इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) उद्योग नई उपलब्धि हासिल करने के पड़ाव पर है। लेकिन 20 लाख वाहनों की बिक्री का लक्ष्य अभी भी थोड़ा दूर है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के वाहन आंकड़ों के मुताबिक इस साल 29 दिसंबर तक देश भर में 19.40 लाख इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री की गई है। इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री साल 2023 के 15 लाख से 26.5 फीसदी बढ़ी है। देश भर में कुल इलेक्ट्रिक वाहनों की पैठ भी साल 2023 के 6.39 फीसदी से बढ़कर इस साल 7.46 फीसदी हो गई है। इस रफ्तार से इलेक्ट्रिक वाहनों की वृद्धि का पता चलता है और पारंपरिक पेट्रोल-डीजल वाले वाहनों के साथ उनका अंतर धीरे-धीरे घट रहा है।
इलेक्ट्रिक वाहनों की इस वृद्धि के बावजूद भारतीय बाजार में पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों का दबदबा बरकरार है। इस साल अब तक बिकी कुल 2.60 करोड़ गाड़ियों में 1.91 करोड़ यानी 73.69 फीसदी गाड़ियां पेट्रोल वाली थीं। कुल वाहन बिक्री में डीजल वाली गाड़ियों की हिस्सेदारी 10.05 फीसदी यानी 26.2 लाख रही। शेष 9.87 फीसदी हिस्सेदारी पेट्रोल-सीएनजी, हाइब्रिड और सीएनजी जैसे अन्य ईंधन वाले वाहनों की रही।
इस साल प्रत्येक इलेक्ट्रिक वाहन की बिक्री की तुलना में औसतन 12.43 पेट्रोल, डीजल, कंप्रेस्ड नैचुरल गैस (सीएनजी) अथवा हाइब्रिड वाहनों की बिक्री हुई। यह साल 2023 में 15.67 और उससे पहले साल 2022 में 21.05 से बेहतर स्थिति है।
इस साल की शुरुआत दमदार हुई थी जब जनवरी में 1,45,064 और फरवरी में 1,41,740 वाहनों की बिक्री हुई थी। मार्च में सबसे ज्यादा 2,13,068 वाहनों की बिक्री हुई जो साल में पहली बड़ी वृद्धि थी। हालांकि अप्रैल और मई के महीनों में बिक्री में गिरावट आई और साल के चौथे महीने में 1,15,898 और पांचवें महीने में 1,40, 659 गाड़ियों की बिक्री हुई। उसके बाद जून में स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ और 1,40,137 वाहन बिके।
इस साल की दूसरी छमाही में ईवी की ज्यादा बिक्री देखने को मिली। अक्टूबर में 2,19,482 इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई जो साल के किसी भी महीने में सबसे ज्यादा रही। नवंबर और दिसंबर में बिक्री में गिरावट दर्ज की गई। नवंबर में 1,92,575 और 29 दिसंबर तक 1,32,302 गाड़ियों की बिक्री हुई। मगर इस साल हर महीने 1 लाख से ज्यादा गाड़ियां बिकीं।