ग्लोबल सेमीकंडक्टर मेकर इंटेल (Intel) ने ‘मेक इन इंडिया’ लैपटॉप बनाने के लिए शुक्रवार को आठ भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (EMS) कंपनियों और मूल डिजाइन निर्माताओं (ODMs) के साथ पार्टनरशिप की घोषणा की। इंटेल भारत में अपने लैपटॉप मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्टस के लिए इन कंपनियों के साथ प्रमुख तकनीकी और ऑपरेशन इनसाइट साझा कर रहे हैं।
नए सहयोग के हिस्से के रूप में, इंटेल ने भारत में एंट्री लेबल के लैपटॉप के उत्पादन में अपनी विशेषज्ञता साझा की है। डिक्सन टेक्नोलॉजीज इंडिया, ऑप्टिमस इलेक्ट्रॉनिक्स, कायन्स टेक्नोलॉजी इंडिया, भगवती प्रोडक्ट्स, पैनाचे डिजीलाइफ, स्माइल इलेक्ट्रॉनिक्स, सिरमा एसजीएस टेक्नोलॉजी और वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज इंटेल द्वारा डिजाइन की गई लैपटॉप निर्माण प्रक्रियाओं का उपयोग करने में सक्षम हो सकते हैं।
आठ कंपनियां, जिन्होंने सरकार की उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना के तहत आने के लिए आवेदन किया है,वह इंटेल की अत्याधुनिक सर्फेस माउंट टेक्नोलॉजी (SMT) का उपयोग करने, घटकों के लिए गुणवत्ता नियंत्रण प्रक्रिया स्थापित करने और यहां तक कि तैयार उत्पादों की बेंचमार्किंग करने के लिए भी सक्षम होंगी।
SMT लैपटॉप मैन्युफैक्चरिंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि इसमें मदरबोर्ड पर इलेक्ट्रॉनिक घटकों को स्थापित करना शामिल है।
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कंपनियां घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों में सेवा देने के लिए प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर सकती हैं। इंटेल ने कहा कि यह पहल मेक इन इंडिया पहल के अनुरूप प्रौद्योगिकी आधारित विकास में तेजी लाने के प्रति उसके समर्पण को रेखांकित करती है। इंटेल से तकनीकी विशेषज्ञता प्राप्त करने से एंट्री लेबल के लैपटॉप के उत्पादन की लागत में कमी आने की संभावना है और अंतिम उपयोगकर्ताओं के लिए सस्ते उत्पादों की अनुमति मिल सकती है।
इंटेल के भारत क्षेत्र के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, संतोष विश्वनाथन ने कहा, “इंटेल दुनिया भर में कई इलेक्ट्रॉनिक इकोसिस्टम प्रणालियों का मूलभूत प्रवर्तक रहा है, और हम भारत में इसे बढ़ावा देने को लेकर उत्साहित हैं। इंटेल के प्रौद्योगिकी-संबंधित निवेश और वैश्विक प्रणाली आपूर्ति श्रृंखला पारिस्थितिकी तंत्र ज्ञान को लाना भारत में इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए हमारे समर्पण का उदाहरण है।”
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इंटेल ने सेमी-नॉक्ड डाउन (SKD) और कम्प्लीटली-नॉक्ड डाउन (CKD) दोनों प्रक्रियाओं को शामिल करते हुए ODMs को समर्थन प्रदान किया है। इनमें से कुछ कंपनियों के लिए, यह लैपटॉप निर्माण में उनका पहला प्रवेश होगा। विश्वनाथन ने कहा, “लैपटॉप निर्माण प्रक्रिया – SMT असेंबली से लेकर तैयार उत्पाद तक – को सक्षम करके हम न केवल मेक इन इंडिया पहल की मांगों को पूरा कर रहे हैं, बल्कि देश की तकनीकी प्रगति में भी योगदान दे रहे हैं।”
हालांकि सरकार 2021 से लैपटॉप, टैबलेट और सर्वर जैसे IT हार्डवेयर उत्पादों के घरेलू मैन्युफैक्चरिंग के लिए प्रोत्साहन की पेशकश कर रही है, लेकिन इस सेगमेंट में स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग जितनी तेजी से वृद्धि नहीं हुई है। डेल (Dell), हेवलेट पैकर्ड (HP), फॉक्सकॉन (Foxconn) (एक सहायक कंपनी के माध्यम से), आसुस (Asus), एसर (Acer) और फ्लेक्स (Flex) सहित 40 घरेलू और वैश्विक कंपनियों ने इस साल की शुरुआत में संशोधित PLI योजना के तहत आवेदन किया था। यह योजना घटक मैन्युफैक्चरिंग के स्थानीयकरण के लिए अतिरिक्त लाभ प्रदान करती है।
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इंटेल नवंबर में इंडिया टेक इकोसिस्टम शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा, जिसमें भारत में बनाए जा रहे उपकरणों के एक बड़े पोर्टफोलियो को प्रदर्शित करने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय निर्माताओं को एक साथ लाया जाएगा।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी, कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “मुझे खुशी है कि इंटेल जैसे वैश्विक संगठन भारत के साथ साझेदारी कर रहे हैं, लैपटॉप और कंप्यूटर के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम को बनाने और उत्प्रेरित करने में मदद कर रहे हैं। यह भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को 1 लाख करोड़ डॉलर तक ले जाने और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम को 2025-26 तक 300 अरब डॉलर का योगदान करने में सक्षम बनाने के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है।