Gold-Silver price: सोने चांदी के भाव आए दिन नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। आज भी दोनों के भाव अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गए। बीते कुछ वर्षों के दौरान सोने-चांदी की कीमतों में हर साल तेजी देखी गई है। लेकिन इस साल सोने-चांदी के दाम कुछ ज्यादा ही चढ़ गए हैं और इस साल जितना सोने-चांदी ने रिटर्न बीते एक दशक में किसी भी एक साल में नहीं दिया है, जबकि अभी साल खत्म होने में 3 महीने बचे हैं और इनकी कीमतों में आगे और तेजी की संभावना है। दिलचस्प बात ये है कि सोने से अधिक रिटर्न चांदी दे रही है।
घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का बेंचमार्क अक्टूबर कॉन्ट्रैक्ट आज 1,11,727 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। इस साल एक जनवरी को सोने का बेंचमार्क फरवरी कॉन्ट्रैक्ट 76,893 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था। इस तरह सोने ने इस साल अब तक करीब 45 फीसदी रिटर्न दिया है। बीते 15 साल में इतना रिटर्न सोने ने किसी भी साल नहीं दिया।
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चांदी में निवेश करने वालों की तो सोने से भी ज्यादा चांदी हो गई। इस साल एक जनवरी को चांदी का बेंचमार्क मार्च कॉन्ट्रैक्ट 87,578 रुपये के भाव पर बंद हुआ था। आज चांदी के बेंचमार्क दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट ने 1,32,980 रुपये किलो के भाव पर अब तक का उच्च स्तर छू लिया। इस साल अब तक चांदी में निवेश करने वालों को करीब 52 फीसदी रिटर्न मिला है। एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज में रिसर्च हेड (कमोडिटी) वंदना भारती ने कहा कि सोने चांदी ने इतना रिटर्न बीते 15 साल में किसी एक साल में कभी नहीं दिया।
देश में दीवाली के अवसर पर सोने-चांदी की खरीद खूब की जाती है। निवेशक भी काफी सोना-चांदी खरीदते हैं। दीवाली पर इनमें निवेश करने वालों की इस साल दीवाली खास रहने वाली है क्योंकि दीवाली टू दीवाली सोने-चांदी में निवेश से रिटर्न के अब तब के सारे रिकॉर्ड टूट सकते हैं।
या वेल्थ रिसर्च (Ya wealth Research) के निदेशक और करेंसी-कमोडिटी विश्लेषक अनुज गुप्ता ने बताया कि बीते दस साल में दीवाली टू दीवाली सोने-चांदी में निवेश पर जितना रिटर्न इस साल मिल सकता है, उतना कभी नहीं मिला। बीते 10 साल में दीवाली टू दीवाली सोने में निवेश पर सबसे अधिक 33.15 फीसदी रिटर्न 2020 में मिला था। इस साल दीवाली पर रिटर्न की बात करें तो पिछली दीवाली पर सोने के भाव 78,340 रुपये थे, जो अब 1,11,700 रुपये करीब पहुंच चुके हैं। इस भाव पर ही करीब 42 फीसदी रिटर्न मिल चुका है। अभी के माहौल को देखते हुए दीवाली तक सोने के भाव 1,15,000 रुपये तक जा सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो इस साल दीवाली टू दीवाली सोने में निवेश से करीब 47 फीसदी रिटर्न मिल सकता है।
चांदी के मामले में भी दीवाली टू दीवाली सबसे अधिक करीब 37 फीसदी रिटर्न 2020 में ही मिला था। इस साल चांदी दीवाली पर अब तक का सबसे अधिक रिटर्न दे सकती है। पिछली दीवाली पर चांदी के भाव 94,631 रुपये थे, जो इस समय 1,32,921 रुपये किलो के उच्च स्तर पर पहुंच चुके हैं। इस भाव पर ही 40 फीसदी से ज्यादा रिटर्न मिल चुका है, जो 10 साल में किसी भी दीवाली पर सबसे अधिक रिटर्न है। आगे दीवाली पर चांदी के भाव और बढ़ने की संभावना है। ऐसे में रिटर्न भी और अधिक मिल सकता है।
सोने चांदी की कीमतों में लगातार तेजी देखी जा रही है। इस साल जितनी बार सोने-चांदी के भाव ने सर्वोच्च स्तर छुआ है, उतना कभी नहीं हुआ। अनुज गुप्ता ने कहा कि आमतौर पर किसी उत्पाद के भाव मांग बढ़ने पर चढ़ते हैं। सोने-चांदी के भाव इस साल मांग के आधार पर नहीं बढ़ रहे है क्योंकि जितने भाव बढें हैं, उतनी मांग नहीं दिख रही है। इन दोनों बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में तेजी की वजह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिकी टैरिफ और अनिश्चित आर्थिक हालात का डर है। इस डर के बीच निवेशक सोने चांदी में निवेश कर रहे हैं क्योंकि सोना निवेश का सुरक्षित विकल्प माना जाता है।
एलकेपी सिक्योरिटीज में वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी-करेंसी रिसर्च) जतीन (jateen) त्रिवेदी ने कहा कि वैश्विक आर्थिक हालात और भू राजनीतिक तनाव के बीच जहां भारत में रुपये के डॉलर के मुकाबले कमजोर होने से भी देश में सोने-चांदी की कीमतों में तेजी को बल मिला हैं, वहीं वैश्विक बाजार में डॉलर कई मुद्राओं की तुलना में गिरा है। इससे भी वैश्विक बाजार में इनके दाम चढ़े हैं।
सोने के दाम 1.11 लाख रुपये और चांदी के दाम 1.32 लाख रुपये को पार कर चुके हैं। दोनों ने रिटर्न के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। ऐसे में अब सवाल यह है कि क्या सोने-चांदी के दाम अपने पीक से नीचे गिर सकते हैं या फिर और नया रिकॉर्ड बनाएंगे? गुप्ता ने कहा कि अभी के हालात सोने-चांदी की कीमतों में और तेजी की ओर इशारा कर रहे हैं। दीवाली तक इनके भाव में और तेजी आ सकती है। भारती ने कहा कि अभी ब्याज दरों में और कटौती हो सकती है। ट्रंप यूक्रेन व रूस के बीच युद्ध समाप्त कराने में सफल होते नहीं दिख रहे हैं। डॉलर की साख भी गिर रही है। बिटकॉइन में हाल में 2 अरब डॉलर निकाले गए हैं, यह पैसा सोने-चांदी में निवेश हो सकता है।
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भारत समेत कई देशों के केंद्रीय बैंक सोना खरीद रहे हैं, जो सोने में निवेश बढ़ने का संकेत हैं। इन हालात में सोने-चांदी की कीमतों में और तेजी आ सकती है। सोने के भाव 1.15 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक और चांदी के 1.40 से 1.42 रुपये किलो तक जा सकते हैं। जतीन कहते हैं कि सोने-चांदी की कीमतों का दिया गया लक्ष्य पूरा हो चुका है। फिलहाल नया लक्ष्य तय नहीं किया है। जो निवेशक सोने-चांदी में नया निवेश करना चाहते हैं, उन्हें अपने कुल निवेश का 20 से 25 फीसदी इनमें करने की सलाह दी जाती है। सोने-चांदी के पुराने निवेशकों को नये निवेश से बचना चाहिए और वे अपने पुराने निवेश को होल्ड रख सकते हैं।