facebookmetapixel
खरीदारी पर श्राद्ध – जीएसटी की छाया, मॉल में सूने पड़े ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोरएयरपोर्ट पर थर्ड-पार्टी समेत सभी सेवाओं के लिए ऑपरेटर होंगे जिम्मेदार, AERA बनाएगा नया नियमकाठमांडू एयरपोर्ट से उड़ानें दोबारा शुरू, नेपाल से लोगों को लाने के प्रयास तेजभारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर पटरी पर, मोदी-ट्रंप ने बातचीत जल्द पूरी होने की जताई उम्मीदApple ने उतारा iPhone 17, एयर नाम से लाई सबसे पतला फोन; इतनी है कीमतGST Reforms: इनपुट टैक्स क्रेडिट में रियायत चाहती हैं बीमा कंपनियांमोलीकॉप को 1.5 अरब डॉलर में खरीदेंगी टेगा इंडस्ट्रीज, ग्लोबल मार्केट में बढ़ेगा कदGST 2.0 से पहले स्टॉक खत्म करने में जुटे डीलर, छूट की बारिशEditorial: भारत में अनुबंधित रोजगार में तेजी, नए रोजगार की गुणवत्ता पर संकटडबल-सर्टिफिकेशन के जाल में उलझा स्टील सेक्टर, QCO नियम छोटे कारोबारियों के लिए बना बड़ी चुनौती

खरीदारी पर श्राद्ध – जीएसटी की छाया, मॉल में सूने पड़े ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर

हिंदू धर्म में श्राद्ध एक ऐसा समय है जब लोगों से विलासिता से दूर रहने की उम्मीद की जाती है।

Last Updated- September 10, 2025 | 11:19 PM IST
shopping

जीएसटी दर में कटौती की घोषणा के बाद से दिल्ली-एनसीआर के तमाम मॉल में स्थित इलेक्ट्रॉनिक स्टोर वीरान पड़े हैं। यहां ग्राहक आ ही नहीं। गुरुग्राम के एंबिएंस मॉल में क्रोमा और सोनी सेंटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर के सेल्सपर्सन कहते हैं कि ग्राहक पूछताछ के लिए तो आ रहे हैं, लेकिन ये खरीदारी नहीं कर रहे हैं।

मॉल में एक इलेक्ट्रॉनिक स्टोर के सेल्सपर्सन ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया, ‘यह जीएसटी दर में कटौती की घोषणाओं के साथ-साथ श्राद्ध का भी प्रभाव है। इस कारण लोग इस सप्ताह बड़े आइटम नहीं खरीद रहे हैं। कारोबार में काफी गिरावट आई है। उम्मीद है कि 22 सितंबर से नई जीएसटी दरें लागू होने के बाद ही स्थिति बदलेगी।’

हिंदू धर्म में श्राद्ध एक ऐसा समय है जब लोगों से विलासिता से दूर रहने की उम्मीद की जाती है। लोटस इलेक्ट्रॉनिक्स के निदेशक गौरव पाहवा ने इस पर सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि बिक्री बढ़ाने के लिए उनके यहां ऑफर भी दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘श्राद्ध के कारण अधिकांश ग्राहक वर्तमान में खरीदारी से बच रहे हैं, जबकि कई लोग नई जीएसटी दरों का भी इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि इससे कीमतों में लगभग 7 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है। लेकिन, स्टॉक खत्म करने के लिए हम तमाम उपकरणों पर 10 प्रतिशत की छूट जैसे डिस्काउंट ऑफर दे रहे हैं।’

परिधान निर्माता भी दुकानों में माल खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं। क्योंकि 2,500 रुपये से अधिक कीमत के परिधान पर जीएसटी दरें पहले के 12 प्रतिशत से बढ़ाकर नई व्यवस्था में 18 प्रतिशत कर दी गई हैं।

दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में प्रोमेनेड मॉल में एक प्रमुख परिधान ब्रांड के स्टोर कार्यकारी ने कहा, ‘नई दरें लागू होने से पहले और जैकेट, लिनेन ड्रेस आदि वस्तुओं के दाम बढ़ने से पहले हम डिस्काउंट देकर कम कीमत पर माल निकालने की को​शिश कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में उनके यहां बिक्री सकारात्मक रही है।

श्राद्ध के कारण धीमी बिक्री के प्रभाव को कम करने के लिए कुछ आभूषण निर्माता भी खरीदारी को प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रहे हैं। टाइटन का कैरटलेन चुनिंदा डिजाइनों पर सीमित अवधि के लिए मेकिंग चार्ज पर 50 प्रतिशत तक की छूट दे रहा है।

कंपनी के ए​म्बिएंस मॉल के एक अ​धिकारी ने कहा, ‘सोने की कीमतों में वृद्धि और उपभोक्ताओं में अभी खरीदारी का रुझान नहीं होने के कारण हम शादी के सीजन से पहले सोना और हीरे के आभूषणों पर मेकिंग चार्ज में कुछ छूट जैसे ऑफर दे रहे हैं।’

नोएडा के मॉल ऑफ इंडिया में भी नजारा कुछ ऐसा ही है। यहां परिधान स्टोरों में बिक्री हो रही है, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर खाली पड़े हैं। मॉल में एक इलेक्ट्रॉनिक स्टोर के सेल्स सहायक ने कहा, ‘इस साल एयर कंडीशनर की बिक्री वास्तव में धीमी रही। पहले कम गर्मी पड़ने और अब जीएसटी दरों में कटौती के कारण लोग खरीदारी की योजना टाल रहे हैं। उम्मीद है श्राद्ध समाप्त होने और इस महीने के अंत में नई जीएसटी दरें लागू होने के बाद मांग में सुधार आएगा।’

डीएलएफ रिटेल में वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक और बिजनेस हेड पुष्पा बेक्टर ने कहा कि इस साल उपभोक्ता भावना ज्यादातर उत्साहित रही है। उन्होंने कहा, ‘जीएसटी दर में कटौती से उपभोक्ताओं को कुछ फायदा होगा। इसलिए त्योहारी सीजन के दौरान ब्रांड पुराना माल निकालने के लिए डिस्काउंट ऑफर का सहारा ले सकते हैं।

First Published - September 10, 2025 | 11:15 PM IST

संबंधित पोस्ट