टेक दिग्गज Apple द्वारा बहुप्रतीक्षित iPhone 16 सीरीज लॉन्च करने के कुछ ही दिनों बाद, भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने ऐपल के विभिन्न प्रोडक्ट्स में पाई गई कई कमजोरियों को लेकर ‘हाई सिक्योरिटी अलर्ट’ जारी किया है। 19 सितंबर को जारी इस एडवाइजरी का असर iOS, iPadOS, macOS, watchOS और visionOS सहित ऐपल के कई सॉफ्टवेयर वर्जन्स पर पड़ता है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के तहत साइबर सिक्योरिटी की निगरानी करने वाली संस्था CERT-In ने चेतावनी दी है कि इन कमजोरियों का उपयोग हैकर्स द्वारा न केवल संवेदनशील जानकारी तक पहुंचने के लिए किया जा सकता है, बल्कि इसके जरिए वे “टारगेट किए गए डिवाइस पर मनमाना कोड रन कर सकते हैं, सुरक्षा प्रतिबंधों को बाईपास कर सकते हैं, डिनायल ऑफ सर्विस (DoS) जैसी स्थिति पैदा कर सकते हैं, ऑथेंटिकेशन फीचर्स को छका कर पिछले दरवाजे से डिवाइस का एक्सेस प्राप्त कर सकते हैं, एडवांस विशेषाधिकार प्राप्त कर सकते हैं और लक्षित सिस्टम पर स्पूफिंग हमले कर सकते हैं।”
iOS: Versions prior to 18 and 17.7
iPadOS: Versions prior to 18 and 17.7
macOS Sonoma: Versions prior to 14.7
macOS Ventura: Versions prior to 13.7
macOS Sequoia: Versions prior to 15
tvOS: Versions prior to 18
watchOS: Versions prior to 11
Safari: Versions prior to 18
Xcode: Versions prior to 16
visionOS: Versions prior to 2
CERT-In का कहना है कि इन कमजोरियों को ऐपल द्वारा जारी लेटेस्ट सॉफ्टवेयर अपडेट में ठीक कर दिया गया है। एडवाइजरी में iOS, iPadOS, macOS, tvOS, watchOS, Safari, Xcode और visionOS यूजर्स को सतर्क करते हुए सलाह दी गई है कि वे जोखिमों को कम करने के लिए अपने ऐपल डिवाइस पर लेटेस्ट सॉफ्टवेयर अपडेट को तुरंत इंस्टॉल करें। साथ ही, यूजर्स को अपने डिवाइस पर किसी भी असामान्य गतिविधि पर नजर रखने और उचित साइबर सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है।