Stock Market Closing Bell, 30 July: एशियाई बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार बुधवार (30 जुलाई) को उतार-चढ़ाव वाले बाजार में हरे निशान में बंद हुआ। एलएंडटी और भारती एयरटेल के शेयरों में ताजा खरीदारी से बाजार को ऊपर रहने में मदद मिली। हालांकि, ट्रंप टैरिफ की डेडलाइन समाप्त होने से पहले निवेशक सतर्क बने हुए हैं।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज मजबूती के साथ 81,594.52 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान इंडेक्स में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। हालांकि, सेशन के दूसरे हाफ में यह एक सिमित दायरे में कारोबार करता दिखा। अंत में यह 143.91 अंक या 0.18 फीसदी की बढ़त लेकर 81,481.86 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी आज मजबूती के साथ 24,890.40 पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 24,771.95 अंक के नीचले और 24,902 अंक के हाई लेवल तक गया। अंत में यह 33.95 अंक या 0.14 फीसदी की बढ़त लेकर 24,855 पर क्लोज हुआ।
जियोजित इंवेस्टमेंट्स में रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”भारत-अमेरिका व्यापार समझौते में देरी और कंपनियों के मिलेजुले नतीजों के बावजूद सीमित दायरे में कारोबार के बाद घरेलू बाजार ने सत्र का अंत मामूली बढ़त के साथ किया। पहली तिमाही के नतीजों के आधार पर निवेशकों ने शेयर/क्षेत्र विशेष में ज़्यादा निवेश किया। एलएंडटी की शानदार आय के बाद इंडस्ट्रियल सेक्टर में तेज़ी आई। ऑटो क्षेत्र का प्रदर्शन मुख्य तौर पर टैरिफ संबंधी दबावों के कारण कमज़ोर रहा।” उन्होंने कहा, ”निवेशक अब अमेरिकी फेड की नीतिगत बैठक पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। ब्याज दरों और मुद्रास्फीति पर उसका रुख वैश्विक धारणा को प्रभावित कर सकता है।’
सेंसेक्स की कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो, सन फार्मा, एनटीपीसी और मारुति सुजुकी, भारती एयरटेल, ट्रेंट, एक्सिस बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा सबसे ज्यादा चढ़ने वाले शेयरों में रहे। दूसरी तरफ, टाटा मोटर्स, बजाज फिनसर्व, कोटक महिंद्रा बैंक, पावर ग्रिड और एचयूएल गिरावट में रहने वाले शेयरों की लिस्ट में रहे।
ब्रोडर मार्केटस में निफ्टी मिडकैप इंडेक्स और निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स क्रमशः 0.07 प्रतिशत और 0.52 प्रतिशत गिर गए। सेक्टोरल मोर्चे पर निफ्टी आईटी में 0.31 प्रतिशत, निफ्टी फार्मा में 0.01 प्रतिशत और निफ्टी एफएमसीजी में 0.24 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। जबकि निफ्टी रियल्टी 0.96 प्रतिशत और निफ्टी ऑटो सेक्टर में 0.6 प्रतिशत की सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।
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अमेरिकी कॉमर्स सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ लगाने की समयसीमा में और देरी नहीं की जाएगी। इससे एशियाई बाजारों में मिली-जुली शुरुआत हुई। इस बीच, अमेरिका और चीन ने भारी शुल्क पर अस्थायी रोक बढ़ाने पर कोई समझौता किए बिना ही व्यापार वार्ता समाप्त कर दी। जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 0.14 प्रतिशत नीचे था जबकि हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक 1 प्रतिशत नीचे था। हालांकि, दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 0.3 प्रतिशत ऊपर था।
वॉल स्ट्रीट के बेंचमार्क इंडेक्स मंगलवार को गिरावट के साथ बंद हुए। हाई कॉर्पोरेट वैल्यूएशन को लेकर निवेशक चिंतित थे। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.3 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि नैस्डैक 0.38 प्रतिशत नीचे रहा।
सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने बुधवार को जून 2025 में समाप्त तिमाही के लिए 48 फीसदी की गिरावट के साथ 1,675 करोड़ रुपये का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। यह गिरावट मुख्य रूप से टैक्स खर्चों में तेज बढ़ोतरी के कारण आई है। पिछले साल की समान तिमाही में बैंक ने 3,252 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था। नतीजों के बाद शेयर में तेज गिरावट देखने को मिली और 1 फीसदी से ज्यादा टूट गया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने मंगलवार (स्थानीय समयानुसार) कहा कि भारत से अमेरिका को होने वाले निर्यात पर 25% तक का टैरिफ लगाया जा सकता है। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस पर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से चले आ रहे व्यापारिक विवादों को सुलझाने की कोशिशें जारी हैं।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप स्कॉटलैंड की पांच दिवसीय यात्रा से लौटते समय एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात कर रहे थे। जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत पर 20% से 25% तक टैरिफ लगाया जा सकता है, तो उन्होंने कहा, “हां, मुझे ऐसा लगता है। भारत मेरा अच्छा मित्र है। उन्होंने मेरे कहने पर पाकिस्तान के साथ युद्ध खत्म किया। भारत के साथ डील अभी अंतिम नहीं हुई है। भारत अच्छा दोस्त रहा है, लेकिन वह दुनिया के अन्य देशों की तुलना में अधिक टैरिफ लगाता है।”