Stock to Buy: वैश्विक बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तीसरे ट्रेडिंग सेशन में बढ़त देखने को मिली। ट्रंप टैरिफ को लेकर अनिश्चिताओं और भारत-पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच आईटी और आयल एन्ड गैस स्टॉक्स में खरीदारी से बाजार को सपोर्ट मिला। इससे पहले सोमवार को बाजार जोरदार तेजी के साथ बंद हुए थे। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 5 फीसदी से ज्यादा की तेजी के चलते निफ्टी-50 और सेंसेक्स करीब 1.25% की बढ़त आई। बाजार में इस स्थिति के बीच ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने एलएंडटी ग्रुप के कंपनी एलएंडटी फाइनेंस (L&T Finance) को खरीदने की सलाह दी है। कंपनी के शेयर पिछले एक महीने में करीब 9 फीसदी चढ़ गए है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने एलएंडटी फाइनेंस पर अपनी BUY रेटिंग बरकरार रखी है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 200 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह, स्टॉक आगे चलकर निवेशकों को 19 फीसदी का अपसाइड रिटर्न दे सकता है। एलएंडटी फाइनेंस के शेयर सोमवार को 167.75 रुपये के भाव पर बंद हुए।
स्टॉक के प्रदर्शन की बात करें तो यह अपनी हाई से अभी भी 14 फीसदी नीचे चल रहा है। स्टॉक का 52 वीक्स हाई 194.20 रुपये जबकि 52 वीक्स लो 129.15 रुपये है। हालांकि, पिछले एक महीने में स्टॉक में पॉजिटिव मूवमेंट देखने को मिला है। यह इस दौरान 8.91% चढ़ा है। तीन महीने में स्टॉक 14.24% और छह महीने में 15.71% चढ़ा है। हालांकि, एक साल में स्टॉक का परफॉर्मेंस लगभग सपाट रहा है और दो साल में स्टॉक ने 80.42% का रिटर्न दिया है।
मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि कंपनी के चौथी तिमाही के नतीजे उम्मीदों के अनुरूप रहे। लोन डिस्ट्रीब्यूशन और ऋण वृद्धि सीमित रही। यह कंपनी की जोखिम आधारित रणनीतिक विस्तार पर केंद्रित नीति को दर्शाती है। एसेट क्वालिटी में हल्की गिरावट आई है। क्रेडिट लागत में तिमाही आधार पर वृद्धि देखी गई, जबकि शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM) में गिरावट जारी रही। इसका मुख्य कारण ऋण पोर्टफोलियो में माइक्रोफाइनेंस (MFI) का घटता हुआ हिस्सा है।
ब्रोकरेज ने कहा कि हम FY25-27E के दौरान 23% की PAT CAGR का अनुमान लगाते हैं। साथ ही FY27 में समेकित RoA/RoE क्रमशः 2.6%/लगभग 14% रहने की उम्मीद है। हम स्टॉक पर अपना BUY रेटिंग बनाए रखते हैं और इसका टारगेट प्राइस 200 रखते हैं।
ALSO READ: Bajaj Finance Stock Split, Bonus और Dividend: कंपनी आज करेगी तीन बड़े फैसले
एलएंडटी फाइनेंस ने चौथी तिमाही में 15% की सालाना बढ़ोतरी के साथ 636 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 का मुनाफा 2,644 करोड़ रुपये रहा, जिसमें 14% की ग्रोथ दर्ज की गई। इस तिमाही में कंपनी की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 8.2% बढ़कर 2,150 करोड़ रुपये रही, जो पिछली साल इसी तिमाही में 1,987 करोड़ रुपये थी। वहीं, ब्याज से होने वाली आमदनी 12.9% बढ़कर 3,749 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी की रीटेल लोन बुक मार्च 2025 तक 95,180 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल के मुकाबले 19% ज़्यादा है। पूरे साल में 60,040 करोड़ रुपये की रीटेल लोन डिस्बर्समेंट हुई, जो 11% की ग्रोथ दिखाती है। इस तिमाही में रीटेल लोन वितरण 14,899 करोड़ रुपये रहा।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)