Delhi Winter Power Demand: दिल्ली में इस बार सर्दियों में बिजली की अधिकतम मांग (Peak Demand) के पुराने रिकॉर्ड टूट सकते हैं और मांग इस सीजन के अपने सर्वोच्च स्तर तक पहुंच सकती है। दिल्ली में बिजली में मांग में ग्रीन बिजली की हिस्सेदारी बढ़ रही है और इस बार सर्दियों के दौरान डिस्कॉम की कुल बिजली मांग में इनकी हिस्सेदारी 50 फीसदी हो सकती है।
दिल्ली की बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) के मुताबिक इस साल सर्दियों के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की अधिकतम मांग 6,000 मेगावाट तक जा सकती है। पिछले साल सर्दियों के महीनों में बिजली की अधिकतम मांग 5,655 मेगावाट दर्ज की गई थी। बीएसईएस डिस्कॉम के एक अधिकारी ने कहा कि उनकी बीआरपीएल कंपनी के इलाके में बिजली की अधिकतम मांग 2,570 मेगावाट और बीवाईपीएल क्षेत्र में करीब 1,350 मेगावाट के आंकड़े को छू सकती है।
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इस साल सर्दियों में बिजली की मांग बढ़ने का अनुमान है, जबकि पिछले साल इसमें कमी देखने को मिली थी। पिछले साल इस सीजन में दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 5,655 मेगावाट थी, इससे इस साल बिजली की मांग में 6 फीसदी से अधिक वृद्धि होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल बिजली की मांग इससे पहले वाले साल की तुलना में 2.77 फीसदी कम थी। बीते 5 साल की बात करें बिजली की मांग पिछले साल को छोड़कर हर साल बढ़ी है और इस अविध में बिजली की अधिकतम मांग करीब 20 फीसदी इजाफा हुआ है।
सर्दियों के दौरान बिजली की मांग का रिकॉर्ड टूटने की संभावना के बीच डिस्कॉम ने इसकी पूर्ति के लिए इंतजाम कर लिए हैं। बीएसईएस डिस्कॉम के एक अधिकारी ने बताया कि इस बार सर्दियों में बीएसईएस की दोनों डिस्कॉम के इलाके में बिजली की अधिकतम मांग 3,900 मेगावाट पहुंचने का अनुमान है।
कंपनी इसकी पूर्ति के लिए लंबी अवधि के अनुबंधों और पावर बैंकिंग आदि के माध्यम से इंतजाम कर लिए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी कुल मांग में इस बार सर्दियों में 50 फीसदी हिस्सेदारी ग्रीन ऊर्जा की रहने वाली है यानी 2,336 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति अक्षय व स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों से की जाएगी। इनमें सौर ऊर्जा, विंड एनर्जी, हाइड्रो पावर, कचरे से बनने वाली बिजली आदि शामिल हैं।
| वर्ष | अधिकतम मांग (MW) | वृद्धि दर (%) |
|---|---|---|
| 2025-26 | 6,000 | 6.10 |
| 2024-25 | 5,655 | −2.77 |
| 2023-24 | 5,816 | 5.25 |
| 2022-23 | 5,526 | 8.27 |
| 2021-22 | 5,104 | 1.65 |
| 2020-21 | 5,021 | −6.03 |
| 2019-20 | 5,343 | 19.48 |
| 2018-19 | 4,472 | −0.86 |
| 2017-18 | 4,511 | 8.23 |
| 2016-17 | 4,168 | 1.04 |
| नोट: अधिकतम मांग के आंकड़े मेगावाट में और वृद्धि दर प्रतिशत में है। | ||