति को औसत सफलता मिली है। सोमवार को जारी अप्रैल 2023 के आंकड़ों के अनुसार वस्तु एवं सेवाओं का […]

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

कर्नाटक से मिले संकेत

कर्नाटक विधानसभा चुनावों में शानदार जीत से गदगद कांग्रेस के उत्साह का विश्लेषण सावधानी के साथ वास्तविकता को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए। आमतौर पर ऐसे अनुमान जताए जा रहे थे कि राज्य विधानसभा चुनावों में कांग्रेस दमदार प्रदर्शन कर सकती है। इसका कारण यह था कि दशकों से कर्नाटक में कोई भी सरकार […]

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

Go First के दिवालिया होने का मामला: अब आगे क्या होगा?

राष्ट्रीय कंपनी वि​धि पंचाट (एनसीएलटी) ने ऋणशोधन अक्षमता एवं दिवालिया संहिता (आईबीसी) के तहत गो फर्स्ट की स्वैच्छिक दिवालिया याचिका को सहजता से स्वीकार करके तथा एक अंतरिम निस्तारण पेशेवर की नियुक्ति करके अच्छा किया है। इस प्रक्रिया की शुरुआत का अर्थ यह है कि ऋणदाता फिलहाल बकाया वसूलने की स्थिति में नहीं रहेंगे। करीब […]

आज का अखबार, कंपनियां, संपादकीय

महंगाई का 500 लिस्टेड कंपनियों के मुनाफे पर असर

करीब 500 सूचीबद्ध कंपनियों के चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2023) के नतीजों का परीक्षण करें तो यह संकेत मिलता है कि मुनाफे में कमी आई है। हालांकि कंपनियों का राजस्व बढ़ा है और खपत में सुधार के भी शुरुआती संकेत नजर आ रहे हैं। मुद्रास्फीति के कारण लागत में इजाफा हुआ है। फाइनैंसिंग की बढ़ी हुई […]

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

​​स्थिरता पर जोर

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता वाली वित्तीय ​स्थिरता एवं विकास परिषद (FSDC) ने इस सप्ताह कहा कि संकट की पहचान करने के लिए ऐसे संकेतकों की आवश्यकता है जो जल्दी संकेत प्रदान कर सकें ताकि नियामकों को संभावित समस्याओं को पहचानने तथा उनसे निपटने में मदद मिल सके। शीर्ष नीति निर्माताओं और नियामकों […]

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

जवाबदेही का बढ़ता दायरा

सरकार ने गत सप्ताह एक अ​धिसूचना जारी करके सभी सक्रिय सनदी लेखाकारों (CA), कंपनी सेक्रेटरीज (CS) और कॉस्ट ऐंड वर्क्स अकाउंटेंट्स (CWA) को अपने क्लाइंट के लिए किए जाने वाले चुनिंदा कामों के लिए धन शोधन निरोधक अ​धिनियम (PMLA) 2002 के अधीन लाने का कदम उठाया है। इसे काले धन से संबं​धित लेनदेन की रोकथाम […]

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

पड़ोस से जुड़ी चिंता

यह सही है कि शुक्रवार को गोवा में आयोजित शांघाई सहयोग संगठन (SCO) की विदेश मंत्रियों की बैठक से कोई खास अपेक्षाएं नहीं थीं लेकिन वहां जो घटनाएं घटीं वे इस अहम क्षेत्रीय राजनीतिक संगठन की अध्यक्षता से भारत के लिए कुछ खास उम्मीदें नहीं जगातीं। गोवा में आयोजित बैठक का प्रमुख लक्ष्य था जुलाई […]

आज का अखबार, लेख

स्थायी नहीं यह निर्यात वृद्धि

वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान भारत के निर्यात में करीब 6 फीसदी की वृद्धि देखने को मिली। यह बढ़ोतरी ऐसे समय पर आई है जब वैश्विक स्तर पर वृद्धि को लेकर चिंता जाहिर की जा रही है। इन आंकड़ों में प्रमुख भूमिका पेट्रोलियम उत्पादों की रही है। अगर तेल को निकाल दिया जाए तो गैर […]

आज का अखबार, लेख, संपादकीय

गो फर्स्ट की विफलता के क्या मायने हैं?

गो फर्स्ट एयरलाइंस का दिवालिया होने का आवेदन नागर विमानन उद्योग में व्याप्त शाश्वत दबाव को ही रेखांकित करता है। भारत दुनिया का तीसरा बड़ा विमानन बाजार है और उसके अगले दशक के दौरान तेजी से विकसित होने की बात कही जाती है। उसके विकास में आ​र्थिक वृद्धि का भी योगदान होगा और क्षेत्रीय संपर्क […]

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